लखनऊः मोहनलाल गंज कोतवाली व चौकी से कुछ ही दूरी पर स्थित एक शोरूम से बदमाशों ने 20 लाख रुपए की चोरी की वारदात को अंजाम दिया, जिसकी पुलिस को कानो-कान भनक तक नहीं लग सकी. तकरीबन 6 घंटे बाद सोशल मीडिया द्वारा पुलिस को पता चला कि एक इलेक्ट्रॉनिक शोरूम में चोर लगभग 20 लाख रुपए का माल लेकर चंपत हो गए.
ब्रांडेड फोनों और घड़ियों पर किया हाथ साफ
मोहनलालगंज कस्बे में हाइवे किनारे स्थित नारायण इलेक्ट्रॉनिक शोरूम में सोमवार देर रात छत की एंटिया में लगे चैनल का ताला तोड़कर सीढ़ियों के रास्ते शोरूम में उतरे बैखोफ चोर बीस लाख रुपये की कीमत के विभिन्न कम्पनियों के मल्टीमीडिया मोबाइल फोन सहित ब्राडेंड घड़ियों पर भी हाथ साफ कर दिया. यही नहीं बदमाश गल्ले में रखे लगभग 25 हजार रुपये भी चुरा ले गये.
डीवीआर उखाड़ ले गए बदमाश
बेखौफ चोर जाते समय शोरूम के गोदाम में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग का डीवीआर भी उखाड़ ले गये. मगंलवार सुबह शोरूम खोलने पर मालिक को चोरी की घटना का पता चला, जिसके बाद शोरूम मालिक ने मोहनलाल गंज पुलिस को घटना की सूचना दी. तब जाकर इंस्पेक्टर जीडी शुक्ला पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और छानबीन की.
गल्ले से 25 हजार रुपए भी गायब
लखनऊ के वजीरगंज निवासी शुभम मित्तल ने बताया उनका मोहनलालगंज कस्बे में हाइवे किनारे नारायण के नाम से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का शोरूम है. सोमवार रात शोरूम बंद कर वह घर चले गये. मगंलवार सुबह दस बजे जब वह शोरूम पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वहां रखे विभिन्न कम्पनियों के सैकड़ों मल्टीमीडिया मोबाइल फोन और ब्राडेंड घड़ियां गायब हैं. वहीं गल्ले में रखे 25 हजार रुपये भी गायब थे.
अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज
घटना के संबंध में पीड़ित ने इंस्पेक्टर जीडी शुक्ला को बताया कि शोरूम से लगभग 20लाख रुपये का माल चोरी हो गया है. पीड़ित शोरूम मालिक की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात चोरों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. साथ ही पुलिस ने पीड़ित से चोरी किए गए मोबाइल फोन और ब्राडेंड घड़ियों के बिल मांगे हैं. मामला दर्ज कर पुलिस अज्ञात चोरों की तलाश में जुट गयी है.
सूचना के पांच घंटे बाद पहुंचे एसीपी
बता दें कि भले ही पीड़ित शुभम ने पुलिस को सुबह दस बजे ही सूचना दे दी थी इसके बावजूद सर्किल के एसीपी प्रवीण मलिक सूचना के पांच घंटे बाद पहुंचे. जबकि एसीपी प्रवीण मलिक का ऑफिस घटना स्थल से मात्र 400 मीटर ही दूर है. सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने के पांच घंटे बाद एसीपी घटनास्थल पर पहुंचे.