लखनऊः गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने बताया कि प्रदेश के गन्ना विकास विभाग द्वारा ईज आफ डूइंग बिजनेस के तहत गन्ना किसानों की गणना संबंधी समस्याओं का सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा ठोस निराकरण किया जा रहा है. इस कड़ी में पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई है कि गन्ना किसानों की पर्ची बेकार न जाए. इसके लिए किसानों को दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें.
अब मिलेगा चार बार मौका
गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने बताया कि गन्ना किसानों को अपने गन्ने की तौल कराने के लिए अब तक एक बार ही मौका मिलता था. जिसके कारण गन्ना किसानों को काफी समस्याएं होती थी. जिसे ध्यान में रखते हुए गन्ना किसानों की पर्ची निर्धारित समय बीत जाने के बाद अब उन्हें चार मौके दिए जाएंगे, जिससे वह अपने गन्ने को चीनी मिल पर ले जाकर तौलवा सकें.
मोबाइल नंबर सही करा लें गन्ना किसान
गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने बताया कि जिन किसानों ने अपने मोबाइल नंबर गलत दर्ज कराएं हैं. वह इसे सही करा लें अथवा गन्ना एप के माध्यम से स्वत: ठीक कर लें. उत्तर प्रदेश में मूल्य समर्थन योजना के तहत धान खरीद जारी है. सभी क्रय एजेंसियों द्वारा प्रदेश के सभी जनपदों में धान की खरीद की जा रही है. अभी तक 6 लाख 95 हजार 819 किसानों से धान की खरीद हुई और 7000 करोड़ से अधिक रुपये का किसानों को भुगतान किया जा चुका है.
बताते चलें कि प्रदेश सरकार गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर काफी गंभीर हैं. यही कारण है कि प्रदेश के गन्ना मंत्री से लेकर अधिकारी तक किसानों की समस्याओं को लेकर लगातार बैठक कर किसानों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं.