लखनऊः देश के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) 2021 का आयोजन किया जा रहा है. परीक्षा 12 सितंबर को है. तैयारी के लिए सिर्फ चंद घंटे ही बचे हैं. देशभर से लाखों छात्र-छात्राएं इस परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं. ऐसे में बचे हुए चंद घंटों में परीक्षा की तैयारी कैसे की जानी चाहिए? इस मुद्दे पर ETV Bharat ने लखनऊ में पढ़ा रहे Demystifying Education के विशेषज्ञ दीपक गंगवार से बात की और सफलता के मंत्र जाने.
सवाल : करीब 60 घंटे बाद परीक्षा है. तैयारी को लेकर क्या रणनीति होनी चाहिए?
जवाब : अब बहुत ज्यादा conceptual टॉपिक्स में न उलझें. किसी भी नई चीज को अब न पढ़े. बहुत ज्यादा न पूछें कि उसने कितना पढ़ा है या आपका कितना पूरा हो गया है. इसे आप गलत डायरेक्शन में चले जाएंगे. आपको करना यह है कि आखरी दो-तीन दिन में फॉर्मूला पर फोकस करें. ज्यादातर स्टूडेंट्स ने कहीं न कहीं फार्मूला चार्ट बनाकर रखा होगा. 11वीं और 12वीं के सिलेबस के जितने भी फार्मूला हैं, उनको बस आप अगले दो दिन तक अपनी आंखों के सामने रखें. उनको बार-बार देखिए. स्टडी करिए.
NEET परीक्षा की तैयारियों का मूल मंत्र बता रहे हैं विशेषज्ञ दीपक गंगवार सवाल : पेपर देते समय छात्रों को किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? जवाब : नीट के पेपर में सबसे ज्यादा फोकस टाइम मैनेजमेंट पर होना चाहिए. आपके पास 180 सवाल होते हैं और उतने ही मिनट का समय. एक मिनट में एक सवाल का जवाब देना होता है. हर एक प्रश्न को मिलने वाला समय बंधा हुआ है. टाइम मैनेजमेंट के लिए जरूरी है कि हम प्रश्न पत्र के पैटर्न को समझें. तीन स्तर के सवाल पूछे जाते हैं. पहला आसान, दूसरा मीडियम और तीसरा मुश्किल. पेपर में आसान सवालों की संख्या ज्यादा होती है, जबकि मुश्किल सवाल बेहद कम होते हैं. छात्रों को पूरे पेपर को तीन भागों में विभाजित कर देना चाहिए. चिन्हित कर दें कि कौन से सवाल आसान है, कौन से सवाल मुश्किल, कौन से मीडियम कैटेगरी के हैं. पहले सिर्फ आसान सवालों को हल करें. हल करने के बाद आपके अंदर एक तसल्ली होगी. आत्मविश्वास जाग जाएगा. मीडियम और मुश्किल कैटेगरी के सवाल भी आप आसानी से कर पाएंगे. अगर आप किस रणनीति से सवालों का हल करेंगे, तो आपके पास में पर्याप्त समय बचेगा.
सवाल: परीक्षा के दौरान कौन-कौन सी सिली मिस्टेक्स देखने को मिलती हैं ?
जवाब : समय प्रबंधन ठीक-ठाक होने के कारण बच्चों में हड़बड़ी रहती है. साइन बनाना भूल जाते हैं. हम सब लिखते समय यूनिट लिखना भूल जाते हैं. अगर हम टाइम मैनेजमेंट की अपनी रणनीति के हिसाब से काम करेंगे, तो समय पर्याप्त बचेगा. इसे 50% तक की सिली मिस्टेक तो अपने आप ही खत्म हो जाएंगे. प्रश्न को ठीक से पढ़ें. कई बार सवाल में दिया जाता है find the incorrect one लेकिन जल्दबाजी में छात्र करेक्ट ऑप्शन को टिक कर देते हैं.
सवाल : इस परीक्षा के लिए छात्रों को आप सफलता का मंत्र क्या देंगे?
जवाब : तैयारी के अंतिम दिनों में आप नींद अच्छी लें. आप जितनी अच्छी नींद लेंगे, तो आपका दिमाग इतना ही बेहतर काम करेगा. यह वैज्ञानिक रूप से भी प्रमाणित है. जब हम सोते कम हैं, तो हमारे मस्तिष्क में बीटा एनीलीन नाम का एक केमिकल जनरेट होता है. यह हमारे न्यूरॉन्स में मैसेजेस के युग्म को प्रभावित करता है. अब मान लीजिए अगर आपने अच्छी पढ़ाई की, लेकिन आखिरी के दो-तीन दिन तक ठीक से सोए नहीं हैं, तो पढ़ी हुई चीजों को भी दौरा में भी मुश्किल होगी. इस समय पिछले साल के प्रश्न पत्रों से अभ्यास किया जा सकता है.
परीक्षा के दिन जानिए क्या-क्या ले जा पाएंगे केंद्र के अंदर
- बाहर सितंबर को देशभर के 202 शहरों मैं दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा.
- एडमिट कार्ड में रोल नंबर, प्रश्न पत्र माध्यम, रिपोर्टिंग समय, गेट बंद करने का समय, परीक्षा केंद्र का पता आदि जैसे विवरण आपके पास होने चाहिए.
- एग्जाम सेंटर पर एक वैध फोटो आईडी प्रूफ (कॉलेज / स्कूल आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट) आदि ले जाएं. एक पासपोर्ट आकार का फोटो (आवेदन पत्र के अनुसार). पीडब्ल्यूडी प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
- फोटो आईडी प्रूफ निम्नलिखित में से कोई भी हो सकता है . पासपोर्ट, पैन कार्ड, वोटर आईडी, आधार-यूआईडी, कॉलेज आईडी, कर्मचारी आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस.
- एडमिट कार्ड केवल तभी मान्य होगा जब उम्मीदवार की फोटो और हस्ताक्षर स्पष्ट और पढ़ने योग्य हों. यह सुनिश्चित करने के लिए, उम्मीदवारों के पास अपने एडमिट कार्ड का रंगीन प्रिंटआउट होना चाहिए.
- 60 मिनट पहले परीक्षा केंद्र को रिपोर्ट करना होगा. परीक्षा शुरू होने के समय से 43 मिनट पहले ही अपनी सीट पर बैठना होगा.