लखनऊ: राजधानी के मोहान रोड स्थित डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में दृष्टिहीन छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया. छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन शिक्षा, आवास व भोजन की व्यवस्था निशुल्क उपलब्ध कराने का दावा करता है लेकिन छात्रों से इसके एवज में पैसे वसूले जाते हैं. छात्रों का आरोप है कि बीते वर्ष 2017 को मांग पत्र सौंपा गया था, फिर साल 2019 को 18 सूत्रीय मांग पत्र दिया गया लेकिन, अभी तक कोई भी सुनवाई नहीं हुई है. इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन सामने बोलने से बचता रहा है.
छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर कहा कि उन्हे विश्वविद्यालय में ब्रेल लिपि की पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएं. ऑडियो डिवाइस उपलब्ध कराया जाए. छात्रावास की फीस एक हजार रुपये वापस करने कराई जाए. 18 सूत्रीय मांग को लेकर आक्रोशित छात्रों ने बुधवार को नारेबाजी की.
हम लोग इसलिए प्रदर्शन कर रहे हैं कि हम लोगों के लिए न तो शिक्षा की सुविधा है, न तो आवास की. जहां हम लोग रह रहे हैं वहां का माहौल हम लोगों के अनुकूल नहीं है. हम लोगों के लिए पढ़ने के लिए पुस्तक नहीं है. भोजन, आवास व शिक्षा की व्यवस्था निशुल्क है. इसके बाद भी हम लोगों से पूरी फीस ली जाती है.
दृष्टिहीन छात्र, शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय