लखनऊ : भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के विशेष जज लोकेश वरुण ने चित्रकूट जेल में निरुद्ध रहे विधायक अब्बास अंसारी को सुविधाएं आदि उपलब्ध कराने के मामले में गिरफ्तार जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, उप अधीक्षक सुशील कुमार व सिपाही जगमोहन को 13 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. सोमवार को इन्हें विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया था.
सरकारी वकील एमके सिंह व केके शुक्ल के मुताबिक, 11 फरवरी, 2023 को इस मामले की एफआईआर चित्रकूट के थाना कर्वी कोतवाली नगर में दर्ज हुई थी. इस मामले में अब इन तीनों के अलावा डिप्टी जेलर चंद्रकला, विधायक अब्बास अंसारी, जेल के कैंटीन का ठेकेदार नवनीत सचान, वाहन मुहैया कराने वाले फराज खान, अब्बास की पत्नी निखत बानो व ड्र्राइवर नियाज अंसारी न्यायिक हिरासत में निरुद्ध हैं. इस मामले में निखत बानो की जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है.
यह था मामला : मनी लांड्रिंग के मामले में चित्रकूट जेल में बंद बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की पत्नी को पुलिस ने चित्रकूट जेल से गिरफ्तार कर लिया गया था. अब्बास अंसारी की पत्नी निखत अंसारी जेल प्रशासन की मिलीभगत से बिना जेल प्रोटोकॉल के मिलने पहुंची थी. इसकी भनक डीएम और एसपी को लग गई थी. जहां डीएम और एसपी के द्वारा लगभग 11:00 बजे चित्रकूट जेल में छापेमारी की थी. डीजी जेल आनंद कुमार ने डीआईजी जेल प्रयागराज को मामले की जांच सौंपी थी. इस पूरे मामले में चित्रकूट की कर्वी कोतवाली में अब्बास अंसारी की पत्नी, जेल अधीक्षक अशोक सागर व अन्य संबंधित जेल कर्मियों के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी.