लखनऊ : डेंगू व संचारी रोगों के प्रसार (spread of dengue and communicable diseases) को देखते हुए जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार (District Magistrate Surya Pal Gangwar) लगातार अस्पतालों को मुआयना कर रहे हैं. इसी क्रम में रविवार को एक फिर जिलाधिकारी अचानक सिविल हॉस्पिटल स्थित डेंगू वार्ड पहुंच गए और उपचार के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया. निरीक्षण के दारौन डीएम ने स्वास्थ्य अधिकारियों (health authorities) को बेहतर इंतजाम करने और मरीजों को इलाज में कोई लापरवाही न बरतने के निर्देश दिए.
जिलाधिकारी ने डेंगू वार्ड में मरीज़ों व उनके परिजनों से उनका हाल चाल लिया और उपलब्ध कराए जा रहे उपचार का फीडबैक लिया. इस दौरान डीएम ने मरीजों व उनके परिजनों को संचारी रोगों से बचाव के प्रति जागरूक किया. इस दौरान सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. आरपी सिंह ने वर्तमान में बेडों की संख्या को बढ़ा कर 40 करने. हॉस्पिटल में बेड की कमी दूर करने के प्रयास, ही ब्लड और प्लेटलेट्स की उपलब्धता आदि की विस्तृत जानकारी दी.
इसके बाद ज़िलाधिकारी ने आईसीसीसी (ICCC) कमांड सेंटर में बनाए गए डेंगू कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया. प्रबंधक आईसीसीसी ने बताया कि अभी मुख्यत फॉगिंग व लार्वा छिड़काव संबंधित शिकायतें प्राप्त हो रही हैं. जिसके लिए नगर निगम को जानकारी भेजी जा रही है. जिलाधिकारी ने नगर निगम से संबंधित शिकायतों के निपटारे के लिए तीन शिफ्टों में 24x7 एक-एक अधिकारी की ड्यूटी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. शहर के लोग 0522-4523000 नंबर पर कॉल करके अपनी समस्याओं को दर्ज करा सकते है.
डेंगू से निपटने के लिए डीएम ने तैयार किया खास प्लान : सूर्यपाल गंगवार ने चिकित्सा विभाग व नगर निगम (Medical Department and Municipal Corporation) को डेंगू की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. नगर निगम को निर्देशित किया है कि सुबह 6 से रात 9:00 बजे तक फाॅगिंग कराई जाए. दूसरी ओर लोगों से अपील की है कि वह इस बात का खास ध्यान रखें कि उनके घर व आसपास में डेंगू का मच्छर न पनपने पाएं. डीएम ने अपील की है कि लोग अपने घरों में मच्छर की दवाई का इस्तेमाल करें. गमलों व अन्य स्थानों पर पानी न जमा होने दें. डेंगू के मरीजों को बेहतर डीएम सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है. राजधानी लखनऊ में पर्याप्त मात्रा में बेड उपलब्ध हैं. यदि और अधिक बेड की आवश्यकता होगी तो उसके लिए भी प्रबंध किए जाएंगे. डेंगू के मरीजों को चढ़ने वाली प्लेटलेट्स की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में है. हर हाल में मरीजों को बेहतर सुविधा उपलब्ध करा जाएगी.