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आगरा की कहानी सुनाकर पिता-पुत्र को बेचे नकली आभूषण, 40 लाख ठगे

दिल्ली में ठगों ने पिता-पुत्र को 40 लाख का चूना लगाकर नकली सोने के आभूषण थमा दिए. जिसके बाद पुलिस ठगी का केस दर्ज कर मामले की जांच में जुटी है.

नकली गहने देकर पिता-पुत्र को लगाया 40 लाख का चूना
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Published : Nov 22, 2019, 7:32 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी में ठगों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला बाहरी दिल्ली के पश्चिम विहार वेस्ट का है. जहां ठगों ने पिता-पुत्र को 40 लाख का चूना लगाकर नकली सोने के आभूषण थमा दिए. वारदात को अंजाम देने के बाद ठग मौके से फरार हो गए.

नकली गहने देकर पिता-पुत्र को लगाया 40 लाख का चूना.

पीड़ित का निजी कारोबार है
पुलिस के मुताबिक अमरजीत सिंह परिवार के साथ राजौरी गार्डन में रहते हैं. अमरजीत का निजी कारोबार है. पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़ित ने बताया कि कुछ दिन पहले वह अपने ड्राइवर विकास के साथ कार से मुंडका स्थित अपने गोदाम पर जा रहे थे, तभी रास्ते में उनकी कार पंचर हो गई. ड्राइवर ने कार को एक किनारे खड़ा किया और टायर बदलने लगा. पुलिस के मुताबिक टायर बदलने के दौरान पीड़ित अमरजीत कार के बाहर खड़ हो गए. इसी बीच एक युवक पीड़ित के पास आया और खुद का नाम धीरू बताकर कहा कि वह लेबर है. उसके बाद पीड़ित को एक चांदी का सिक्का दिखाया और कहा कि उसे रुपये की बहुत जरूरत है. वह उससे यह सिक्का लेकर उसे 100 रुपये दे दे.


पीड़ित ने सिक्के बारे में पूछा तो आरोपी ने बताया कि उसके पास सोने और चांदी के ऐसे बहुत सारे सिक्के पड़े हुए हैं. पीड़ित ने सिक्के के नकली होने की बात कही. जिस पर धीरू ने कहा कि आप इसे अच्छे तरह से चेक करवा लो, सही लगे तो ले लेना. इतनी बात होने के बाद दोनों ने एक दूसरे को अपना नंबर दिया और चांदी का सिक्का और एक लॉकेट पीड़ित को दिया. पीड़ित ने घर आकर अपने बेटे को चेक करवाने के लिये कहा. चेक करवाने पर सिक्का सही पाया गया.


'सौदा 50 लाख में तय हुआ'
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक-दो दिन बाद धीरू ने पीड़ित को कॉल किया और बताया कि उसके पास सोने और चांदी के आभूषण करीब 11-12 किलो हैं. पीड़ित ने धीरू को अपने ऑफिस बुलाया. जिस पर आरोपी ने उसे दोबारा पीरागढ़ी मिलने की बात कही. पीड़ित पीरागढ़ी पहुंचे, वहां एक महिला समेत तीन लोग मिले.


सूत्रों की मानें तो पीड़ित के ड्राइवर ने तीनों का मोबाइल से वीडियों भी बनाया. इधर बातचीत होने पर सौदा 50 लाख में तय हुआ. पीड़ित के पूछे जाने पर आरोपी ने बताया कि यह आभूषण उसे आगरा में खुदाई के दौरान मिले थे. वह काफी समय पहले पत्नी के साथ वहां लेबर का काम कर रहा था. इसी बीच उसे यह दो पोटली मिली.


पीड़ित ने रुपये का इंतजाम करने के लिये एक दिन का समय मांगा. उसके बाद पीड़ित चला गया. इधर आरोपी लगातार पीड़ित को कॉल करता रहा. जिस पर पीड़ित ने कहा कि उसने 40 लाख का इंतजाम कर लिया है. बाकि के रुपये का इंतजाम कर रहा है. जिस पर आरोपी ने कहा कि बाकी के रुपये बाद में दे देना, अभी इतने ही ले आओ.

पीतल का आभूषण दे लगाया 40 लाख का चूना
इधर पीड़ित अमरजीत अपने बेटे के साथ शाम करीब 6.30 बजे पीरागढ़ी दोबारा पहुंचे. वहां उसे आरोपी धीरू मिला. उसने पीड़ित को दो पोटली दी. एक पोटली पांच किलो की थी, जबकि दूसरी छह किलो की. पोटली लेने के बाद पीड़ित ने आरोपी धीरू को 40 लाख रुपये दे दिये. रुपये लेने के बाद आरोपी चला गया. इधर पिता-पुत्र भी घर लौटे और आभूषण को चेक करवाने के लिये जैसे ही ज्वेलर के पास पहुंचे तो उनके होश उड़ गये.


ज्वेलर ने बताया कि यह आभूषण तो पीतल के हैं. इनमें सिर्फ पॉलिस हो रखी है. पीड़ित को ठगी का पता चलते ही मामले की सूचना पुलिस को दी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. साथ ही वीडियों के जरिए आरोपियों की पहचान करने में जुटी हुई है.

