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काशीराम कॉलोनी में लगा गन्दगी का अंबार, लोगों का जीना मुहाल - लखनऊ की काशीराम कॉलोनी में सड़कों पर गंदगी

राजधानी लखनऊ की काशीराम कॉलोनी में सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा है, लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार उदासीन हैं. लोगों ने कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकला. लिहाजा पूरी कालोनी में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है.

काशीराम कॉलोनी में लगा गन्दगी का अंबार
काशीराम कॉलोनी में लगा गन्दगी का अंबार
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Published : Dec 6, 2020, 5:42 PM IST

लखनऊ: शहर की गली-गली चमकाने के दावे करने वाला नगर निगम पॉश इलाके को गंदगी के हवाले छोड़कर लापरवाही की नींद सो रहा है. हजारों की आबादी वाली काशीराम कॉलोनी में सड़कों पर बहता नालियों का गंदा पानी और गंदगी का अंबार स्वच्छता अभियान की कवायदों को मुंह चिढ़ा रहे हैं. नगर निगम के जिम्मेदारों की उदासीनता का आलम यह है कि पूरी कॉलोनी में जगह-जगह गंदगी का ढेर लगा हुआ है. लोगों ने कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकला.

महीनों तक नहीं होती है सफाई
ईटीवी भारत से बात करते हुए यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि एक सप्ताह में अगर कोई सफाई कर्मचारी सफाई के लिए आता है तो वह सफाई करके कूड़े के ढेर को सड़क पर या फिर नाली के अंदर कूड़ा करके चला जाता है. जिसके बाद महीनों तक वापस सफाई के लिए नहीं आता है. लोगों ने बताया कि कूड़ा नलियों में जाने के बाद नालियां चोक कर जाती हैं, जिससे नालियों में गन्दा पानी भर जाता है. स्थानीय लोगों ने कई बार साफ सफाई को लेकर पार्षद से इसकी शिकायत की मगर समस्या का कोई हल नहीं निकला. लोगों का कहना है कि कॉलोनी के बीचो बीच में ही एक खाली पड़े प्लाट में सफाई कर्मचारी कूड़े को उठाकर डालते हैं. इस प्लाट में सुअर, गाय कचरा खाते रहते हैं और वही सुअर पूरी कॉलोनी में चक्कर काटता रहता है, जिससे लोगों में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है.

जानकारी देते स्थानीय.

नलियों का गंदा पानी दे रहा है मच्छरजनित बीमारियों को दावत
स्थानीय लोगों ने बताया कि कूड़े के ढेर से नालियां पट जाती हैं, जिससे शाम होते ही मच्छरों का आतंक शुरु हो जाता है. नगर निगम की ओर से कॉलोनी में न तो फॉगिंग कराई जाती हैं न किसी कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है. जिससे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित कई बीमारियां पनपने का खतरा बना हुआ है.

शिकायत करने पर ही होती है सफाई
स्थानीय निवासी शिवकुमारी गोस्वामी ने बताया कि वह पिछले 6 सालों से इस कॉलोनी में रह रही हैं. मगर सफाई कर्मचारी केवल कोई बड़े आयोजन एवं त्योहारों में ही साफ सफाई के लिए आते हैं. जब किसी से शिकायत की जाती है तो वो आकर यही बोलता है कि सभी सड़क साफ सुथरी है, कहीं गन्दगी नहीं है.

मुन्ना यादव ने बताया कि जब कोई शिकायत होती है, तो साफ सफाई करा दी जाती है. उन्होंने बताया कि नाली के गंदे पानी से हमेशा संक्रमण का खतरा बना रहता है.

