लखनऊ: दीपोत्सव में दुल्हन की तरह सजी श्रीराम की नगरी अयोध्या में लक्ष्मणपुर (लखनऊ) में बनी प्रभु श्रीराम की अनूठी मूर्तियां राम भक्तों का मन मोह लेगीं. संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा लखनऊ के राज्य ललित कला अकादमी द्वारा अयोध्या में 13 नवंबर को ‘जन जन के राम’ विषय पर 25 मूर्तियों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. राम कथा पार्क में लगने वाली इस प्रदर्शनी में कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा, लखनऊ के मूर्तिकारों द्वारा तैयार कलाकृतियों में प्रभु श्रीराम के भाव, दया और प्रेम की झलक नजर आएगी.
रामायण के चर्चित प्रसंगों की दिखेगी झलक
मूर्तिकारों ने बताया कि अयोध्या में प्रदर्शनी लगाना उनके लिए गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि पर राममंदिर निर्माण कार्य शुरू होने के बाद पहले दीपोत्सव में राम की पावन भूमि पर प्रदर्शनी लगाने का सौभाग्य उन्हें मिला है. मूर्तिकारों ने कहा कि इससे वे बेहद खुश हैं. मुख्यमंत्री ने कलाकारों की कला को अयोध्या में मंच देकर उनकी कला को सम्मानित किया है. श्रीराम के अलग-अलग संदेशों को मूर्तियों में ढालकर शिल्पकार प्रभु श्रीराम की अलौकिक मूर्तियों से लोगों को सामाजिक संदेश दिया जाएगा. रामायण के बहुचर्चित प्रसंगों के अंशों की झलक प्रदर्शनी में देखने को मिलेगी, जिसके तहत श्रीराम के संदेशों को लोगों तक पहुंचाया जाएगा. मूर्तिशिल्प कलाकार द्वारा फाइबर, टेराकोटा और लकड़ी में मूर्तियों को ढालकर मूर्तिकला शैलियों की विशेषताओं से आम जनमानस को रूबरू कराएंगे. प्रदर्शनी में ‘अहिल्या उद्धार’, केवट प्रसंग, राम के अनूठे रूपों के दर्शन, राम-लक्ष्मण प्रेम, भरत मिलाप जैसे कई प्रसंगों की झलक मूर्तियों में देखने को मिलेगी.
राजा राम का दिखेगा विराट स्वरूप
चित्रकूट के मूर्तिकार अनुज मिश्रा ने बताया कि ये उनके लिए खुशी की बात है कि अयोध्या में शिल्पकारों की कलाकृतियों को प्रदर्शित किया जा रहा है. श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट के लोग श्रीराम को हमेशा से राजा के रूप में देखना चाहते हैं. योगी सरकार द्वारा राम मंदिर निर्माण के फैसले के बाद देशदुनिया संग चित्रकूट के लोगों में उत्साह उमंग की लहर दौड़ रही है. लगभग 5 फुट की मूर्ति में श्रीराम में राजा राम का विराट स्वरूप नजर आएगा. योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे मिशन शक्ति की झलक भी अयोध्या प्रदर्शनी में देखने को मिलेगी. वहीं मूर्तिकार सच्चिदानंद और जे. यादव ने बताया कि मर्यादा पुरूषोत्तम राम ने 'अहिल्या उद्धार' के जरिए समाज को नारी सम्मान का संदेश दिया था. इस प्रसंग को भी मूर्ति में ढालकर नारी सम्मान के प्रति लोगों को मिशन शक्ति के तहत जागरूक किया जाएगा.
मूर्तिकार बोले- हमारे लिए सौभाग्य की बात
लखनऊ के मूर्तिकार पारुल श्रीवास्तव ने बताया कि 'जटायु प्रसंग' पर आधारित मूर्ति अयोध्या में प्रदर्शित की जाएगी. ये उनके लिए खुशी की बात है. अंबेडकरनगर के उदय राज मौर्या ने कहा कि राम-लक्ष्मण के सेतु निर्माण के समय के दृश्य पर आधारित मूर्ति बनाई है, जो प्रदर्शनी में लगेगी. ये हम सब मूर्तिकारों के लिए सौभाग्य की बात है कि राम जन्मभूमि अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों से प्रदर्शनी का शुभारंभ किया जाएगा.