लखनऊ : पुलिस अधीक्षक गोण्डा द्वारा अभियोजन कार्यालय में आकर संयुक्त निदेशक अभियोजन के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने की घटना तूल पकड़ रही है. मामले को लेकर राज्य अभियोजन अधिकारी सेवा संघ द्वारा 17 मई को लखनऊ कार्यालय में आपात बैठक बुलाई गई है.
संघ की ओर से अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी एवं महासचिव शैलेश कुमार अग्निहोत्री द्वारा कहा गया है कि गत 11 मई को पुलिस अधीक्षक गोण्डा आकाश तोमर द्वारा निरीक्षण करने के दौरान संयुक्त निदेशक अभियोजन गोण्डा से दुर्व्यवहार किया गया तथा उन पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि उनकी वजह से एसपी को उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के समक्ष एक मामले में व्यक्तिगत रूप से तलब किया गया है. आरोप यह भी है कि संयुक्त निदेशक अभियोजन द्वारा इस बात का खंडन किए जाने पर पुलिस अधीक्षक द्वारा उन्हें अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए, उन्हें देख लेने की धमकी दी गई. बताया गया है कि इस सम्बंध में संयुक्त निदेशक अभियोजन गोण्डा द्वारा घटना की सूचना अपर पुलिस महानिदेशक अभियोजन लखनऊ के अलावा राज्य अभियोजन अधिकारी सेवा संघ के अध्यक्ष को भी दी गई.
संघ की ओर से कहा गया है कि यद्यपि प्रमुख सचिव गृह ने आयुक्त देवीपाटन मंडल एवं डीआईजी से अति शीघ्र इस मामले में जांच करा कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है. साथ ही प्रमुख सचिव ने रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया है, लेकिन अभियोजन अधिकारियों का कहना है कि जब तक इस मामले में कोई वास्तविक कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे अपना विरोध जारी रखेंगे. इसी क्रम में अभियोजन अधिकारियों ने बैठक कर आगामी 17 मई को शाम तीन बजे संघ कार्यालय लखनऊ में आपात बैठक बुलाई है. संघ की ओर से जांच रिपोर्ट शीघ्र तैयार कराने की भी मांग की गई है.
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