लखनऊ: सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने राजधानी में कमिश्नर प्रणाली लागू कर दी गई है. इस व्यवस्था के बाद जिला प्रशासन के काफी अधिकार पुलिस के पास चले गए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुजीत कुमार पांडे को लखनऊ का नया कमिश्नर नियुक्त किया है. वहीं बात अगर जिला प्रशासन के कार्यों की करें तो अब शांति भंग और इससे संबंधित सारे केस पुलिस के जिम्मे होंगे. इसका असर जिला कार्यालय में दिखाई देने लगा है. यहां भीड़ कम होने लगी है.
कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद बदली जिला और पुलिस प्रशासन की व्यवस्था. पुलिस के पास ये होंगे मामलेनवनियुक्त कमिश्नर सुजीत कुमार पांडे ने दो एसीपी की नियुक्ति की है. अभय कुमार मिश्र और अमित कुमार राय को एसीपी बनाया गया है. यह दोनों अधिकारी चालान संबंधी और शांति भंग के मामले की सुनवाई करेंगे. इन दोनों के अधिकार क्षेत्र भी डिवाइड कर दिए गए हैं. यह दोनों अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के मामलों को छोड़कर दूसरे के क्षेत्र के मामले की सुनवाई भी करेंगे.जिला प्रशासन करेगा ये कार्य इस मामले में एडीएम विश्व भूषण मिश्र ने कहा कि सरकार की मंशा बेहतर पुलिसिंग की है. इस वजह से यह व्यवस्था लागू की गई है. इससे जिला प्रशासन के कार्यों में थोड़ा सुगमता होगी. जिला प्रशासन पहले की तरह जनता के हित के कार्य करती रहेगी.बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने दिया बयानइस मामले में एसोसिएशन के अध्यक्ष जीएन शुक्ला ने बताया कि नोटिफिकेशन जारी होने की तारीख से व्यवस्था लागू हो गई है. यानी उस दिन से पुलिसिंग से संबंधित केसों की सुनवाई पुलिस करेगी. लेकिन इससे पहले की तारीख के मुकदमे जिला प्रशासन की कोर्ट में ही सुने जाएंगे.
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