लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पांच दिनों के डिफेंस एक्सपो के आयोजन के बाद अब तीन दिन तक ऑटो एक्सपो का आयोजन हो रहा है. इस एक्सपो में सोलर वाहनों के साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार सजेगा. देश भर से कई कंपनियां लखनऊ के आईआईए भवन में 14 से 16 फरवरी तक आयोजित होने वाले इस एक्सपो में हिस्सा लेने आ रही हैं.
लखनऊ सहित प्रदेश भर के लोग इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में यहां पर जानकारी हासिल कर सकते हैं, साथ ही वह इलेक्ट्रिक वाहनों की टेस्ट ड्राइव भी ले सकेंगे. इस एक्सपो में क्या-क्या होने वाला है, कौन-कौन सी कंपनियां हिस्सा लेने आ रही हैं, क्या लाभ होगा. इसके बारे में ईटीवी भारत ने इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) के जनरल सेक्रेटरी मनमोहन अग्रवाल से बातचीत की.
सवाल: इस एक्सपो में कुल कितनी कंपनियां हिस्सा ले रही हैं?
जबाव: लगभग 67 कंपनियां इसमें पार्टिसिपेट कर रही हैं. यह सोलर और ई-व्हीकल का कंबाइंड एक्सपो है. पहली बार हमने उत्तर प्रदेश में ई-व्हीकल का एक्सपो लगाया है. 7 वर्षों से लगातार सोलर एक्सपो ही लगाते थे, लेकिन इस बार भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार का रुख देखते हुए और जनता का अट्रैक्शन देखते हुए सोलर के साथ-साथ ही ई-व्हीकल का भी एक्सपो लगाया जा रहा है, जिससे जनरल पब्लिक को यह पता लगे कि एक्चुअल इलेक्ट्रिक व्हीकल क्या होती है.
लोगों को तरह-तरह की भ्रांतियां हैं, उन्हें दूर किया जाएगा. जो कंपनियां छोटे-छोटे प्रोडक्ट बनाती हैं, उनका भी हमने टेक्निकल सेमिनार का आयोजन किया है. 14 को इलेक्ट्रिक व्हीकल पर पूरा सेमिनार फोकस किया है. जिसमें त्रिचूर, चेन्नई और पुणे से कई इंस्टिट्यूट जो रिसर्च कर रहे हैं उनके साइंटिस्ट यहां आकर जानकारी देंगे. इलेक्ट्रिक व्हीकल के अंदर बैटरी पर और चार्जिंग पॉइंट पर कैसे काम किया जा रहा है.
सवाल: इस एक्सपो में यूपीएसआरटीसी का क्या रोल है?
जबाव: यूपीएसआरटीसी कंज्यूमर है. आने वाले समय मे बड़े स्तर पर इलेक्ट्रिक व्हीकल यूज करेगा, तो उसे कंजूमर के रूप में हमने इन्वॉल्व किया है. यूपीएसआरटीसी बताएगा कि किस तरह हमें चार्जिंग पॉइंट की जरूरत पड़ेगी, बैटरी की जरूरत पड़ेगी. वह हमारी इंडस्ट्रीज सप्लाई करेंगी, यूपीएसआरटीसी इन्हें यूज करेगा.
सवाल: किस तरह के प्रोडक्ट इस पूरे एक्सपो में डिस्प्ले किए जाएंगे?
जबाव: यहां पर इलेक्ट्रिक व्हीकल के फील्ड में गाड़ियां बनी बनाई आ रही हैं. टाटा की गाड़ी आ रही है, हुंडई की गाड़ी आ रही है. इस बारे में महिंद्रा से भी बात चल रही है. चार्जिंग स्टेशंस के बारे में कंपनियां जानकारी देंगी बैटरी कैसे बनाई जाए इसकी जानकारी दी जाएगी.
सवाल: सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों में जीएसटी की छूट दी है, लगभग कितनी छूट मिली है?
जबाव: जहां तक मुझे जानकारी है जीएसटी के बारे में तो सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल पर 5% जीएसटी कर दी है, जबकि नॉर्मल व्हीकल के ऊपर लगभग 35 परसेंट टैक्स पड़ता है, जो लग्जरी गाड़ियां हैं. इलेक्ट्रिक व्हीकल पर पांच परसेंट ही जीएसटी ली जाएगी, जो आम आदमी की रेंज में होगी, वह इसको यूज कर पाएगा.
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