लखनऊ: शहर के ऐतिहासिक लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज में प्रबंधकीय विवाद के बीच अब शिक्षकों के साथ बदसलूकी के भी मामले सामने आ रहे हैं. माध्यमिक शिक्षक संघ का आरोप है कि स्कूल की प्रबंध समिति में घुसे कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से शिक्षकों के साथ गुंडागर्दी, मारपीट और गाली-गलौज की जा रही है. संज्ञान में आया है कि इसी कड़ी में पुनः डिप्टी रजिस्ट्रार से मिली भगतकर फर्जी अभिलेखों के आधार पर नई कमेटी मान्य करा ली गई किन्तु जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा अनियमित रूप से गठित की गई. नई कमेटी एवं प्रबंधक को मान्यता नहीं दी गई है. ऐसे लोगों द्वारा क्रिश्चियन इण्टर कालेज और सेन्टीनियल इण्टर कालेज में गुण्डागर्दी के आधार पर काबिज होकर विद्यालय संचालन के प्रयास किए जा रहे है जिसके विरूद्व जिला संगठन संघर्ष करेगा.
इन घटनाओं से भड़के हुए हैं शिक्षक
लखनऊ क्रिश्यिचन इण्टर कालेज में कई वर्षो तक प्रधानाचार्य रहे वरिष्ठ प्रवक्ता आजाद मसीह के साथ गाली-गालौज एवं मारपीट करने के आरोप लगाए गए हैं.
आरोप है कि आजाद मसीह और रसायन विज्ञान प्रवक्ता सुमित अजय दास को विद्यालय आने पर गम्भीर परिणाम भुगतने की धमकी तक दी गई है.
डीआईओएस ने नहीं दी है मान्यता
माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश मंत्री डॉक्टर आरपी मिश्रा ने बताया कि लखनऊ क्रिश्यिचन इण्टर कालेज एवं सेन्टीनियल इण्टर कॉलेज में गुंडागर्दी और फर्जीवाड़े की मदद से प्रबंध समिति पर कब्जा किया गया है. इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी व्यक्तियों को दंडित कराए जाने की मांग को लेकर जिला संगठन संघर्ष करेगा. निर्णय लिया गया कि शीघ्र ही जिला संगठन की बैठक आहूत कर चरणबद्व सघर्ष की रूपरेखा निर्धारित की जाएगी. इसके पूर्व जिला संगठन के पदाधिकारियों का प्रतिनिधि मण्डल शीघ्र ही मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा, अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक शिक्षा), शिक्षा निदेशक (माध्यमिक), जिला विद्यालय निरीक्षक, पुलिस आयुक्त, जिलाधिकारी, एवं अन्य उच्चधिकारियों को ज्ञापन प्रेषित कर उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषी व्यक्तियों को दंडित किए जाने की मांग करेगा.
शिक्षा माफिया की है संपत्ति पर नजर
माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री एवं जिला सरक्षक डॉ. आरपी मिश्र एवं जिलाध्यक्ष डॉ. आरके त्रिवेदी ने बताया कि क्रिश्चियन इण्टर कालेज की अरबों रूपये की संपत्ति पर शिक्षा माफियाओं की नजरें लगी हुई है. कुछ वर्षों पहले भी फर्जी प्रबंध समिति गठित कर विद्यालय में फर्जी नियुक्तियां एंव कब्जे का प्रयास किया गया था. जो न्यायालय एवं शासन के हस्तक्षेप से सफल नहीं हुआ था. संज्ञान में आया है कि इसी कड़ी में पुनः डिप्टी रजिस्ट्रार से मिली भगतकर फर्जी अभिलेखों के आधार पर नई कमेटी मान्य करा ली गई किंतु जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा अनियमित रूप से गठित की गई. नई कमेटी एवं प्रबंधक को मान्यता नहीं दी गई है. फिर भी ऐसे लोगों द्वारा क्रिश्चियन इण्टर कालेज और सेन्टीनियल इण्टर कालेज में गुण्डागर्दी के आधार पर काबिज होकर विद्यालय संचालन के प्रयास किए जा रहे है जिसके विरूद्व जिला सगठन संघर्ष करेगा.
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