लखनऊ : राजधानी लखनऊ के केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती एमबीबीएस की छात्रा की मौत गुरुवार को हो गई. छात्रा ने कुछ दिन पहले केजीएमयू के छात्रावास में आत्महत्या का प्रयास किया था. जिसके बाद छात्रा को केजीएमयू के ट्राॅमा सेंटर में भर्ती कराया गया था. इस समय छात्रा की स्थिति गंभीर थी. बीते 6 दिन से छात्रा की स्थिति में बिल्कुल भी सुधार नहीं हुआ था. बता दें कि छात्रा पिछले सात दिनों से वेंटिलेटर पर ही थी. डॉक्टरों के मुताबिक, हालत में बिल्कुल भी सुधार नहीं था. इलाज के आठवें दिन छात्रा की सांसें थम गईं.
केजीएमयू के हॉस्टल में रहकर करती थी पढ़ाई : गाजियाबाद निवासी छात्रा केजीएमयू के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती थी. बीते बुधवार को दोपहर क्लास के बाद सभी छात्राएं मेस में खाना खाने जा रही थीं. तभी यह छात्रा अपने साथियों से बाद में खाना खाने की बात कहकर सीधे हॉस्टल में अपने कमरे में चली गई थी. इसी बीच दूसरी छात्रा के पास इस छात्रा के पिता का फोन आया. उन्होंने छात्रा द्वारा फोन न उठाने की बात कही. दूसरी छात्रा ने रूम पर जाकर बात कराने की बात कही. दरवाजा खटखटाया. दरवाजा भीतर से बंद था. जब उसने खिड़की से कमरे के भीतर झांककर देखा तो वह दंग रह गई. साथी छात्रा आत्महत्या का प्रयास कर रही थी.
एक नवंबर को कराया गया था भर्ती : केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 'केजीएमयू से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही 18 वर्षीय छात्रा की क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग में इलाज के दौरान सांसें थम गईं. छात्रा को बीते 1 नवंबर शाम 4:47 मिनट पर केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था. गुरुवार सुबह 6:45 बजे निधन हो गया. छात्रा की मौत मल्टी-ऑर्गन फेल्योर के साथ हाइपोक्सिक इस्केमिक एन्सेफैलोपैथी (मस्तिष्क में रक्त प्रवाह अवरुद्ध होने के कारण) हुई है.