लखनऊ: अयोध्या भूमि विवाद पर फैसले के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है. यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है. हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया.
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देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।
">देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है। देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें।
न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया. देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुना दिया है. इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.
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सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है:
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यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है।
हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया।
न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया।
">सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है:
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यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है।
हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया।
न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया।सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई वजहों से महत्वपूर्ण है:
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यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है।
हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया।
न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया।
रामभक्ति हो या रहीमभक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारतभक्ति की भावना को सशक्त करने का है. देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखें.
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यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है।
भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है।
">यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है।
भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है।यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2019
हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है।
भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है।
यह फैसला न्यायिक प्रक्रियाओं में जन सामान्य के विश्वास को और मजबूत करेगा. हमारे देश की हजारों साल पुरानी भाईचारे की भावना के अनुरूप हम 130 करोड़ भारतीयों को शांति और संयम का परिचय देना है.भारत के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की अंतर्निहित भावना का परिचय देना है.
अयोध्या पर कोर्ट के फैसले का सीएम योगी ने किया स्वागत
सीएम योगी ने कहा, 'माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत है, देश की एकता व सद्भाव बनाए रखने में सभी सहयोग करें, उत्तर प्रदेश में शांति, सुरक्षा और सद्भाव का वातावरण बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है.'
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श्री राम जन्मभूमि पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय का सर्वसम्मति से निर्णय भारतीय विधि व्यवस्था की निष्पक्षता का सजीव प्राकट्य है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
समस्त नागरिक, निर्णय को सहजता और सद्भाव के साथ स्वीकार करें।
">श्री राम जन्मभूमि पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय का सर्वसम्मति से निर्णय भारतीय विधि व्यवस्था की निष्पक्षता का सजीव प्राकट्य है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 9, 2019
समस्त नागरिक, निर्णय को सहजता और सद्भाव के साथ स्वीकार करें।श्री राम जन्मभूमि पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय का सर्वसम्मति से निर्णय भारतीय विधि व्यवस्था की निष्पक्षता का सजीव प्राकट्य है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 9, 2019
समस्त नागरिक, निर्णय को सहजता और सद्भाव के साथ स्वीकार करें।
उन्होंने कहा कि श्री राम जन्मभूमि पर माननीय सर्वोच्च न्यायालय का सर्वसम्मति से निर्णय भारतीय विधि व्यवस्था की निष्पक्षता का सजीव प्राकट्य है. समस्त नागरिक, निर्णय को सहजता और सद्भाव के साथ स्वीकार करें.
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यह भारतीय चिरंतन मूल्य,सह-जीवन, सह-अस्तित्व,सहयोग और सहकार की भावना का परीक्षा काल है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
सम्पूर्ण विश्व की दृष्टि भारत की तरफ है।
आइये,प्रभु श्री राम के धैर्य और मर्यादा का अनुसरण करते हुए शांति,सद्भाव और समरसता को दृढ़ता प्रदान कर अपने आचरण से विश्व को प्रभु श्री राम का संदेश दें।
">यह भारतीय चिरंतन मूल्य,सह-जीवन, सह-अस्तित्व,सहयोग और सहकार की भावना का परीक्षा काल है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 9, 2019
सम्पूर्ण विश्व की दृष्टि भारत की तरफ है।
आइये,प्रभु श्री राम के धैर्य और मर्यादा का अनुसरण करते हुए शांति,सद्भाव और समरसता को दृढ़ता प्रदान कर अपने आचरण से विश्व को प्रभु श्री राम का संदेश दें।यह भारतीय चिरंतन मूल्य,सह-जीवन, सह-अस्तित्व,सहयोग और सहकार की भावना का परीक्षा काल है।
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सम्पूर्ण विश्व की दृष्टि भारत की तरफ है।
आइये,प्रभु श्री राम के धैर्य और मर्यादा का अनुसरण करते हुए शांति,सद्भाव और समरसता को दृढ़ता प्रदान कर अपने आचरण से विश्व को प्रभु श्री राम का संदेश दें।
भारतीय चिरंतन मूल्य,सह-जीवन, सह-अस्तित्व,सहयोग और सहकार की भावना का परीक्षा काल है. सम्पूर्ण विश्व की दृष्टि भारत की तरफ है. आइये,प्रभु श्री राम के धैर्य और मर्यादा का अनुसरण करते हुए शांति,सद्भाव और समरसता को दृढ़ता प्रदान कर अपने आचरण से विश्व को प्रभु श्री राम का संदेश दें.
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माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत है, देश की एकता व सद्भाव बनाए रखने में सभी सहयोग करें, उत्तर प्रदेश में शांति, सुरक्षा और सद्भाव का वातावरण बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।
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">माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत है, देश की एकता व सद्भाव बनाए रखने में सभी सहयोग करें, उत्तर प्रदेश में शांति, सुरक्षा और सद्भाव का वातावरण बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 9, 2019माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत है, देश की एकता व सद्भाव बनाए रखने में सभी सहयोग करें, उत्तर प्रदेश में शांति, सुरक्षा और सद्भाव का वातावरण बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।
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ऐतिहासिक फैसले का सभी को सम्मान करना चाहिए: मायावती
सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, 'परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के धर्मनिरपेक्ष संविधान के तहत मा सुप्रीम कोर्ट द्वारा रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद के सम्बंध में आज आम सहमति से दिए गए ऐतिहासिक फैसले का सभी को सम्मान करते हुए अब इस पर सौहार्दपूर्ण वातावरण में ही आगे का काम होना चाहिए ऐसी अपील व सलाह.'
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परमपूज्य बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के धर्मनिरपेक्ष संविधान के तहत मा सुप्रीम कोर्ट द्वारा रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद के सम्बंध में आज आम सहमति से दिए गए ऐतिहासिक फैसले का सभी को सम्मान करते हुए अब इसपर सौहार्दपूर्ण वातावरण में ही आगे का काम होना चाहिए ऐसी अपील व सलाह
— Mayawati (@Mayawati) November 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">परमपूज्य बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के धर्मनिरपेक्ष संविधान के तहत मा सुप्रीम कोर्ट द्वारा रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद के सम्बंध में आज आम सहमति से दिए गए ऐतिहासिक फैसले का सभी को सम्मान करते हुए अब इसपर सौहार्दपूर्ण वातावरण में ही आगे का काम होना चाहिए ऐसी अपील व सलाह
— Mayawati (@Mayawati) November 9, 2019परमपूज्य बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के धर्मनिरपेक्ष संविधान के तहत मा सुप्रीम कोर्ट द्वारा रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद के सम्बंध में आज आम सहमति से दिए गए ऐतिहासिक फैसले का सभी को सम्मान करते हुए अब इसपर सौहार्दपूर्ण वातावरण में ही आगे का काम होना चाहिए ऐसी अपील व सलाह
— Mayawati (@Mayawati) November 9, 2019
कोर्ट के फैसले का सभी को सम्मान करना चाहिए: प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है. सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फ़ैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए. हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा.
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अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है। सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फ़ैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए। हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है। सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फ़ैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए। हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 9, 2019अयोध्या मुद्दे पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने फैसला दिया है। सभी पक्षों, समुदायों और नागरिकों को इस फ़ैसले का सम्मान करते हुए हमारी सदियों से चली आ रही मेलजोल की संस्कृति को बनाए रखना चाहिए। हम सबको एक होकर आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करना होगा।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 9, 2019
मील का पत्थर साबित होगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला: अमित शाह
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक के बाद एक चार ट्वीट किये. उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वसम्मति से आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का मैं स्वागत करता हूं. मैं सभी समुदायों और धर्म के लोगों से अपील करता हूं कि हम इस निर्णय को सहजता से स्वीकार करते हुए शांति और सौहार्द्र से परिपूर्ण ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध रहें.
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मुझे पूर्ण विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिया गया यह ऐतिहासिक निर्णय अपने आप में एक मील का पत्थर साबित होगा। यह निर्णय भारत की एकता, अखंडता और महान संस्कृति को और बल प्रदान करेगा।
— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">मुझे पूर्ण विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिया गया यह ऐतिहासिक निर्णय अपने आप में एक मील का पत्थर साबित होगा। यह निर्णय भारत की एकता, अखंडता और महान संस्कृति को और बल प्रदान करेगा।
— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2019मुझे पूर्ण विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिया गया यह ऐतिहासिक निर्णय अपने आप में एक मील का पत्थर साबित होगा। यह निर्णय भारत की एकता, अखंडता और महान संस्कृति को और बल प्रदान करेगा।
— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2019
उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिया गया यह ऐतिहासिक निर्णय अपने आप में एक मील का पत्थर साबित होगा है. यह निर्णय भारत की एकता, अखंडता और महान संस्कृति को और बल प्रदान करेगा.
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श्री राम जन्मभूमि कानूनी विवाद के लिए प्रयासरत; सभी संस्थाएं, पूरे देश का संत समाज और अनगिनत अज्ञात लोगों जिन्होंने इतने वर्षों तक इसके प्रयास किया मैं उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">श्री राम जन्मभूमि कानूनी विवाद के लिए प्रयासरत; सभी संस्थाएं, पूरे देश का संत समाज और अनगिनत अज्ञात लोगों जिन्होंने इतने वर्षों तक इसके प्रयास किया मैं उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2019श्री राम जन्मभूमि कानूनी विवाद के लिए प्रयासरत; सभी संस्थाएं, पूरे देश का संत समाज और अनगिनत अज्ञात लोगों जिन्होंने इतने वर्षों तक इसके प्रयास किया मैं उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2019
दशकों से चले आ रहे श्री राम जन्मभूमि के इस कानूनी विवाद को आज इस निर्णय से अंतिम रूप मिला है. मैं भारत की न्याय प्रणाली व सभी न्यायमूर्तियों का अभिनन्दन करता हूं. श्री राम जन्मभूमि कानूनी विवाद के लिए प्रयासरत, सभी संस्थाएं, पूरे देश का संत समाज और अनगिनत अज्ञात लोग, जिन्होंने इतने वर्षों तक इसके लिये प्रयास किया मैं उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करता हूं.
