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केजीएमयू कुलपति के वित्तीय अधिकार हुए सीज़, कुलसचिव बोले- रूटीन कामों में नहीं आ रही बाधा - आशुतोष कुमार द्विवेदी कुलसचिव केजीएमयू

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर एमएलबी भट्ट का कार्यकाल 14 अप्रैल को समाप्त होने वाला है. ऐसे में नए कुलपति की दावेदारी में राजभवन में 29 फरवरी तक आवेदन लिए जा रहे हैं. जब तक नए कुलपति का चयन नहीं हो जाता, तब तक नियमानुसार तत्काल कुलपति के प्रशासनिक एवं वित्तीय निर्णय लेने के अधिकारों को सीज कर दिया जाता है.

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केजीएमयू कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी
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Published : Feb 11, 2020, 4:38 AM IST

लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के नए कुलपति की खोज शुरू हो चुकी है. नियमानुसार 3 महीने पहले से ही तत्काल वीसी के वित्तीय और प्रशासनिक निर्णय लेने के अधिकार को सीज कर दिया गया है. इसी सिलसिले में ईटीवी भारत ने केजीएमयू के कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी से खास बातचीत की.

केजीएमयू कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी से खास बातचीत.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी ने बताया कि रूटीन कार्यों में किसी भी तरह के व्यवधान उत्पन्न नहीं हो रहा है क्योंकि यह आखरी फाइनेंशियल इयर है. ऐसे में पहले लिए गए निर्णय पर काम किया जा रहा है और किसी भी तरह की वित्तीय परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ रहा है. वित्तीय निर्णयों के बारे में अभी तक शासन से कोई लिखित सूचना नहीं आई है, इसलिए हमारे काम पहले जैसे ही किए जा रहे हैं.

कुलपति के अधिकारों को संरक्षित करने की बात करें तो किसी भी प्रशासनिक निर्णय की बात सामने आने पर शासन द्वारा विचार-विमर्श करके केजीएमयू में काम कब तक किया जाता है, जब तक नए कुलपति का चयन नहीं हो जाता है. फिलहाल केजीएमयू में नए वीसी के लिए शहर भर से प्रोफेसर और डॉक्टर अपनी उम्मीदवारी का आवेदन राजभवन में कर रहे हैं और इसका चयन राज्यपाल द्वारा ही किया जाएगा. कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी के अनुसार चयन करने की प्रक्रिया में केजीएमयू प्रशासन की कोई भूमिका नहीं होती है.

ये भी पढ़ें- बोली नहीं गोली से जनता को समझा रहे हैं यूपी के सीएम: चंद्रशेखर आजाद

लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के नए कुलपति की खोज शुरू हो चुकी है. नियमानुसार 3 महीने पहले से ही तत्काल वीसी के वित्तीय और प्रशासनिक निर्णय लेने के अधिकार को सीज कर दिया गया है. इसी सिलसिले में ईटीवी भारत ने केजीएमयू के कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी से खास बातचीत की.

केजीएमयू कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी से खास बातचीत.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी ने बताया कि रूटीन कार्यों में किसी भी तरह के व्यवधान उत्पन्न नहीं हो रहा है क्योंकि यह आखरी फाइनेंशियल इयर है. ऐसे में पहले लिए गए निर्णय पर काम किया जा रहा है और किसी भी तरह की वित्तीय परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ रहा है. वित्तीय निर्णयों के बारे में अभी तक शासन से कोई लिखित सूचना नहीं आई है, इसलिए हमारे काम पहले जैसे ही किए जा रहे हैं.

कुलपति के अधिकारों को संरक्षित करने की बात करें तो किसी भी प्रशासनिक निर्णय की बात सामने आने पर शासन द्वारा विचार-विमर्श करके केजीएमयू में काम कब तक किया जाता है, जब तक नए कुलपति का चयन नहीं हो जाता है. फिलहाल केजीएमयू में नए वीसी के लिए शहर भर से प्रोफेसर और डॉक्टर अपनी उम्मीदवारी का आवेदन राजभवन में कर रहे हैं और इसका चयन राज्यपाल द्वारा ही किया जाएगा. कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी के अनुसार चयन करने की प्रक्रिया में केजीएमयू प्रशासन की कोई भूमिका नहीं होती है.

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Intro:लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के नए कुलपति की खोज शुरू हो चुकी है नियमानुसार 3 महीने पहले से ही तत्काल वीसी के वित्तीय और प्रशासनिक निर्णय लेने के अधिकार को सीज कर दिया गया है। ऐसे में फिलहाल अप्रैल महीने तक केजीएमयू में कैसे काम किए जा रहे हैं और वित्तीय निर्णय के बारे में हमने केजीएमयू के कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी से बातचीत की।


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किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर एमएलबी भट्ट का कार्यकाल 14 अप्रैल को समाप्त होने वाला है ऐसे में नए कुलपति की दावेदारी में राजभवन में 29 फरवरी तक आवेदन लिए जा रहे हैं। जब तक नए कुलपति का चयन नहीं हो जाता तब तक नियमानुसार तत्काल कुलपति के प्रशासनिक एवं वित्तीय निर्णय लेने के अधिकारों को सीज कर दिया जाता है।

इस मामले में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी ने बताया कि रूटीन कार्यों में किसी भी तरह के व्यवधान उत्पन्न नहीं हो रहा है क्योंकि यह आखरी फाइनैंशल इयर है ऐसे में पहले लिए गए निर्णय पर काम किया जा रहा है और किसी भी तरह की वित्तीय परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ रहा है।

कुलसचिव ने बताया कि वित्तीय निर्णयों के बारे में अभी तक शासन से कोई लिखित सूचना नहीं आई है इसलिए हमारे काम पहले जैसे ही किए जा रहे हैं रही बात कुलपति के अधिकारों के संरक्षित करने की तो किसी भी प्रशासनिक निर्णय की बात सामने आने पर शासन द्वारा विचार-विमर्श करके केजीएमयू में काम कब तक किया जाता है जब तक नए कुलपति का चयन नहीं हो जाता है।



Conclusion:फिलहाल केजीएमयू में नए वीसी के लिए शहर भर से प्रोफेसर और डॉक्टर अपनी उम्मीदवारी का आवेदन राजभवन में कर रहे हैं और इसका चयन राज्यपाल द्वारा ही किया जाएगा। कुलसचिव आशुतोष कुमार द्विवेदी के अनुसार चयन करने की प्रक्रिय में केजीएमयू प्रशासन की कोई भूमिका नहीं होती।

बाइट- आशुतोष कुमार द्विवेदी, कुलसचिव, केजीएमयू

पिटीसी- रामांशी मिश्रा

रामांशी मिश्रा
9598003584
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