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यूपी दहलाने की साजिश में हर किरदार की भूमिका थी तय, कश्मीर के संदिग्ध के संपर्क में था मिनहाज

राजधानी लखनऊ में पकड़े गए अलकायदा के आतंकी (Al Qaeda Terrorist) मिनहाज (Minhaz) और मशीरुद्दीन उर्फ मुशीर (Maseeruddin) ने कई राज उगले हैं. एटीएस के अनुसार उत्तर प्रदेश दहलाने की साजिश में हर किरदार की भूमिका तय थी.

यूपी दहलाने की साजिश
यूपी दहलाने की साजिश
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Published : Jul 16, 2021, 4:53 PM IST

लखनऊः राजधानी के काकोरी इलाके से पकड़े गए अलकायदा के आतंकी (Al Qaeda Terrorist) मिनहाज (Minhaz) और मशीरुद्दीन उर्फ मुशीर (Maseeruddin) ने ATS की पूछताछ में कई राज उगले हैं. एटीएस की मानें तो बकरीद और 15 अगस्त से पहले उत्तर प्रदेश दहलाने की साजिश में हर किरदार की भूमिका तय थी. यूपी में सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने के बाद मिनहाज, मुशीर व शकील और उसके अन्य साथियों को किस रास्ते से और किस वाहन से भागना है, इसका ब्लू प्रिंट तैयार किया था. पाकिस्तान के पेशावर में बैठा कमांडर उमर-उल-मंदी इसकी मॉनिटरिंग कर रहा था. यही नहीं, पूछताछ में UP ATS को मिनहाज के बारे में ठोस सुबूत मिला है. ATS की मानें तो मिनहाज जम्मू-कश्मीर के संदिग्ध तौहीद के संपर्क में था. मिनहाज ने तौहीद को जनसेवा केंद्र से रकम ट्रांसफर की थी. कस्टडी रिमांड के दौरान एटीएस अब तौहीद की शिनाख्त के लिए मिनहाज को जम्मू-कश्मीर लेकर जाने की तैयारी में है.

इसे भी पढ़ें-अमंगल की थी साजिश, हनुमान मंदिर और मंगल बाजार था आतंकियों का निशाना

ATS की मानें तो पाकिस्तान के पेशावर से ऑपरेट कर रहा उमर-उल-मंदी ने मिनहाज, मुशीर व शकील को यूपी दहलाने की पूरी जानकारी नहीं दी थी. लेकिन, वह बराबर इन पर नजर रखे था. इस ऑपरेशन की पूरी जानकारी देने के लिये ही वह लखनऊ आने वाला था. ऑपरेशन के एक-दो दिन पहले ही वह साजिश का खुलासा मिनहाज व मुशीर से करता. इस मुलाकात के दौरान ही यह भी तय होना था कि मानव बम से विस्फोट कराया जायेगा तो कौन इसका टारगेट होगा और कौन मानव बम बनेगा? अगर मानव बम वाला प्लान कैंसिल होता है तो विस्फोट कैसे और कहां किया जायेगा, यह भी मुलाकात के दिन ही तय किया जाना था.

मिनहाज ने कश्मीर तौहीद को ट्रांसफर की थी रकम
ATS की मानें तो मिनहाज ने जनसेवा केंद्र से जम्मू कश्मीर के तौहीद के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर किए थे. UP ATS ने उक्त बैंक की डिटेल एकत्र कर रही है. कस्टडी रिमांड के दौरान ATS अब तौहीद की शिनाख्त के लिए मिनहाज को जम्मू-कश्मीर लेकर जाने की तैयारी में है. संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ में एटीएस को कई अहम जानकारियां मिल रही हैं.

नक्शा जलाने की बात से मिनहाज ने किया इंकार
ATS की गिरफ्त में आए मिनहाज व मुशीर से रिमांड के चौथे दिन भी कई घंटे तक पूछताछ की गई. ATS के अफसरों का कहना है कि ये लोग सवालों के अजीबोगरीब जवाब देकर टीम को उलझा रहे हैं. मिनहाज व मुशीर के कुछ दस्तावेजों से भी काफी जानकारी मिली है. मिनहाज ने पूछताछ में गैराज के अंदर किसी तरह का नक्शा जलाये जाने की बात से इंकार किया है. उसने कहा कि अभी नक्शा उसे उपलब्ध ही नहीं कराया गया था. यह जरूर कहा कि कमांडर ने ऑपरेशन को लेकर कई तरह के नक्शे तैयार किये थे, जो जल्दी ही उन लोगों को दिये जाने वाले थे. मिनहाज ने बताया कि कुछ वीडियो के जरिये टिप्स दी गई थी. साजिश के बाद उन्हें भागने के लिये गाड़ियां ट्रैवेल एजेन्सी के जरिये मिलनी थी. यह ट्रैवेल एजेन्सी लखनऊ की हैं अथवा किसी अन्य जगह की. इस बारे में मुशीर व मिनहाज को नहीं बताया गया था.


