लखनऊ: राजधानी के कोतवाली पारा क्षेत्र में शनिवार को बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. रविवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंपा गया. इसके बाद परिजनों ने शव को बदलने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को किसी तरह से हटाया गया. परिजनों का आरोप है कि बेटी की हत्या की गई है.
मौके पर लगातार बढ़ रही भीड़ को देखते हुए चार कंपनी पीएसी, चार थानों की पुलिस को मौके पर तैनात किया गया. वहीं घंटों चले प्रदर्शन के बाद देर शाम शव को दफनाया गया. इस मामले में मृत बच्ची के परिजनों ने इंस्पेक्टर पारा को निलंबित करने, आरोपितों को गिरफ्तार करने और एक करोड़ रुपये मुआवजा समेत सदस्य को नौकरी देने की मांग की है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहर में डूबने से किशोरी की मौत की पुष्टि हुई है.
क्या था मामला?
राजधानी लखनऊ स्थित पारा थाना क्षेत्र में सुबह करीब 9:00 बजे घर से निकली बच्ची (12 वर्ष) संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी, जिसके बाद देर शाम उसका शव सहायक इंदिरा नहर में मिला. नहर के पास बच्ची की चप्पल व कपड़े मिलने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया था. घर वालों की मानें तो बच्ची घर से सामान लेने के लिए निकली थी. वहीं काफी ढूंढने के बाद जब वह नहीं मिली तो देर शाम परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी.