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लखनऊ: कोरोना से जंग, ट्रॉमा सेंटर आने वाले हर मरीज की होगी स्क्रीनिंग - coronavirus update uttar Pradesh

यूपी के लखनऊ में एहतियात के तौर पर अब ट्रॉमा सेंटर में आने वाले हर मरीज की पहले स्क्रीनिंग की जाएगी. यह स्क्रीनिंग बाल एवं किशोर मानसिक चिकित्सालय में की जाएगी.

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मरीजों के लिए चाइल्ड साइकोलॉजी में शुरू हुई स्क्रीनिंग व्यवस्था
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Published : Apr 15, 2020, 6:08 AM IST

लखनऊ: केजीएमयू ट्रामा सेंटर में शनिवार को कोरोना संदिग्ध व्यक्ति के भर्ती होने के बाद बड़ी संख्या में स्टाफ को क्वारंटाइन करना पड़ा था. इसी कड़ी में एहतियात के तौर पर केजीएमयू प्रशासन ट्रॉमा सेंटर आने वाले हर मरीज पहले स्क्रीनिंग करेगा.

शनिवार को ट्रामा सेंटर में 65 वर्षीय मरीज की कोरोना जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी. इसके बाद केजीएमयू प्रशासन ने अन्य मरीजों को संक्रमण से बचाने और ट्रामा सेंटर में इस तरह के मरीज ना आए इसके लिए यह व्यवस्था शुरू की है.

स्क्रीनिंग की प्रकिया
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह के अनुसार अब से ट्रॉमा सेंटर में आने वाले हर मरीज को पहले बाल एवं किशोर मानसिक चिकित्सालय यानी चाइल्ड साइकोलॉजी विभाग में जाना होगा. यहां पर स्क्रीनिंग सुविधा के तहत मरीज की जांच की जाएगी. यदि वह वायरल, सर्दी, खांसी जैसी समस्या से ग्रसित होगा तो उसे केजीएमयू की फीवर ओपीडी में भेजा जाएगा. इसके अलावा वह सांस संबंधी परेशानी के साथ या फिर करोना संदिग्ध के रूप में आता है तो उसे केजीएमयू के न्यूरोलॉजी विभाग में बने ट्राइएज में कोरोना की जांच के लिए भेजा जाएगा.

लखनऊ: केजीएमयू ट्रामा सेंटर में शनिवार को कोरोना संदिग्ध व्यक्ति के भर्ती होने के बाद बड़ी संख्या में स्टाफ को क्वारंटाइन करना पड़ा था. इसी कड़ी में एहतियात के तौर पर केजीएमयू प्रशासन ट्रॉमा सेंटर आने वाले हर मरीज पहले स्क्रीनिंग करेगा.

शनिवार को ट्रामा सेंटर में 65 वर्षीय मरीज की कोरोना जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी. इसके बाद केजीएमयू प्रशासन ने अन्य मरीजों को संक्रमण से बचाने और ट्रामा सेंटर में इस तरह के मरीज ना आए इसके लिए यह व्यवस्था शुरू की है.

स्क्रीनिंग की प्रकिया
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह के अनुसार अब से ट्रॉमा सेंटर में आने वाले हर मरीज को पहले बाल एवं किशोर मानसिक चिकित्सालय यानी चाइल्ड साइकोलॉजी विभाग में जाना होगा. यहां पर स्क्रीनिंग सुविधा के तहत मरीज की जांच की जाएगी. यदि वह वायरल, सर्दी, खांसी जैसी समस्या से ग्रसित होगा तो उसे केजीएमयू की फीवर ओपीडी में भेजा जाएगा. इसके अलावा वह सांस संबंधी परेशानी के साथ या फिर करोना संदिग्ध के रूप में आता है तो उसे केजीएमयू के न्यूरोलॉजी विभाग में बने ट्राइएज में कोरोना की जांच के लिए भेजा जाएगा.

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