डायरी की तलाश में जुटी ATS
ATS अफसरों की मानें तो मिनहाज की डायरी में मूसा नाम के शख्स का पता चला है. मूसा भी मिनहाज के संपर्क में था. एक डायरी में उसने मूसा और तौहीद की टेलीग्राम आईडी भी लिखकर रखी है. एटीएस रिमांड के दौरान डायरी को भी बरामद करने का प्रयास कर रही है. एटीएस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि मिनहाज ने किससे और कहां से पिस्टल ली थी?

अलकायदा के हैंडलर मूसा और तौहीद की तलाश में दबिश
UP ATS सूत्रों के अनुसार, मूसा और तौहीद अलकायदा के हैंडलर हैं. मिनहाज और मुशीर से UP ATS के अलावा अन्य जांच व खुफिया एजेंसियां भी लगातार पूछताछ कर रही हैं. इनपुट के आधार पर मूसा और तौहीद की तलाश में यूपी और कश्मीर के ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं. इसके अलावा एटीएस की टीम मुजफ्फरनगर भेजी गई है, जो बुधवार को पकड़े गए मुस्तकीम का गृह जनपद है.

VEDIO से बम बनाने की ली थी ट्रेनिंग
मिनहाज ने पूछताछ में कुबूला है कि इंटरनेट पर अलकायदा से जुड़े वीडियो को देखकर ही वह उनसे जुड़ा था. बम बनाने की ट्रेनिंग भी वीडियो से ली थी. UP ATS जुलाई 2020 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा पकड़े गए मॉड्यूल से लिंक होने की पड़ताल कर रही है. दोनों मॉड्यूल की मॉडस आपरेंडी काफी मिलती जुलती है. जुलाई 2020 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा ही पकड़ा गया बलरामपुर का यूसुफ खान को भी ATS तलाश रही है. यूसुफ राम जन्म भूमि में पूजन से पहले फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था. यूसुफ आईएसआईएस के खोरासन मॉड्यूल से जुड़ा था. एटीएस इस बात की तस्दीक कर रही है कि कहीं यूसुफ और मिनहाज आपस में जुड़े तो नहीं हैं.

लखनऊः राजधानी के काकोरी इलाके से पकड़े गए अलकायदा के आतंकी (Al Qaeda Terrorist) मिनहाज (Minhaz) और मशीरुद्दीन उर्फ मुशीर (Maseeruddin) ने ATS की पूछताछ में कई राज उगले हैं. एटीएस की मानें तो बकरीद और 15 अगस्त से पहले उत्तर प्रदेश दहलाने की साजिश में हर किरदार की भूमिका तय थी. यूपी में सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने के बाद मिनहाज, मुशीर व शकील और उसके अन्य साथियों को किस रास्ते से और किस वाहन से भागना है, इसका ब्लू प्रिंट तैयार किया था. पाकिस्तान के पेशावर में बैठा कमांडर उमर-उल-मंदी इसकी मॉनिटरिंग कर रहा था. यही नहीं, पूछताछ में UP ATS को मिनहाज के बारे में ठोस सुबूत मिला है. ATS की मानें तो मिनहाज जम्मू-कश्मीर के संदिग्ध तौहीद के संपर्क में था. मिनहाज ने तौहीद को जनसेवा केंद्र से रकम ट्रांसफर की थी. कस्टडी रिमांड के दौरान एटीएस अब तौहीद की शिनाख्त के लिए मिनहाज को जम्मू-कश्मीर लेकर जाने की तैयारी में है.

इसे भी पढ़ें-अमंगल की थी साजिश, हनुमान मंदिर और मंगल बाजार था आतंकियों का निशाना

ATS की मानें तो पाकिस्तान के पेशावर से ऑपरेट कर रहा उमर-उल-मंदी ने मिनहाज, मुशीर व शकील को यूपी दहलाने की पूरी जानकारी नहीं दी थी. लेकिन, वह बराबर इन पर नजर रखे था. इस ऑपरेशन की पूरी जानकारी देने के लिये ही वह लखनऊ आने वाला था. ऑपरेशन के एक-दो दिन पहले ही वह साजिश का खुलासा मिनहाज व मुशीर से करता. इस मुलाकात के दौरान ही यह भी तय होना था कि मानव बम से विस्फोट कराया जायेगा तो कौन इसका टारगेट होगा और कौन मानव बम बनेगा? अगर मानव बम वाला प्लान कैंसिल होता है तो विस्फोट कैसे और कहां किया जायेगा, यह भी मुलाकात के दिन ही तय किया जाना था.

