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बाबरी विध्वंस मामलाः तीन सुरक्षा घेरे से सुरक्षित होगी सीबीआई की विशेष अदालत

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Published : Sep 29, 2020, 6:39 PM IST

Updated : Sep 29, 2020, 10:12 PM IST

बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में बुधवार को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट फैसला सुनाएगी. इस आपराधिक मामले में कई बड़े नाम शामिल हैं, जिनको ध्यान में रखते हुए लखनऊ पुलिस ने पूरी राजधानी में सुरक्षा का जाल बिछा दिया है. वहीं कोर्ट को भी तीन सुरक्षा घेरों में रखा जाएगा.

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सुरक्षा में तैनात जवान.

लखनऊः बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अंतिम फैसला 30 सितंबर को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट लखनऊ में सुनाया जाएगा. इस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, कल्याण सिंह जैसे बड़े नाम शामिल हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बेहतर इंतजाम किए गए हैं.

लखनऊ पुलिस ने कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था के लिए खास प्लान तैयार किया है. वहीं सुनवाई के बाद अगर आरोपियों को सजा सुनाई जाती है तो उनके लिए राजधानी लखनऊ में अस्थायी जेल का निर्माण भी किया गया है. अगर कोर्ट आरोपियों पर आरोप सिद्ध करते हुए आदेश देती है तो फिर आरोपियों को अस्थायी जेल ले जाया जाएगा, जहां पर उन्हें 14 दिन क्वारंटीन रखा जाएगा, जिसके बाद स्थायी जेल भेजा जाएगा.

कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था के लिए लखनऊ पुलिस ने खास प्लान तैयार किया है. डीसीपी वेस्ट डीपी पांडे ने ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए बताया कि कोर्ट परिसर को तीन सुरक्षा घेरों की मदद से सुरक्षित रखा जाएगा. पहला घेरा कोर्ट रूम को सुरक्षा देगा, दूसरा घेरा कोर्ट रूम और कोर्ट की बाहरी बाउंड्री के बीच में स्थित होगा. वहीं तीसरा घेरा कोर्ट के बाहर मुस्तैद रहेगा.

कोर्ट परिसर की सुरक्षा के लिए हजारों की संख्या में पुलिस बल तैनात रहेंगे. पांच एसीपी को कोर्ट परिसर की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है. साथ ही 9 एसएचओ, 100 सब इंस्पेक्टर, 500 कांस्टेबल/हेड कांस्टेबल और पीएसी पर्याप्त मात्रा में कोर्ट परिसर के पास तैनात रहेगी.

कोर्ट परिसर के साथ-साथ लखनऊ के संवेदनशील क्षेत्रों में भारी मात्रा में पुलिस फोर्स की तैनाती की जाएगी. अस्थायी जेल परिसर के पास भी पुलिस के आला अधिकारी और पुलिस कर्मचारी तैनात रहेंगे. कोर्ट परिसर और अस्थायी जेल के बीच रास्ते में भी पर्याप्त मात्रा में फोर्स की तैनाती की जाएगी. लखनऊ में आरोपियों को कोर्ट से अस्थायी जेल ले जाने के लिए वाहनों के इंतजाम भी किए गए हैं.

एडीसीपी ईस्ट अमित कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि कोर्ट के फैसले को लेकर पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है. भारी मात्रा में फोर्स को तैनात किया गया है. प्राथमिकता के तौर पर कोर्ट परिसर और अस्थायी जेल परिसर के लिए सुरक्षा तैयारियां कर ली गई हैं. पूरे लखनऊ में किसी तरह की अप्रिय घटना न होने पाए इस बात को ध्यान में रखते हुए पूरे लखनऊ के संवेदनशील क्षेत्रों पर पोस्ट तैनात की गई है.

सीबीआई कोर्ट परिसर के आसपास पुलिस कर्मचारी सादे कपड़े में भी तैनात रहेंगे. लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने पुलिस कर्मचारियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए हैं. कोर्ट परिसर के पास बम निरोधक दस्ता, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौजूद रहेंगी. कोर्ट परिसर के बाहर मीडिया गैलरी का भी निर्माण किया जाएगा.

लखनऊः बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अंतिम फैसला 30 सितंबर को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट लखनऊ में सुनाया जाएगा. इस मामले में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, कल्याण सिंह जैसे बड़े नाम शामिल हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बेहतर इंतजाम किए गए हैं.

लखनऊ पुलिस ने कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था के लिए खास प्लान तैयार किया है. वहीं सुनवाई के बाद अगर आरोपियों को सजा सुनाई जाती है तो उनके लिए राजधानी लखनऊ में अस्थायी जेल का निर्माण भी किया गया है. अगर कोर्ट आरोपियों पर आरोप सिद्ध करते हुए आदेश देती है तो फिर आरोपियों को अस्थायी जेल ले जाया जाएगा, जहां पर उन्हें 14 दिन क्वारंटीन रखा जाएगा, जिसके बाद स्थायी जेल भेजा जाएगा.

कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था के लिए लखनऊ पुलिस ने खास प्लान तैयार किया है. डीसीपी वेस्ट डीपी पांडे ने ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए बताया कि कोर्ट परिसर को तीन सुरक्षा घेरों की मदद से सुरक्षित रखा जाएगा. पहला घेरा कोर्ट रूम को सुरक्षा देगा, दूसरा घेरा कोर्ट रूम और कोर्ट की बाहरी बाउंड्री के बीच में स्थित होगा. वहीं तीसरा घेरा कोर्ट के बाहर मुस्तैद रहेगा.

कोर्ट परिसर की सुरक्षा के लिए हजारों की संख्या में पुलिस बल तैनात रहेंगे. पांच एसीपी को कोर्ट परिसर की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है. साथ ही 9 एसएचओ, 100 सब इंस्पेक्टर, 500 कांस्टेबल/हेड कांस्टेबल और पीएसी पर्याप्त मात्रा में कोर्ट परिसर के पास तैनात रहेगी.

कोर्ट परिसर के साथ-साथ लखनऊ के संवेदनशील क्षेत्रों में भारी मात्रा में पुलिस फोर्स की तैनाती की जाएगी. अस्थायी जेल परिसर के पास भी पुलिस के आला अधिकारी और पुलिस कर्मचारी तैनात रहेंगे. कोर्ट परिसर और अस्थायी जेल के बीच रास्ते में भी पर्याप्त मात्रा में फोर्स की तैनाती की जाएगी. लखनऊ में आरोपियों को कोर्ट से अस्थायी जेल ले जाने के लिए वाहनों के इंतजाम भी किए गए हैं.

एडीसीपी ईस्ट अमित कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि कोर्ट के फैसले को लेकर पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है. भारी मात्रा में फोर्स को तैनात किया गया है. प्राथमिकता के तौर पर कोर्ट परिसर और अस्थायी जेल परिसर के लिए सुरक्षा तैयारियां कर ली गई हैं. पूरे लखनऊ में किसी तरह की अप्रिय घटना न होने पाए इस बात को ध्यान में रखते हुए पूरे लखनऊ के संवेदनशील क्षेत्रों पर पोस्ट तैनात की गई है.

सीबीआई कोर्ट परिसर के आसपास पुलिस कर्मचारी सादे कपड़े में भी तैनात रहेंगे. लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने पुलिस कर्मचारियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए हैं. कोर्ट परिसर के पास बम निरोधक दस्ता, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौजूद रहेंगी. कोर्ट परिसर के बाहर मीडिया गैलरी का भी निर्माण किया जाएगा.

Last Updated : Sep 29, 2020, 10:12 PM IST
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