जब ईटीवी भारत की टीम ने नगर निगम जोन 6 की अधिकारी अम्बी बिष्ट से बात की तो उन्होंने बताया कि दुबग्गा स्थित काशीराम कॉलोनी में परमानेंट सफाई कर्मचारी न होने से समस्या उत्पन्न हो रही है. बहुत जल्द समस्या का समाधान हो जाएगा. अगर कोई सफाई कर्मचारी साफ सफाई के लिए जाता है और कूड़े को सड़क पर या नाली में डाल देता है तो उसपर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

लखनऊ: शहर की गली-गली चमकाने के दावे करने वाला नगर निगम पॉश इलाके को गंदगी के हवाले छोड़कर लापरवाही की नींद सो रहा है. हजारों की आबादी वाली काशीराम कॉलोनी में सड़कों पर बहता नालियों का गंदा पानी और गंदगी का अंबार स्वच्छता अभियान की कवायदों को मुंह चिढ़ा रहे हैं. नगर निगम के जिम्मेदारों की उदासीनता का आलम यह है कि पूरी कॉलोनी में जगह-जगह गंदगी का ढेर लगा हुआ है. लोगों ने कई बार इसकी शिकायत की, लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकला.

महीनों तक नहीं होती है सफाई
ईटीवी भारत से बात करते हुए यहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि एक सप्ताह में अगर कोई सफाई कर्मचारी सफाई के लिए आता है तो वह सफाई करके कूड़े के ढेर को सड़क पर या फिर नाली के अंदर कूड़ा करके चला जाता है. जिसके बाद महीनों तक वापस सफाई के लिए नहीं आता है. लोगों ने बताया कि कूड़ा नलियों में जाने के बाद नालियां चोक कर जाती हैं, जिससे नालियों में गन्दा पानी भर जाता है. स्थानीय लोगों ने कई बार साफ सफाई को लेकर पार्षद से इसकी शिकायत की मगर समस्या का कोई हल नहीं निकला. लोगों का कहना है कि कॉलोनी के बीचो बीच में ही एक खाली पड़े प्लाट में सफाई कर्मचारी कूड़े को उठाकर डालते हैं. इस प्लाट में सुअर, गाय कचरा खाते रहते हैं और वही सुअर पूरी कॉलोनी में चक्कर काटता रहता है, जिससे लोगों में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है.

जानकारी देते स्थानीय.

नलियों का गंदा पानी दे रहा है मच्छरजनित बीमारियों को दावत
स्थानीय लोगों ने बताया कि कूड़े के ढेर से नालियां पट जाती हैं, जिससे शाम होते ही मच्छरों का आतंक शुरु हो जाता है. नगर निगम की ओर से कॉलोनी में न तो फॉगिंग कराई जाती हैं न किसी कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है. जिससे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित कई बीमारियां पनपने का खतरा बना हुआ है.

शिकायत करने पर ही होती है सफाई
स्थानीय निवासी शिवकुमारी गोस्वामी ने बताया कि वह पिछले 6 सालों से इस कॉलोनी में रह रही हैं. मगर सफाई कर्मचारी केवल कोई बड़े आयोजन एवं त्योहारों में ही साफ सफाई के लिए आते हैं. जब किसी से शिकायत की जाती है तो वो आकर यही बोलता है कि सभी सड़क साफ सुथरी है, कहीं गन्दगी नहीं है.

मुन्ना यादव ने बताया कि जब कोई शिकायत होती है, तो साफ सफाई करा दी जाती है. उन्होंने बताया कि नाली के गंदे पानी से हमेशा संक्रमण का खतरा बना रहता है.

जब ईटीवी भारत की टीम ने नगर निगम जोन 6 की अधिकारी अम्बी बिष्ट से बात की तो उन्होंने बताया कि दुबग्गा स्थित काशीराम कॉलोनी में परमानेंट सफाई कर्मचारी न होने से समस्या उत्पन्न हो रही है. बहुत जल्द समस्या का समाधान हो जाएगा. अगर कोई सफाई कर्मचारी साफ सफाई के लिए जाता है और कूड़े को सड़क पर या नाली में डाल देता है तो उसपर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

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