लखनऊ: जिले के टेक्निकल इंटरमीडिएट कॉलेज में तीन दिवसीय काउंसलिंग का आयोजन किया गया. इस काउंसलिंग का आयोजन बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा करने के साथ साथ कैरियर संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता के लिए किया गया. काउंसलिंग में बच्चों को सोशल नेटवर्किंग के अच्छे बुरे फायदे, अच्छे बुरे दोस्तों को पहचानना, रिलेशन व अन्य तमाम तरह की होने वाली परेशानियों से निजात दिलाने के लिए किया गया.
बच्चों के सवालों का दिया जवाब
डॉ. गौरव सक्सेना ने बच्चों द्वारा पूछे गए प्रश्नों और उनकी समस्याओं को सुनते हुए उससे निजात पाने का बेहतर तरीका बताया. काउंसलिंग के दौरान एक छात्र द्वारा प्रश्न पूछा गया कि मेरा भाई कहता है पढ़ लिख कर क्या करोगे पढ़ने के बाद भी लोग मूंगफली का ठेला या रिक्शा चला रहे हैं. इस पर डॉ. गौरव सक्सेना ने बच्चे की जिज्ञासा को शांत करते हुए बताया कि 'विद्या का अर्जन हम लोग किस लिए करते हैं?
उन्होंने कहा पैसा कमाने के लिए या अच्छा इंसान बनने के लिए विद्या अच्छा इंसान बनने के लिए सबसे जरूरी है जब व्यक्ति पढ़ लिखकर अच्छा इंसान बनेगा तो वह जिस भी क्षेत्र में चाहे आईएएस, पीसीएस हो चाहे डॉक्टर हो चाहे वकील हो सबसे ऊंची पोजीशन पर जाएगा. विद्या से ही मनुष्य के अंदर अच्छे संस्कारों का जन्म होता है इसलिए विद्या मनुष्य के जीवन का अभिन्न अंग है.
तीन दिवसीय काउंसलिंग में बच्चों ने जाना सोशल मीडिया के फायदे नुकसान
तीन दिवसीय काउंसलिंग में डॉ. गौरव सक्सेना ने बच्चों को इंटरनेट से होने वाले फायदे और नुकसान के बारे में बताया व सोशल साइट्स के बारे में भी जानकारियां दी कैसे हम अच्छी साइटों का इस्तेमाल करके अपनी पढ़ाई को और आगे ले जा सकते हैं. गलत सोशल मीडिया साइट्स का इस्तेमाल करने से पढ़ाई प्रभावित हो जाती है और किन किन परेशानियों का समाना करना पड़ सकता है.