लखनऊ: राजधानी में अति वंचित समुदाय के साथ राज्य स्तरीय 'जन संवाद' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से तमाम अति पिछड़े वर्ग के लोगों ने प्रतिभाग किया और अपनी समस्याएं बताई. इस कार्यक्रम में तमाम ऐसे वर्गों से लोग सामने आए हैं, जिनको बेहद मुश्किल से अपना जीवन-यापन करना पड़ रहा है.
प्रतापगढ़ के कुंडा से आई एक महिला ने बताया कि नंदी बैल के साथ भीख मांग कर उन्हें गुजारा करना पड़ता है. उनके पास न रहने को जमीन है और न ही जीवन-यापन करने का कोई रोजगार का माध्यम है. उन्होंने कहा कि वह इसलिए यहां आई हैं ताकि सरकार हम जैसे लोगों को भी रोजगार दे.
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प्रतापगढ़ से अति पिछड़ी जाति से आए शिव दर्शन कहते हैं कि हम यहां सरकार से थोड़ी सी जमीन मांगने के लिए आए हैं. हमारे परिवार में भी कोई मर भी जाता है तो हमें अपने घर के सामने ही उसे दफनाना पड़ता है, इसके अलावा हमारे बच्चे स्कूलों में जाते हैं तो उन्हें शिक्षक पढ़ाने से मना कर देते हैं.
इस आयोजन में शामिल मध्यांचल फोरम के सदस्य संतोष सामल कहते हैं कि अति पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए मध्यांचल फोरम और संवाद सामाजिक संस्थान ने मिलकर एक सर्वे किया था, जिसमें प्रदेश भर के तमाम अति पिछड़े वर्ग के लोगों की समस्याएं सामने आई थी और यह भी पता चला था कि वह किन मुश्किलों में रह रहे हैं. हम यह कार्यक्रम सरकार का ध्यान उनकी तरफ आकर्षित करने के लिए कर रहे हैं, ताकि उनका जीवन भी कुछ बेहतर हो सके.