लखनऊ: उत्तर प्रदेश की एसटीएफ टीम ने अमीनाबाद पुलिस के साथ मिलकर 'क्रेडिट लाइफ साइंस' प्राइवेट लिमिटेड कुंवर थाना हरैया जनपद बस्ती के शिकायती पत्र पर जांच कर रही थी. जिसमें बुधवार दो लोगों से हुई पूछताछ के बाद बुधवार की रात अमीनाबाद के मेडिसिन मार्केट में एसटीएफ टीम के द्वारा छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान एसटीएफ की टीम ने नकली सीरप बनाने वाले कुशल अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. जिसके पास से 1838 डुप्लीकेट गैस सीरप व 3450 रुपये की नकदी बरामद की गई है. एसटीएफ के द्वारा आरोपी युवक को अमीनाबाद थाने में दाखिल किया गया है. अमीनाबाद पुलिस आरोपी युवक के खिलाफ आगे की कार्रवाई करने में जुटी हुई है.
नकली गैस सीरप को असली दिखाकर बेच कमा रहे थे ज्यादा मुनाफा
एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह ने बताया कि बस्ती के रहने वाले प्रभात हरेंद्र सिंह 'क्रेडिट लाइफ साइंस प्राइवेट लिमिटेड' द्वारा एक शिकायती पत्र प्राप्त हुआ था. जिसमें बताया था कि उनकी कंपनी के नाम से नकली गैस सीरप बनाई जा रही है. उसकी कंपनी में निदेशक का कार्य प्रकाश सिंह देख रहा है. बुधवार को प्रकाश सिंह को एसटीएफ कार्यालय पूछताछ के लिए बुलाया गया था. जिसमें उसने बताया था कि उसका भाई 'क्रेडिट लाइफ साइंस प्राइवेट लिमिटेड' के निदेशक के तौर पर कार्य कर रहा है. हरेंद्र सिंह के नाम पर 'डॉक्टर गैस' व्यापार चिन्ह रजिस्टर्ड है. जो ट्रेडमार्क रजिस्टार के क्लास-5 से संबंधित है. उन्होंने बताया कि इसका कारोबार करीब 10 साल से प्रकाश व उसका भाई दोनों कर रहे हैं. आरोपी ने एसटीएफ को बताया है "डॉक्टर गैस" मेरे पिता हरेंद्र सिंह के द्वारा साल 2019 में रजिस्टर्ड कराया गया था. नकली "डॉक्टर गैस" सीरप को अपनी दूसरी फर्म हर्षित फार्मा 110/114 एलजीएफ नया गांव ईस्ट लाटूश रोड लखनऊ के द्वारा पूरे उत्तर प्रदेश में बेचा जा रहा है.
माल खरीदने वाले को नहीं थी नकली सीरप की जानकारी
एसटीएफ ने बताया कि इस जानकारी में आगे पूछताछ के लिए कृष्णा फार्मा के मालिक कुशल अग्रवाल को एसटीएफ कार्यालय बुलाया गया था. कार्यालय में कुशल अग्रवाल ने पूछताछ के दौरान बताया कि हिमांशु सोनी गोंडा के रहने वाले के माध्यम से नकली "डॉक्टर गैस" सीरप एप्पल फार्मा के निदेशकों के माध्यम से तैयार होता है. उसके बाद हर्षित फार्मा कंपनी के नाम से मंगवाता है. उसके द्वारा यह सीरप असली सीरप से कम दाम में मिलती है, जिससे उसे ज्यादा मुनाफा होता है. कुशल अग्रवाल ने पूछताछ के दौरान बताया कि इसके बाद यह सीरप बॉबी ड्रग हाउस लाटूश रोड अमीनाबाद लखनऊ के प्रबल रस्तोगी को दिया जाता है. लेकिन प्रबल रस्तोगी को यह जानकारी नहीं है कि यह नकली सीरप है.
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हायक आयुक्त औषधि मनोज कुमार ने बताया कि गिरोह के लोग बहुत ही शातिर हैं। जैसी पैकिंग ब्रांडेड कंपनी की है वैसी ही नकली की भी पैकेजिंग करते थे। कुशल और उसके गिरोह से जुड़े लोग कहां पर पैकेजिंग के डब्बों की प्रिंटिंग कराते थे, उस प्रिंटिंग प्रेस की भी तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि ड्रग विभाग की टीम यह भी पता लगा रही है कि कुशल मेडिसिन मार्केट में और किन किन व्यापारियों को सीरप की सप्लाई देता था। कौन कौन से लोग उसके संपर्क में हैं. कुशल का मोबाइल भी कब्जे में ले लिया गया है।
औषधि प्रशासन व पुलिस टीम को साथ लेकर एसटीएफ ने की छापेमारी
एसटीएफ के उपाधीक्षक ने बताया की खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के निरीक्षक बृजेश कुमार व अमीनाबाद पुलिस टीम के साथ बॉबी ड्रग हाउस लाटूश रोड अमीनाबाद की दूसरी मंजिल स्थित ड्रग एजेंसी के अंदर रखे गत्ते में से एक गत्ते को उठाकर बताया कि यह डॉक्टर गैस सीरप का नकली माल है. एजेंसी में इस प्रकार के रखे गत्तों की गिनती की गई तो कुल 77 गत्ते मिले, जिसमें 46 गत्तों में 450ml की प्रत्येक 24 पीस, गत्ते में 450ml के 14 पीस कुल 1838 बरामद हुए हैं. इसके बाद बॉबी ड्रग हॉउस के प्रबल रस्तोगी से यह बताया कि यह सभी सीरप नकली है. उन्होंने कहा कि छापेमारी में दौरान ही सभी जानकारियां प्राप्त हुई थी जिसके बाद ही यह कार्रवाई की गई है.