लखनऊः महापौर संयुक्ता भाटिया ने नगर आयुक्त को पत्र लिख 27 सितंबर को नगर निगम का विशेष सदन की बैठक बुलाने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि शासन की गाइडलाइंस का पालन सुनश्चित किया जाए. महापौर ने नगर आयुक्त को दिए निर्देश में समस्त व्यवस्थाएं करने के लिए भी निर्देशित किया.
कोरोना संकट के दौरान नगर निगम में बीते सात महीने से सामान्य सदन की बैठक नहीं हो सकी है. विपक्ष के सपा और कांग्रेस समेत भाजपा के पार्षद सदन की बैठक बुलाने की मांग कर रहे हैं. शहर में विकास कार्य ठप हैं. पार्षदों में इसे लेकर नाराजगी बढ़ रही है. इस संबंध में सपा व कांग्रेस पार्षद दल के नेताओं ने महापौर को पत्र लिखा था.
सपा पार्षद दल के नेता सैयद यावर हुसैन रेशू ने कहा है कि लखनऊ में कोरोना का प्रकोप मार्च में शुरू हुआ है, लेकिन विकास कार्य जनवरी से ही ठप हो गया है. मौजूदा समय में मार्ग प्रकाश, सफाई व्यवस्था, सीवर व्यवस्था, सिविल कार्य पूरी तरह चरमरा गया है. लोगों को मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मानकों को ध्यान में रखते हुए जिस तरह लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा व विधान परिषद के सत्र बुलाए जा रहे हैं, उसी तरह नगर निगम सदन बुलाया जाए.
कांग्रेस पार्षद दल की नेता ममता चौधरी ने कहा कि मार्च से सितंबर तक छह माह हो गए हैं. अब तक वार्ड विकास निधि के कार्य शुरू नहीं हो सके हैं. वार्ड में बड़े-बड़े गड्ढे, क्रॉसिंग क्षतिग्रस्त व समर सिबल खराब हो गई हैं. इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. समस्याओं के निस्तारण के लिए सदन बुलाना जरूरी हो गया है.
महापौर ने नगर आयुक्त को निर्देशित किया है कि सदन से पूर्व सभी सदस्यों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कोरोना जांच की जाएगी. उसी के पश्चात सदन में प्रतिभाग कर पाएंगे. महापौर ने नगर आयुक्त को सदन के दौरान सभी सदस्यों सदस्यों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मास्क, सैनिटाइजर एवं फेस शील्ड उपलब्ध कराने लिए भी निर्दर्शित किया. महापौर ने नगर आयुक्त को निर्दर्शित किया कि सदन के दौरान सदस्यों के बैठने हेतु फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए.