लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में थेरेपी सर्जरी के नए विभाग को मंजूरी मिल गई है. जल्द ही इस विभाग में दिल व फेफड़ों से जुड़े गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा. इस विभाग में फेफड़े सहित दिल के आसपास के अन्य अंगों के इलाज के लिए बेहतर उपकरण मौजूद होंगे, जिससे मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा. विभागाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह यादव ने बताया कि केजीएमयू के कार्य परिषद की बैठक में विभाग को लेकर मंजूरी दी गई है.
यूपी का पहला थेरेपी सर्जरी विभाग
यह उत्तर प्रदेश का पहला थेरेपी सर्जरी विभाग होगा, जहां पर दिल व फेफड़ों के गंभीर बीमार मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा. इससे पहले अभी तक देश में एम्स कोलकाता व सर गंगाराम अस्पताल नई दिल्ली में थेरेपी सर्जरी का विभाग है. केजीएमयू में दिल का इलाज कराने वाले मरीजों को थेरेपी सर्जरी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था. लेकिन अब जब केजीएमयू में अपना खुद का थेरेपी सर्जरी विभाग मौजूद होगा, तो दिल का इलाज कराने पहुंचने वाले मरीजों को थेरेपी के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
सभी डिपार्टमेंट में शुरू हुई ओपीडी सुविधाएं
केजीएमयू ने शुक्रवार से अपने सभी विभागों की ओपीडी सुविधाएं शुरू कर दी हैं. कोरोना संक्रमण के चलते केजीएमयू के तमाम विभागों की ओपीडी को बंद कर दिया गया था, लेकिन अब सभी विभागों की ओपीडी को खोल दिया गया है.
नवंबर 2020 से विभागों की खोली गई ओपीडी
नवंबर 2020 के बाद लगातार मरीजों के लिए विभिन्न विभाग की ओपीडी मरीजों के लिए खोली दी गई है. 1 नवंबर 2020 से अब तक केजीएमयू के विभिन्न विभाग की ओपीडी में 75835 मरीजों को देखा गया है. केजीएमयू प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि केजीएमयू लगातार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहा है. बड़ी संख्या में केजीएमयू को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्राप्त भी हो रहे हैं.
ऑपरेशन की वेटिंग लिस्ट कम करने का प्रयास
केजीएमयू प्रवक्ता सुधीर सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के चलते सर्जरी कराने वाले मरीजों की लंबी वेटिंग लिस्ट हो गई है, जिसको कम करने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. अब जब सभी विभागों की ओपीडी सक्रिय हो गई है और मरीजों को समय दिया जा रहा है. ऐसे में अब संभावनाएं है कि जल्द सर्जरी को लेकर बनी वेटिंग लिस्ट को खत्म किया जाएगा.
इमरजेंसी में लगातार हो रहा इलाज
केजीएमयू में लॉकडाउन के दौरान भी ट्रामा व इमरजेंसी सेक्शन में मरीजों का इलाज होता रहा. एक्सीडेंट व आकस्मिक सर्जरी के मामलों में केजीएमयू लगातार सक्रिय रहा. लॉकडाउन के दौरान भी यहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई, जिन्हें अब और बेहतर करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
केजीएमयू प्रशासन धीमे-धीमे सामान्य व्यवस्थाओं की ओर आगे बढ़ रहा है. केजीएमयू के समस्त विभाग की ओपीडी सुविधाएं मरीजों के लिए खोल दी गई हैं. लॉकडाउन के दौरान रेडियोथैरेपी, नियोनाटोलॉजी, हेमेटोलॉजी विभाग भी खुले रहे.
-डॉक्टर सुधीर, प्रवक्ता केजीएमयू