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लखनऊ: बस का सफर होगा आसान, 'सुगम ऐप' दूर करेगा परेशानियां

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों के यात्रियों को सफर करने के दौरान होने वाली समस्याओं को 'सुगम ऐप' दूर करेगा. इसके लिए जल्द परिवहन निगम सुगम एप लांच करेगा.

यूपी रोडवेज न्यूज
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Published : May 27, 2020, 5:44 PM IST

लखनऊ: बस यात्रा में होने वाली तमाम परेशानियों से अब लोगों को निजात मिलने वाली है. बस यात्रा के दौरान होने वाली परेशानी के बारे में आप परिवहन निगम के अधिकारियों को जानकारी दे सकेंगे. इसके लिए जल्द परिवहन निगम सुगम ऐप लांच करेगा. रोडवेज की खटारा बसों को रोड से हटाने के लिए यह कदम उठाया जाएगा.

'सुगम ऐप' दूर करेगा यात्रियों की शिकायत
प्रदेश भर में रोडवेज की 12000 से ज्यादा बसें संचालित होती हैं. सफर में यात्रियों को कोई परेशानी न आए इसके लिए यूपी रोडवेज प्रयासरत हैं. ड्राइवरों की समय-समय पर काउंसलिंग कराई जाती है. ऐप के माध्यम से यात्री भी बस में कोई कमी होने पर शिकायत कर सकते हैं. इस तरह का ऐप तैयार कराया जा रहा है.

रोडवेज की खटारा बसों की जानकारी के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने सुगम ऐप लांच करने की तैयारी की है. इस ऐप के आने के बाद रोडवेज के अफसर बसों की खराब हालत नहीं छिपा सकेंगे. सफर के दौरान इस ऐप में यात्री बस में मौजूद कमियों की फोटो खींच कर डाल सकेंगे, साथ ही उन्हें यह ब्यौरा देना होगा कि जिस बस में वह थे वह कहां से कहां जा रही थी और उसका नंबर क्या था.

यह जानकारी मिलते ही रोडवेज के अधिकारियों को उस बस की कमियां पता चल जाएंगी और उन्हें ठीक करा दिया जाएगा. सुगम ऐप में खराब बस की जानकारी अपलोड होते ही अधिकारियों को पता चल जाएगा कि वह बस किस डिपो की है. बस रवाना करने से पहले उनकी फिटनेस 31 निर्धारित प्वाइंट पर चेक कराई जाती है.

सुगम ऐप से फायदे

  • बस में खराबी की सूचना अधिकारियों तक आसानी से पहुंचेगी.
  • विभाग को ड्राइवर और कंडक्टर के खराब व्यवहार की जानकारी मिलेगी.
  • खटारा बसों का संचालन बंद होगा.
  • बसें बेहतर होंगी तो हादसे भी कम होंगे.
  • शिकायत के डर से ड्राइवर नशे में नहीं चलाएंगे बसें.
  • 12500 से अधिक बसें रोडवेज के बेड़े में हैं.
  • 65 करोड़ लोग हर साल सफर करते हैं.
  • 80 किलोमीटर औसत एक व्यक्ति की यात्रा.
  • लखनऊ से 1200 बसें रोज चलती हैं.
  • 80 हजार यात्री राजधानी से रोज सफर करते हैं.

यात्रियों की सुरक्षा ही हमारी प्राथमिकता है. ड्राइवरों की समय-समय पर काउंसिलिंग की जाती है. बसों की स्थिति बेहतर की जा रही है. 31 बिंदुओं की जांच करने के बाद ही बसों को रूट पर भेजा जाता है.
डॉ. राजशेखर, एमडी, परिवहन निगम

लखनऊ: बस यात्रा में होने वाली तमाम परेशानियों से अब लोगों को निजात मिलने वाली है. बस यात्रा के दौरान होने वाली परेशानी के बारे में आप परिवहन निगम के अधिकारियों को जानकारी दे सकेंगे. इसके लिए जल्द परिवहन निगम सुगम ऐप लांच करेगा. रोडवेज की खटारा बसों को रोड से हटाने के लिए यह कदम उठाया जाएगा.

'सुगम ऐप' दूर करेगा यात्रियों की शिकायत
प्रदेश भर में रोडवेज की 12000 से ज्यादा बसें संचालित होती हैं. सफर में यात्रियों को कोई परेशानी न आए इसके लिए यूपी रोडवेज प्रयासरत हैं. ड्राइवरों की समय-समय पर काउंसलिंग कराई जाती है. ऐप के माध्यम से यात्री भी बस में कोई कमी होने पर शिकायत कर सकते हैं. इस तरह का ऐप तैयार कराया जा रहा है.

रोडवेज की खटारा बसों की जानकारी के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने सुगम ऐप लांच करने की तैयारी की है. इस ऐप के आने के बाद रोडवेज के अफसर बसों की खराब हालत नहीं छिपा सकेंगे. सफर के दौरान इस ऐप में यात्री बस में मौजूद कमियों की फोटो खींच कर डाल सकेंगे, साथ ही उन्हें यह ब्यौरा देना होगा कि जिस बस में वह थे वह कहां से कहां जा रही थी और उसका नंबर क्या था.

यह जानकारी मिलते ही रोडवेज के अधिकारियों को उस बस की कमियां पता चल जाएंगी और उन्हें ठीक करा दिया जाएगा. सुगम ऐप में खराब बस की जानकारी अपलोड होते ही अधिकारियों को पता चल जाएगा कि वह बस किस डिपो की है. बस रवाना करने से पहले उनकी फिटनेस 31 निर्धारित प्वाइंट पर चेक कराई जाती है.

सुगम ऐप से फायदे

  • बस में खराबी की सूचना अधिकारियों तक आसानी से पहुंचेगी.
  • विभाग को ड्राइवर और कंडक्टर के खराब व्यवहार की जानकारी मिलेगी.
  • खटारा बसों का संचालन बंद होगा.
  • बसें बेहतर होंगी तो हादसे भी कम होंगे.
  • शिकायत के डर से ड्राइवर नशे में नहीं चलाएंगे बसें.
  • 12500 से अधिक बसें रोडवेज के बेड़े में हैं.
  • 65 करोड़ लोग हर साल सफर करते हैं.
  • 80 किलोमीटर औसत एक व्यक्ति की यात्रा.
  • लखनऊ से 1200 बसें रोज चलती हैं.
  • 80 हजार यात्री राजधानी से रोज सफर करते हैं.

यात्रियों की सुरक्षा ही हमारी प्राथमिकता है. ड्राइवरों की समय-समय पर काउंसिलिंग की जाती है. बसों की स्थिति बेहतर की जा रही है. 31 बिंदुओं की जांच करने के बाद ही बसों को रूट पर भेजा जाता है.
डॉ. राजशेखर, एमडी, परिवहन निगम

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