लखनऊ: राजधानी लखनऊ में नगर निगम और पटरी दुकानदारों के बीच पिछले सात महीनों से विवाद चल रहा है. जिसकी वजह से दुकान नहीं मिल पाने के कारण जीतू नाम के पटरी दुकानदार ने मंगलवार को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. घटना की जानकारी होने पर अमीनाबाद में पटरी दुकानदार एकत्र हो कर निगम के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. सूचना पर पहुंचे एसीपी के समझाने के बाद दुकानदारों ने प्रदर्शन खत्म किया.
पटरी दुकानदार अमित ने बताया कि पिछले सात माह से नगर निगम के कारण दुकान नहीं लग पा रही है. इस कारण भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. इन्हीं सब कारणों से परेशान होकर हमारे साथी जीतू ने आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया कि पिछले सात महीनों से नगर निगम और प्रशान केवल झूठे वादे कर रहा है. वहीं अब इस मामले में नगर निगम के अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.