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दशकों से चले आ रहे श्री राम जन्मभूमि के इस कानूनी विवाद को आज इस निर्णय से अंतिम रूप मिला है। मैं भारत की न्याय प्रणाली व सभी न्यायमूर्तियों का अभिनन्दन करता हूँ।
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">दशकों से चले आ रहे श्री राम जन्मभूमि के इस कानूनी विवाद को आज इस निर्णय से अंतिम रूप मिला है। मैं भारत की न्याय प्रणाली व सभी न्यायमूर्तियों का अभिनन्दन करता हूँ।
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— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2019
मुझे पूर्ण विश्वास है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिया गया यह ऐतिहासिक निर्णय अपने आप में एक मील का पत्थर साबित होगा. यह निर्णय भारत की एकता, अखंडता और महान संस्कृति को और बल प्रदान करेगा.
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श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वसम्मति से आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का मैं स्वागत करता हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) November 9, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मैं सभी समुदायों और धर्म के लोगों से अपील करता हूँ कि हम इस निर्णय को सहजता से स्वीकारते हुए शांति और सौहार्द से परिपूर्ण ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध रहें।
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मैं सभी समुदायों और धर्म के लोगों से अपील करता हूँ कि हम इस निर्णय को सहजता से स्वीकारते हुए शांति और सौहार्द से परिपूर्ण ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध रहें।श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वसम्मति से आये सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का मैं स्वागत करता हूँ।
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मैं सभी समुदायों और धर्म के लोगों से अपील करता हूँ कि हम इस निर्णय को सहजता से स्वीकारते हुए शांति और सौहार्द से परिपूर्ण ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के अपने संकल्प के प्रति कटिबद्ध रहें।
अयोध्या फैसला इतिहास का लैंडमार्क: राजनाथ सिंह
अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो आज फैसला दिया है, वो ऐतिहासिक फैसला है. इस फैसले के संबंध में मैं ये भी कह सकता हूं कि ये इतिहास का लैंडमार्क जजमेंट हैं. सहज रूप से सभी को इसको स्वीकार करना चाहिए. मैं मानता हूं इससे सहज धर्म समभाव की भावना मजबूत होगी. साथ ही साथ सामाजिक ताना-बाना मजबूत होगा. जनता से मेरी अपील है सभी लोग शांति बनाए रखें.
कोर्ट का फैसला सभी को स्वीकार करना चाहिए, शांति और सौहार्द्र बनाए रखें: विनय कटियार
बीजेपी नेता विनय कटियार ने कहा कि सभी को कोर्ट फैसला स्वीकार करना चाहिए. सभी लोग शांति और सौहार्द्र बनाए रखें. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सरकार जल्द से जल्द सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दे, जिस पर वो अपनी मस्जिद का निर्माण कर सकें.
अयोध्या मामले में आया ऐतिहासिक फैसला
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला आ चुका है. सुप्रीम कोर्ट ने रामजन्मभूमि न्यास को विवादित जमीन देने का फैसला किया. वहीं शिया वक्फ बोर्ड और निर्मोही अखाड़े के दावों को खारिज कर दिया है. सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का फैसला सुनाया है.
शहर में सीएम योगी की नजर, पहुंचे कंट्रोल रूम
अयोध्या फैसले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी 100 भवन पहुंच गये हैं. वो यहां बनाए गए कंट्रोल रूम से शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं.
अयोध्या छावनी में तब्दील, मंदिर जाने पर रोक नहीं
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले पूरी अयोध्या छावनी में तब्दील हो चुकी है. वहीं किसी भी प्रकार से भक्तों को कोई रोक नहीं है. भक्त अपनी मर्जी से किसी भी वक्त कहीं भी, किसी भी मंदिर में जाकर दर्शन कर सकते हैं.
मायावती की अपील, कोर्ट का फैसला सभी स्वीकार करें
बसपा प्रमुख मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले कहा कि अयोध्या प्रकरण अर्थात रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मालिकाना हक विवाद के सम्बंध में फैसले पर इंतजार की घड़ी समाप्त हुई. आज सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्णय सुनाया जाने वाला है. सभी लोगों से पुनः अपील है कि वे कोर्ट का फैसला स्वीकार करें व इसका सम्मान करें तथा शान्ति बनाए रखें.
हालात बिगड़े तो पूरे सूबे की इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी जाएंगी : डीजीपी
अयोध्या भूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट सुबह 10:30 बजे अपना फैसला सुनाएगा. जिसको लेकर आगरा और अलीगढ़ में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी जाएंगी. वहीं यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि अगर हालात सामान्य नहीं रहे तो पूरे प्रदेश में इंटरनेट सेवाएं बंद की जा सकती हैं.