लखनऊ : प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा विभाग के सभी संस्थानों में खाली पड़े सभी पदों को जल्द ही भरने की प्रक्रिया शुरू होगी. प्राविधिक संस्थानों में समूह ग के खाली पदों को भरने के लिए प्रस्ताव तैयार कर उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को जल्द ही भेजा जाएगा. साथ ही प्रदेश में चार नए इंजीनियरिंग कॉलेजों में जल्द ही शैक्षणिक सत्र की शुरुआत की जाएगी. इसके लिए जो भी जरूरी प्रक्रिया है उसे जल्द ही पूरा करने के निर्देश प्राथमिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों को दिए गए.
बुधवार को प्राविधिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने चर्चा के दौरान अधिकारियों को यह निर्देश दिए. समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव प्राविधिक शिक्षा कल्पना अवस्थी, विशेष सचिव अन्नावी दिनेश कुमार, वेद प्रकाश शर्मा राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों के निदेशक एवं रजिस्ट्रार सहित विभाग के समस्त अधिकारी उपस्थित थे. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 'केंद्र तथा प्रदेश सरकार के संसाधनों तथा बजट का सही उपयोग कर प्रदेश के अधिक से अधिक युवाओं को तकनीकी शिक्षा व कौशल विकास पर जोर दिया जाए, ताकि देश व प्रदेश का भविष्य बेहतर हो सके. समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने प्राविधिक शिक्षा विभाग को हर स्तर पर और अधिक प्रभावी और लक्ष्य प्राप्ति के प्रयास करने के निर्देश अधिकारियों को दिए. इसके लिए डिग्री, डिप्लोमा दोनों सेक्टर में मानव संसाधन विकास तथा बुनियादी ढांचे का भरपूर उपयोग संरक्षण एवं संवर्धन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
विधान भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में बौद्धिक शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि संस्थानों में मानव संसाधन की कोई कमी न रहे, इसके लिए शीघ्र ही टीचिंग तथा नॉन टीचिंग के खाली पदों की भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाए.' टीचिंग पदों पर भर्ती के लिए जो भी नीतिगत या व्यवहारिक दिक्कतें हैं उन्हें जल्द से जल्द दूर कर खाली पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया. विभाग के सभी खाली पदों को भरने के लिए सभी मानकों और पारदर्शी प्रक्रिया का अनुपालन किया जाए. इसके अलावा प्राविधिक शिक्षा परिषद के अधीन आने वाले सभी संस्थानों एवं विभागों में नॉन टीचिंग पदों का ई-अधियाचन जल्द से जल्द जारी किया जाए. ई-अधियाचन भेजे जाने के संदर्भ में ट्रेनिंग सत्र भी आयोजित किया जाएगा. उन्होंने डिग्री व डिप्लोमा सेक्टर के निर्माण कार्यों की भी संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट ली तथा निर्माण कार्य में शिथिलता बरतने वालों पर तुरंत ही कार्यवाही करने के निर्देश दिए.