मिनहाज ने कश्मीर तौहीद को ट्रांसफर की थी रकम
ATS की मानें तो मिनहाज ने जनसेवा केंद्र से जम्मू कश्मीर के तौहीद के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर किए थे. UP ATS ने उक्त बैंक की डिटेल एकत्र कर रही है. कस्टडी रिमांड के दौरान ATS अब तौहीद की शिनाख्त के लिए मिनहाज को जम्मू-कश्मीर लेकर जाने की तैयारी में है. संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ में एटीएस को कई अहम जानकारियां मिल रही हैं.

नक्शा जलाने की बात से मिनहाज ने किया इंकार
ATS की गिरफ्त में आए मिनहाज व मुशीर से रिमांड के चौथे दिन भी कई घंटे तक पूछताछ की गई. ATS के अफसरों का कहना है कि ये लोग सवालों के अजीबोगरीब जवाब देकर टीम को उलझा रहे हैं. मिनहाज व मुशीर के कुछ दस्तावेजों से भी काफी जानकारी मिली है. मिनहाज ने पूछताछ में गैराज के अंदर किसी तरह का नक्शा जलाये जाने की बात से इंकार किया है. उसने कहा कि अभी नक्शा उसे उपलब्ध ही नहीं कराया गया था. यह जरूर कहा कि कमांडर ने ऑपरेशन को लेकर कई तरह के नक्शे तैयार किये थे, जो जल्दी ही उन लोगों को दिये जाने वाले थे. मिनहाज ने बताया कि कुछ वीडियो के जरिये टिप्स दी गई थी. साजिश के बाद उन्हें भागने के लिये गाड़ियां ट्रैवेल एजेन्सी के जरिये मिलनी थी. यह ट्रैवेल एजेन्सी लखनऊ की हैं अथवा किसी अन्य जगह की. इस बारे में मुशीर व मिनहाज को नहीं बताया गया था.


डायरी की तलाश में जुटी ATS
ATS अफसरों की मानें तो मिनहाज की डायरी में मूसा नाम के शख्स का पता चला है. मूसा भी मिनहाज के संपर्क में था. एक डायरी में उसने मूसा और तौहीद की टेलीग्राम आईडी भी लिखकर रखी है. एटीएस रिमांड के दौरान डायरी को भी बरामद करने का प्रयास कर रही है. एटीएस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि मिनहाज ने किससे और कहां से पिस्टल ली थी?

अलकायदा के हैंडलर मूसा और तौहीद की तलाश में दबिश
UP ATS सूत्रों के अनुसार, मूसा और तौहीद अलकायदा के हैंडलर हैं. मिनहाज और मुशीर से UP ATS के अलावा अन्य जांच व खुफिया एजेंसियां भी लगातार पूछताछ कर रही हैं. इनपुट के आधार पर मूसा और तौहीद की तलाश में यूपी और कश्मीर के ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं. इसके अलावा एटीएस की टीम मुजफ्फरनगर भेजी गई है, जो बुधवार को पकड़े गए मुस्तकीम का गृह जनपद है.

VEDIO से बम बनाने की ली थी ट्रेनिंग
मिनहाज ने पूछताछ में कुबूला है कि इंटरनेट पर अलकायदा से जुड़े वीडियो को देखकर ही वह उनसे जुड़ा था. बम बनाने की ट्रेनिंग भी वीडियो से ली थी. UP ATS जुलाई 2020 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा पकड़े गए मॉड्यूल से लिंक होने की पड़ताल कर रही है. दोनों मॉड्यूल की मॉडस आपरेंडी काफी मिलती जुलती है. जुलाई 2020 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा ही पकड़ा गया बलरामपुर का यूसुफ खान को भी ATS तलाश रही है. यूसुफ राम जन्म भूमि में पूजन से पहले फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था. यूसुफ आईएसआईएस के खोरासन मॉड्यूल से जुड़ा था. एटीएस इस बात की तस्दीक कर रही है कि कहीं यूसुफ और मिनहाज आपस में जुड़े तो नहीं हैं.

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