नई दिल्ली: राजधानी में ठगों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला बाहरी दिल्ली के पश्चिम विहार वेस्ट का है. जहां ठगों ने पिता-पुत्र को 40 लाख का चूना लगाकर नकली सोने के आभूषण थमा दिए. वारदात को अंजाम देने के बाद ठग मौके से फरार हो गए.

नकली गहने देकर पिता-पुत्र को लगाया 40 लाख का चूना.

पीड़ित का निजी कारोबार है
पुलिस के मुताबिक अमरजीत सिंह परिवार के साथ राजौरी गार्डन में रहते हैं. अमरजीत का निजी कारोबार है. पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़ित ने बताया कि कुछ दिन पहले वह अपने ड्राइवर विकास के साथ कार से मुंडका स्थित अपने गोदाम पर जा रहे थे, तभी रास्ते में उनकी कार पंचर हो गई. ड्राइवर ने कार को एक किनारे खड़ा किया और टायर बदलने लगा. पुलिस के मुताबिक टायर बदलने के दौरान पीड़ित अमरजीत कार के बाहर खड़ हो गए. इसी बीच एक युवक पीड़ित के पास आया और खुद का नाम धीरू बताकर कहा कि वह लेबर है. उसके बाद पीड़ित को एक चांदी का सिक्का दिखाया और कहा कि उसे रुपये की बहुत जरूरत है. वह उससे यह सिक्का लेकर उसे 100 रुपये दे दे.


पीड़ित ने सिक्के बारे में पूछा तो आरोपी ने बताया कि उसके पास सोने और चांदी के ऐसे बहुत सारे सिक्के पड़े हुए हैं. पीड़ित ने सिक्के के नकली होने की बात कही. जिस पर धीरू ने कहा कि आप इसे अच्छे तरह से चेक करवा लो, सही लगे तो ले लेना. इतनी बात होने के बाद दोनों ने एक दूसरे को अपना नंबर दिया और चांदी का सिक्का और एक लॉकेट पीड़ित को दिया. पीड़ित ने घर आकर अपने बेटे को चेक करवाने के लिये कहा. चेक करवाने पर सिक्का सही पाया गया.


'सौदा 50 लाख में तय हुआ'
पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक-दो दिन बाद धीरू ने पीड़ित को कॉल किया और बताया कि उसके पास सोने और चांदी के आभूषण करीब 11-12 किलो हैं. पीड़ित ने धीरू को अपने ऑफिस बुलाया. जिस पर आरोपी ने उसे दोबारा पीरागढ़ी मिलने की बात कही. पीड़ित पीरागढ़ी पहुंचे, वहां एक महिला समेत तीन लोग मिले.


सूत्रों की मानें तो पीड़ित के ड्राइवर ने तीनों का मोबाइल से वीडियों भी बनाया. इधर बातचीत होने पर सौदा 50 लाख में तय हुआ. पीड़ित के पूछे जाने पर आरोपी ने बताया कि यह आभूषण उसे आगरा में खुदाई के दौरान मिले थे. वह काफी समय पहले पत्नी के साथ वहां लेबर का काम कर रहा था. इसी बीच उसे यह दो पोटली मिली.


पीड़ित ने रुपये का इंतजाम करने के लिये एक दिन का समय मांगा. उसके बाद पीड़ित चला गया. इधर आरोपी लगातार पीड़ित को कॉल करता रहा. जिस पर पीड़ित ने कहा कि उसने 40 लाख का इंतजाम कर लिया है. बाकि के रुपये का इंतजाम कर रहा है. जिस पर आरोपी ने कहा कि बाकी के रुपये बाद में दे देना, अभी इतने ही ले आओ.

पीतल का आभूषण दे लगाया 40 लाख का चूना
इधर पीड़ित अमरजीत अपने बेटे के साथ शाम करीब 6.30 बजे पीरागढ़ी दोबारा पहुंचे. वहां उसे आरोपी धीरू मिला. उसने पीड़ित को दो पोटली दी. एक पोटली पांच किलो की थी, जबकि दूसरी छह किलो की. पोटली लेने के बाद पीड़ित ने आरोपी धीरू को 40 लाख रुपये दे दिये. रुपये लेने के बाद आरोपी चला गया. इधर पिता-पुत्र भी घर लौटे और आभूषण को चेक करवाने के लिये जैसे ही ज्वेलर के पास पहुंचे तो उनके होश उड़ गये.


ज्वेलर ने बताया कि यह आभूषण तो पीतल के हैं. इनमें सिर्फ पॉलिस हो रखी है. पीड़ित को ठगी का पता चलते ही मामले की सूचना पुलिस को दी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. साथ ही वीडियों के जरिए आरोपियों की पहचान करने में जुटी हुई है.

