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हरदोई: गंगा में समाए 32 मकान, सभी बाढ़ राहत चौकियां अलर्ट

उत्तर प्रदेश के हरदोई में बाढ़ प्रभावित गांवों में लगातार कटान जारी है. ऐसे में प्रशासन की ओर से बाढ़ पीड़ितों को शासन द्वारा अनुमान्य सहायता राशि दिलाई गई है. जिले में सभी बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है और गांवों में राशन वितरण कराया जा रहा है.

हरदोई में बाढ़ का कहर.
हरदोई में बाढ़ का कहर.
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Published : Aug 26, 2020, 10:47 PM IST

हरदोई: जिले में बांधों से लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते नदियों की तलहटी में बसे गांव के लोगों की बेचैनी बढ़ गई है. बाढ़ प्रभावित गांवों में लगातार कटान जारी है. कई मकान नदियों में समा चुके हैं. ऐसे में प्रशासन की ओर से बाढ़ पीड़ितों को शासन द्वारा अनुमान्य सहायता राशि दिलाई गई है, साथ ही कुछ अन्य गांवों में कटान जारी है जिसका सर्वे कराया जा रहा है. प्रशासन की ओर से सभी बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है और गांवों में राशन वितरण कराया जा रहा है. सिंचाई विभाग के लोग बाढ़ के चलते होने वाले कटान को रोकने में लगे हैं. वहीं ग्रामीण इलाके के लोग प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं.

हरदोई में बाढ़ का कहर.

हरदोई जिले में प्रमुख रूप से गंगा, रामगंगा और गर्रा नदियों में बाढ़ आने पर तहसील शाहाबाद, सवायजपुर और बिलग्राम का क्षेत्र प्रभावित रहता है, लेकिन इस बार गंगा का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ा है. जिसके चलते बिलग्राम इलाके में गंगा के बढ़े जलस्तर से कई गांवों के लोग परेशान हैं. तेजी से बढ़ रहे पानी की वजह से कटान हो रहा है. ऐसे में ग्रामीण अपना आशियाना तोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ जा रहे हैं. कटान से बचने के लिए सिंचाई विभाग किनारों पर बोरियां डालकर प्रयास में लगा हुआ है. बिलग्राम इलाके में इस साल बाढ़ से चिरंजूपुरवा, मक्कूपुरवा व निहालपुरवा के ग्रामीण सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. कटरी बछुइया को भी बाढ़ की मार झेलनी पड़ रही है.

गांव को जोड़ने वाला मार्ग कट गया है, ऐसे में जब तक जलस्तर कम नहीं होता, तब तक लोगों में डर बना रहेगा. छिबरामऊ जाने वाले मार्ग पर अब भी बाढ़ का पानी बह रहा है. यहां के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उधर लोग अपने पक्के घरों को तोड़ रहे हैं और अपनी गृहस्थी का सामान निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहे हैं. अब तक 32 मकान बाढ़ की वजह से गंगा नदी में समा चुके हैं. इसको लेकर प्रशासन ने शासन से मुआवजे की राशि स्वीकृत करा ली है और लोगों को मुआवजा दिलाया गया है. हालांकि ग्रामीण प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं.

इस बारे में अपर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि बिलग्राम तहसील क्षेत्र में गंगा नदी में बढ़े जलस्तर के चलते गंगा की तलहटी के गांवों में कुछ मकान बाढ़ से कट गए थे. बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा दिलाया गया है, साथ ही बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि नाव, नाविक, स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर हैं और सिंचाई विभाग के लोग बाढ़ को रोकने में लगे हैं.

हरदोई: जिले में बांधों से लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते नदियों की तलहटी में बसे गांव के लोगों की बेचैनी बढ़ गई है. बाढ़ प्रभावित गांवों में लगातार कटान जारी है. कई मकान नदियों में समा चुके हैं. ऐसे में प्रशासन की ओर से बाढ़ पीड़ितों को शासन द्वारा अनुमान्य सहायता राशि दिलाई गई है, साथ ही कुछ अन्य गांवों में कटान जारी है जिसका सर्वे कराया जा रहा है. प्रशासन की ओर से सभी बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है और गांवों में राशन वितरण कराया जा रहा है. सिंचाई विभाग के लोग बाढ़ के चलते होने वाले कटान को रोकने में लगे हैं. वहीं ग्रामीण इलाके के लोग प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं.

हरदोई में बाढ़ का कहर.

हरदोई जिले में प्रमुख रूप से गंगा, रामगंगा और गर्रा नदियों में बाढ़ आने पर तहसील शाहाबाद, सवायजपुर और बिलग्राम का क्षेत्र प्रभावित रहता है, लेकिन इस बार गंगा का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ा है. जिसके चलते बिलग्राम इलाके में गंगा के बढ़े जलस्तर से कई गांवों के लोग परेशान हैं. तेजी से बढ़ रहे पानी की वजह से कटान हो रहा है. ऐसे में ग्रामीण अपना आशियाना तोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ जा रहे हैं. कटान से बचने के लिए सिंचाई विभाग किनारों पर बोरियां डालकर प्रयास में लगा हुआ है. बिलग्राम इलाके में इस साल बाढ़ से चिरंजूपुरवा, मक्कूपुरवा व निहालपुरवा के ग्रामीण सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं. कटरी बछुइया को भी बाढ़ की मार झेलनी पड़ रही है.

गांव को जोड़ने वाला मार्ग कट गया है, ऐसे में जब तक जलस्तर कम नहीं होता, तब तक लोगों में डर बना रहेगा. छिबरामऊ जाने वाले मार्ग पर अब भी बाढ़ का पानी बह रहा है. यहां के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उधर लोग अपने पक्के घरों को तोड़ रहे हैं और अपनी गृहस्थी का सामान निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहे हैं. अब तक 32 मकान बाढ़ की वजह से गंगा नदी में समा चुके हैं. इसको लेकर प्रशासन ने शासन से मुआवजे की राशि स्वीकृत करा ली है और लोगों को मुआवजा दिलाया गया है. हालांकि ग्रामीण प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं.

इस बारे में अपर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि बिलग्राम तहसील क्षेत्र में गंगा नदी में बढ़े जलस्तर के चलते गंगा की तलहटी के गांवों में कुछ मकान बाढ़ से कट गए थे. बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा दिलाया गया है, साथ ही बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि नाव, नाविक, स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर हैं और सिंचाई विभाग के लोग बाढ़ को रोकने में लगे हैं.

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