लखनऊः उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने बुधवार को बैठक की. इस बैठक में फैसला लिया कि निर्वाचन प्रक्रिया शुरू होने से लेकर के और समाप्ति तक जनसाधारण तक गलत, भ्रामक और सनसनी फैलाने वाली सूचनाओं पर कड़ी नजर रखी जाएगी. साथ ही प्रशासन को निर्देश दिया कि भ्रामक सूचनाएं फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
सोशल मीडिया और मैसेज पर होगी कड़ी नजर
राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी और जनपदों में तैनात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि निर्वाचन प्रक्रिया के शुरू होने से निर्वाचन प्रक्रिया की समाप्ति तक, गठित मीडिया सेल को पूर्ण रूप से सक्रिय रहकर जनसाधारण तक गलत भ्रामक और सनसनी फैलाने वाली सूचनाओं पर कड़ी नजर रखी जाए. ताकि कानून व्यवस्था बिगड़ने न पाए. राज्य निर्वाचन आयुक्त ने निर्देश दिए हैं कि मोबाइल से भेजे जाने वाले SMS और MMS सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे, सभी प्रकार के मैसेज पर विशेष सतर्कता रखी जाए. साथ ही गलत भ्रामक और सनसनीखेज सूचना फैलाने वाले व्यक्तियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए.
भ्रामक खबरों से बिगड़ती है कानून व्यवस्था
अपर निर्वाचन आयुक्त वेद प्रकाश शर्मा ने जारी निर्देशों में कहा है कि हमेशा यह देखा जाता है कि एसएमएस और एमएमएस और सोशल मीडिया के माध्यम से असत्य और भ्रामक जानकारियां वायरल करके आम जनता तक गलत सूचनाएं भेजी जाती हैं, जिसकी वजह से कानून व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति बन जाती है. अपर निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन 2021 की अधिसूचना शीघ्र ही निर्गत की जाएगी.
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