लखनऊ: लोक संस्कृति शोध संस्थान द्वारा मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के कला एवं शिल्प महाविद्यालय में तीन दिवसीय लोक विमर्श कार्यक्रम की शुरुआत की गई. वक्ताओं ने भूमि लोक चित्रों की सार्थकता पर चर्चा करते हुए इसे प्रकृति और जीवन के तादात्म्य का मनोवैज्ञानिक चित्रण बताया. विमर्श के दौरान लोक कला व हस्तशिल्प को बढ़ावा देने और लोक व्यवहार में इसे प्राथमिकता प्रदान करने की बातें कही गईं.
कला एवं शिल्प महाविद्यालय और ललित कला संकाय लखनऊ विश्वविद्यालय के सहयोग से लोक कला व हस्तशिल्प पर केन्द्रित और देवनारायण सिंह की स्मृति को समर्पित आयोजन के पहले दिन विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए छह विभूतियों को सम्मानित भी किया गया. कोविड एडवाइजरी के दृष्टिगत सीमित प्रवेश संख्या व सुरक्षात्मक उपायों के साथ शुरू हुआ यह आयोजन 15 अक्टूबर तक चलेगा.
कार्यक्रम की शुरुआत पुलिस महानिदेशक असित कुमार पाण्डा, वरिष्ठ लोकविद् डाॅ. विद्याविन्दु सिंह व कलाविद् प्रो. संजीव किशोर सिंह गौतम ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. जीतेश श्रीवास्तव के संचालन में हुए कार्यक्रम में लोक गीत व नृत्य की प्रस्तुतियां भी हुईं. कार्यक्रम में कृष्ण प्रताप विद्याविन्दु लोकहित न्यास और नीलाक्षी लोक कला कल्याण समिति भी सहयोगी हैं.
तीन दिन तक चलेगी प्रदर्शनी
इस अवसर पर लोक चित्र, मूर्तियां, हाथ की बनी विविध वस्तुओं से सजी लोक कला एवं हस्तशिल्प प्रदर्शनी का भी शुभारम्भ किया गया, जिसमें रंगोली, कोहबर चित्र, विभिन्न त्यौहारों पर बनने वाले लोक चित्र, हाथ की कसीदाकारी, पंखा, डलिया, गुड़िया, मूर्तियां, कठपुतली, मुखौटे और हस्तनिर्मित अन्य उपयोगी सामग्री प्रदर्शित की गई. प्रदर्शनी प्रतिदिन मध्याह्न 12 से सायं चार बजे तक खुली रहेगी. प्रदर्शनी स्थल पर सीमित संख्या में प्रवेश मिलेगा, मास्क लगाना अनिवार्य तो होगा ही निर्धारित शारीरिक दूरी का पालन करना होगा.
कलाकार हुए सम्मानित
लोक विमर्श कार्यक्रम के पहले दिन अवतार सिंह पंवार स्मृति मूर्ति कलाकार सम्मान डॉ. विभावरी सिंह को, योगेन्द्र नाथ वर्मा ‘योगी’ स्मृति कला मनीषी सम्मान डॉ. कीर्ति वर्मा को, प्राण देवी स्मृति लोक प्रतिभा सम्मान संजोली पाण्डेय को, शोभा देवी स्मृति लोक साधना सम्मान सरिता सिंह को, रमावती देवी स्मृति लोक प्रतिभा सम्मान दीपा सिंह रघुवंशी को, प्रभु देवी स्मृति लोक प्रतिभा सम्मान मयूरी पाण्डेय लखनऊ को प्रदान किया गया.
सजी मनभावन रंगोली
कार्यक्रम के पहले दिन श्यामा देवी स्मृति रंगोली प्रतियोगिता से हुई, जिसमें 20 वर्ष से कम व अधिक आयु के दो वर्गों ने अलग-अलग रंगोली सजाई. नीलाक्षी लोक कला कल्याण समिति की अध्यक्ष नीलम वर्मा ने बताया कि रंगोली प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा बुधवार को होगी.