लखनऊः 22 फरवरी को योगी सरकार के इस कार्यकाल का अंतिम और पांचवां बजट पेश करेगी. माना जा रहा है कि योगी सरकार का यह बजट अबतक का सबसे बड़ा बजट होगा. इस बजट से प्रदेश को बड़ी उम्मीदें भी हैं. खासकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में जिस तरह से प्रदेश लगातार मुश्किलों का सामना कर रहा है, ऐसे में माना जा रहा है कि इस बजट में सरकार यूपी का स्वास्थ सुधारने की कवायद में दो कदम आगे चलेगी.
बजट के उम्मीदों को लेकर ईटीवी भारत ने उत्तर प्रदेश के आर्थिक विशेषज्ञ प्रोफेसर एपी तिवारी से खास बातचीत की. प्रोफेसर तिवारी ने कहा कि यह बजट अपने आप में काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि योगी आदित्यनाथ सरकार अपना पांचवां और आखिरी बजट पेश कर रही है. कोरोना के संकटकाल के बाद यह बजट आ रहा है. ऐसे में स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार का पूरा फोकस रहेगा. मेडिकल कॉलेज से लेकर अस्पतालों में स्वास्थ सेवाओं को बेहतर करना सरकार की प्राथमिकता होगी.
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चुनाव से पहले के बजट में बहुत कुछ होगा स्वास्थ्य में खास
आर्थिक विशेषज्ञ प्रोफेसर एपी तिवारी ने कहा कि योगी सरकार कोविड-19 के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने पर ध्यान दे रही थी. सरकार की सफल कोशिशों और स्वास्थ्य सेवाओं पर सक्रियता के कारण इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है. स्वास्थ्य सेवाओं को सरकार लगातार बेहतर कर रही है. ऐसे में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले आने वाले इस बजट में सरकार अपना अधिक फोकस स्वास्थ सेवाओं को बेहतर करने पर देगी.
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स्वास्थ्य सेवाओं में स्टाफ को बढ़ाने पर भी ध्यान देगी सरकार
मेडिकल कॉलेज से लेकर प्राइमरी हेल्थ सेंटर में किस प्रकार से स्वास्थ सेवाओं को बढ़ाया जाना है, ऐसे तमाम प्रावधान सरकार के इस बजट में नजर आ सकते हैं पैरामेडिकल के साथ ही चिकित्सकों की कमी को दूर करने को लेकर भी सरकार कुछ बड़े प्रावधान कर सकती हैं.