लखनऊः यूपी में कोरोना के प्रसार में कमी आ रही है. मगर, अभी खतरा टला नहीं है. शुक्रवार को संक्रमण दर घटकर 2.23 फीसदी पर आ गई है. वहीं नौ मरीजों की वायरस ने जान ले ली है. शुक्रवार को 24 घंटे में 2 लाख 2 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 3,807 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही 8,817 मरीज डिस्टचार्ज किए गये.
बुधवार को राजधानी में 878 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. वहीं कोरोना को मात देने वालों को आंकड़ा संक्रमितों से अधिक बना हुआ है. जहां 1912 मरीजों ने कोरोना को मात दी है. राजधानी में कोरोना के 7,778 एक्टिव केस रह गये है.
यूपी में देश में सर्वाधिक 10 करोड़ दो लाख से अधिक टेस्ट किये गये. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. ये डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी और मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए.
दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसदी से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. जबकि तीसरी लहर में 90 फीसदी ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसदी, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसदी थी. इसके अलावा 25 जनवरी को संक्रमण दर 4.98 फीसदी थी, जो अब घटकर 2.46 फीसदी पर आ गई.
अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज
17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं. यूपी में विदेश यात्रा और अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जा रहा है. अब हर भर्ती मरीज का भी जीन सीक्वेंसिंग टेस्ट होगा. ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गए. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया.
घटकर 36 हजार हुए एक्टिव केस
राज्य में जनवरी शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान एक लाख 16 हजार 616 एक्टिव केस थे. वहीं बुधवार को 36,411 हजार रह गई. सरकार ने तीसरी लहर से निपटने की व्यवस्था कर ली है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6,700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए.
0.01 फीसदी पॉजिटीविटी रेट से 2.23 फीसदी हुई
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 2.03 फीसदी है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट 2.23 फीसदी हो गई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसदी रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसदी पॉजिटीविटी रेट की गई. अक्टूबर में संक्रमण दर 0.01 फीसदी थी.
95 से 96.5 फीसदी रिकवरी रेट
30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 36 हजार हो गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसदी थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसदी तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 96.5 फीसदी रह गयी है. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए. वहीं 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई.