लखनऊ : उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की चल रही प्रक्रिया के अंतर्गत प्रथम चरण उम्मीदवारों के नामांकन पत्र की जांच और नाम वापसी के बाद चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की स्थिति साफ हो गई है. पहले चरण के निकाय चुनाव की चल रही प्रक्रिया के अंतर्गत 9 मंडलों के 37 जिलों में नामांकन पत्रों की जांच और नाम वापसी के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने देर रात आंकड़े जारी किए हैं.
37 जिलों में चल रही चुनाव की प्रक्रिया के अंतर्गत 10 नगर निगम में पहले चरण में चुनाव हो रहे हैं. 10 नगर निगम के महापौर पद के लिए 126 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे, जिसमें से चार उम्मीदवारों के नामांकन पत्र में कुछ त्रुटियां पाई जाने की वजह से नामांकन पत्र रद कर दिए गए हैं. अब 122 प्रत्याशी 10 नगर निगम के महापौर के पद पर चुनाव मैदान में बचे हुए हैं. इसी तरह अगर बात नगर निगम के पार्षद पद पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की जाए तो पार्षद के 830 पद के लिए 5968 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे, लेकिन जांच और नाम वापसी में 107 लोग चुनाव से बाहर हो गए, जिसके बाद अब पार्षद के चुनाव मैदान में 5861 प्रत्याशी बचे हुए हैं. नगर पालिका परिषद के 104 अध्यक्ष पद के 1338 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे, जिनमें से 36 प्रत्याशियों के पर्चे जांच और वापसी के दौरान निरस्त हो गए, जिसके बाद अब 1302 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. नगरपालिका के सदस्य यानी सभासद के कुल 2776 पदों पर 16276 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे, जिनमें से 151 उम्मीदवार के नामांकन पत्र खारिज हो गए तो कई ने नाम वापसी कर ली, जबकि अब चुनाव मैदान में कुल 16125 उम्मीदवार बचे हैं. नगर पंचायत के अध्यक्ष के 276 पदों पर हो रहे चुनाव में 3637 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे, जिनमें से 106 के नाम वापसी और जांच के बाद निरस्त हो गए. अब नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर 3531 उम्मीदवार चुनाव मैदान में बचे हुए हैं. नगर पंचायत के सभासद के 3682 पद पर हो रहे चुनाव में 20952 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे, जिसमें 189 उम्मीदवारों के पर्चे नामांकन पत्र में त्रुटियों की वजह से खारिज हो गए हैं. अब 20763 प्रत्याशी चुनाव मैदान में बचे हैं.
पहले चरण के 37 जिलों में चल रही चुनावी प्रक्रिया के अंतर्गत गुरुवार का दिन प्रत्याशियों के नाम वापसी का निर्धारित था. कई जगह पर भारतीय जनता पार्टी और अन्य राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों के खिलाफ उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरफ से नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे और बागियों को मनाने की लगातार कोशिश की जा रही थी. कई जगह पर तमाम उम्मीदवारों के नाम भी वापस कराए गए तो तमाम जगहों पर उम्मीदवार अभी भी चुनाव मैदान में डटे हुए हैं. प्रथम चरण के चुनाव में सभी पदों पर कुल 47,704 उम्मीदवार चुनाव मैदान में डटे हुए हैं, जिनके भाग्य का फैसला 4 मई को उनके क्षेत्र की जनता मतदान के माध्यम से करेगी.
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