Intro:लोकेशन--दिल्ली/पश्चिम विहार वेस्ट
स्लग--पिता पुत्र से ठगी
रिपोर्ट--ओपी शुक्ला

आउटर दिल्ली:- राजधानी दिल्ली में ठगों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला बाहरी दिल्ली के पश्चिम विहार वेस्ट का है। यहां ठगों ने पिता-पुत्र को 40 लाख का चूना लगाकर नकली सोने के आभूषण थमा दिये। वारदात को अंजाम देने के बाद ठग मौके से फरार हो गये। इधर ठगी का पता चलते ही पीड़ित ने मामले की सूचना पुलिस को दी। फिलहाल पुलिस पीड़ित के बयान पर केस दर्ज कर ठगों की तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार, अमरजीत सिंह (63) परिवार के साथ राजौरी गार्डन में रहते है। अमरजीत का निजी कारोबार है। पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित ने बताया कि कुछ दिन पहले वह अपने ड्राइवर विकास के साथ कार से मुंडका स्थित अपने गोदाम में जा रहे थे। रास्ते में उनकी कार पंचर हो गई। ड्राइवर ने कार को एक किनारे खड़ा किया और टायर बदलने लगा।Body:ऐसे हुई मुलाकात हुई ठग से

पुलिस सूत्रों के अनुसार, टायर बदलने के दौरान पीड़ित अमरजीत कार के बाहर खड़े हो गये। इसी बीच एक व्यक्ति पीड़ित के पास आया और खुदका नाम धीरू बताकर कहा कि वह लेबर है। उसके बाद पीड़ित को एक चांदी का सिक्का दिखाया और कहा कि उसे रुपये की बहुत जरूरत है। वह उससे यह सिक्का लेकर उसे 100 रुपये दे। पीड़ित ने सिक्के बारे में पूछा तो आरोपित ने बताया कि उसके पास सोने व चांदी के ऐसे बहुत सारे सिक्के पड़े हुए है। पीड़ित ने सिक्के के नकली होने की बात कही। जिसपर धीरू ने कहा कि आप इसे अच्छे तरह से चेक करवा लो। सही लगे तो ले लेना। इतनी बात होने के बाद दोनों ने एक दूसरे को अपना नम्बर दिया और चांदी का सिक्का व एक लॉकेट पीड़ित को दिया। पीड़ित ने घर आकर अपने बेटे को चेक करवाने के लिये कहा। चेक करवाने पर सिक्का सही पाया गया।

आगरा की कहानी सुनाकर दिया अश्वासन

पुलिस सूत्रों के अनुसार, एक-दो दिन बाद धीरू ने पीड़ित को कॉल किया और बताया कि उसके पास सोने व चांदी के आभूषण करीब 11-12 किलों है। पीड़ित ने धीरू को अपने ऑफिस बुलाया। जिसपर आरोपित ने उसे दोबारा पीरा गढ़ी मिलने की बात कहीं। पीड़ित पीरा गढ़ी पहुंचा। वहां एक महिला समेत तीन लोग मिले। सूत्रों की माने तो पीड़ित के ड्राइवर ने तीनों का मोबाइल से वीडियों भी बनाया। इधर बात-चीत होने पर सौदा 50 लाख में तय हुआ। पीड़ित के पूछे जाने पर आरोपित ने बताया कि यह आभूषण उसे आगरा में खुदाई के दौरान मिले थे। वह काफी समय पहले पत्नी के साथ वहां लेबर का काम कर रहा था। इसी बीच उसे यह दो पोटली मिली। पीड़ित ने रुपये का इंतजाम करने के लिये एक दिन का समय मांगा। उसके बाद पीड़ित चला गया। इधर आरोपित लगातार पीड़ित को कॉल करता रहा। जिसपर पीड़ित ने कहा कि उसने 40 लाख का इंतजाम कर लिया है। बाकि के रुपये का इंतजाम कर रहा है। जिसपर आरोपित ने कहा कि बाकि के रुपये बाद में दे देना। अभी इतने ही ले आओ।

पीतल के आभूषण थमाकर लगाया 40 लाख का चूना

इधर पीड़ित अमरजीत अपने बेटे के साथ शाम करीब 6.30 बजे पीरा गढ़ी दोबारा पहुंचे। वहां उन्हें आरोपित धीरू मिला। उसने पीड़ित को दो पोटली दी। एक पोटली पांच किलो की थी। जबकि दूसरी छह किलो की। पोटली लेने के बाद पीड़ित ने आरोपित धीरू को 40 लाख रुपये दे दिये। रुपये लेने के बाद आरोपित चला गया। इधर पिता-पुत्र भी घर लौटे और आभूषण को चेक करवाने के लिये जैसे ही ज्वैलर के पास पहुंचे तो उनके होश उड़ गये। ज्वैलर ने बताया कि यह आभूषण तो पीतल के है। इनमे सिर्फ पॉलिस हो रखी है। पीड़ित को ठगी का पता चलते ही मामले की सूचना पुलिस को दी।Conclusion:फिलहाल पश्चिम विहार वेस्ट थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। साथ ही वीड़ियो के जरिए आरोपितों की पहचान करने में जुटी हुई है।
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