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36 घंटे तक चला विधानसभा का विशेष सत्र, सीएम योगी ने विपक्ष पर साधा निशाना

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो अक्टूबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था. इसमें पक्ष और विपक्ष के बड़े नेताओं ने अपने विचार रखे. इस दौरान समापन भाषण में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में हुए विकास कार्यों से विपक्ष पर निशाना साधाने का काम किया. सत्र का समापन 3 अक्टूबर की मध्यरात्रि को किया गया. यह विशेष सत्र सतत विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बुलाया गया था.

36 घंटे तक चला विधानसभा का विशेष सत्र.
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Published : Oct 4, 2019, 5:03 AM IST

लखनऊः योगी सरकार द्वारा बुलाया गया विशेष सत्र दो अक्टूबर की सुबह 11 बजे शुरू हुआ और तीन अक्टूबर की रात 11:42 बजे अनिश्चित काल के लिए स्थगित हुआ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समापन भाषण के दौरान कहा कि सदन में अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर हिस्सा लेने वाले विपक्षी दलों के सदस्यों शिवपाल यादव, आदिति सिंह, अनिल सिंह, राकेश सिंह, असलम राइनी समेत विपक्ष के जिन सदस्यों ने सदन में हिस्सा लिया उनके प्रति धन्यवाद एवं कृतज्ञता ज्ञापित करता हूं.

36 घंटे तक चला विधानसभा का विशेष सत्र.

विपक्ष सकारात्मक नहीं है
सीएम योगी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक के दौरान हमने 48 घंटे सदन चलाने की बात की तो विपक्ष ने इतने लंबे समय तक बैठने में असमर्थता जताई थी. उन्होंने कहा मैं मानता हूं कि विपक्ष 48 घंटे क्या एक मिनट भी सकारात्मक चर्चा के लिए सदन में नहीं बैठ सकता है.

विपक्ष पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के दौरान कहा कि देश के अंदर एक परिवार ऐसा भी है, जिसके अलावा दूसरे की तारीफ नहीं कर सकता. भ्रष्टाचार, लूट-खसोट, जमीन पर कब्जा ही कांग्रेस का गांधी दर्शन हो गया था.
वहीं बसपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि 2022 में भी भाजपा जीतने जा रही है. उन्होंने सही कहा है कि वह भविष्य देख रही हैं. उन्हें जनता का मूड समझ में आ गया है. 2014, 2017 और अब 2019 के जनता के फैसले को देख कर कोई भी यही कहेगा.

पढ़ें- लखनऊ एयरपोर्ट अथॉरिटी के खिलाफ किसान यूनियन ने दिया धरना

सबको साथ लेकर चलने से समाज का होगा विकास
अपने भाषण में सीएम योगी ने कहा कि अगर समाज में गरीबी और कुप्रथा है, तो वह समाज विकसित नहीं हो सकता है. अगर समाज का कोई वर्ग, कोई हिस्सा गरीबी बदहाली में है तो पूरे समाज का दायित्व है कि उसको भी हाथों हाथ लिया जाए. उसका विकास किया जाए.

उत्तर प्रदेश को ओडीएफ घोषित करने पर जताई खुशी
उन्होंन कहा कि हमारी सरकार के दौरान स्वच्छ भारत मिशन के तहत युद्ध स्तर पर काम किया गया. स्वच्छता में उत्तर प्रदेश को पुरस्कार मिला है और उत्तर प्रदेश को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है. उन्होंने पर्यावरण की समस्याओं से भी निपटने की बात कही.

पढ़ें- हरदोई: ओडीएफ अभियान की पोल खोल रहे जिले में बने शौचालय

गरीबों को दिया जा रहा है आवास
गरीबी उन्मूलन पर बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार का यह सबसे पहला लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए सरकार आवास योजना के तहत गरीबों को आवास दे रही है. आदिवासी गावों पर ज्यादा फोकस किया गया है. उन्होंने कहा कि 2025 तक प्रदेश को टीवी रोग से मुक्त कराने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं इस बैठक में 77 सदस्यों के भाषण न होने पर उन्होंने कहा कि उनका भाषण लिखित रूप में जमा किया गया है और इसका एक दस्तावेज बनाने की बात कही.

लखनऊः योगी सरकार द्वारा बुलाया गया विशेष सत्र दो अक्टूबर की सुबह 11 बजे शुरू हुआ और तीन अक्टूबर की रात 11:42 बजे अनिश्चित काल के लिए स्थगित हुआ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समापन भाषण के दौरान कहा कि सदन में अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर हिस्सा लेने वाले विपक्षी दलों के सदस्यों शिवपाल यादव, आदिति सिंह, अनिल सिंह, राकेश सिंह, असलम राइनी समेत विपक्ष के जिन सदस्यों ने सदन में हिस्सा लिया उनके प्रति धन्यवाद एवं कृतज्ञता ज्ञापित करता हूं.

36 घंटे तक चला विधानसभा का विशेष सत्र.

विपक्ष सकारात्मक नहीं है
सीएम योगी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक के दौरान हमने 48 घंटे सदन चलाने की बात की तो विपक्ष ने इतने लंबे समय तक बैठने में असमर्थता जताई थी. उन्होंने कहा मैं मानता हूं कि विपक्ष 48 घंटे क्या एक मिनट भी सकारात्मक चर्चा के लिए सदन में नहीं बैठ सकता है.

विपक्ष पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के दौरान कहा कि देश के अंदर एक परिवार ऐसा भी है, जिसके अलावा दूसरे की तारीफ नहीं कर सकता. भ्रष्टाचार, लूट-खसोट, जमीन पर कब्जा ही कांग्रेस का गांधी दर्शन हो गया था.
वहीं बसपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि 2022 में भी भाजपा जीतने जा रही है. उन्होंने सही कहा है कि वह भविष्य देख रही हैं. उन्हें जनता का मूड समझ में आ गया है. 2014, 2017 और अब 2019 के जनता के फैसले को देख कर कोई भी यही कहेगा.

पढ़ें- लखनऊ एयरपोर्ट अथॉरिटी के खिलाफ किसान यूनियन ने दिया धरना

सबको साथ लेकर चलने से समाज का होगा विकास
अपने भाषण में सीएम योगी ने कहा कि अगर समाज में गरीबी और कुप्रथा है, तो वह समाज विकसित नहीं हो सकता है. अगर समाज का कोई वर्ग, कोई हिस्सा गरीबी बदहाली में है तो पूरे समाज का दायित्व है कि उसको भी हाथों हाथ लिया जाए. उसका विकास किया जाए.

उत्तर प्रदेश को ओडीएफ घोषित करने पर जताई खुशी
उन्होंन कहा कि हमारी सरकार के दौरान स्वच्छ भारत मिशन के तहत युद्ध स्तर पर काम किया गया. स्वच्छता में उत्तर प्रदेश को पुरस्कार मिला है और उत्तर प्रदेश को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है. उन्होंने पर्यावरण की समस्याओं से भी निपटने की बात कही.

पढ़ें- हरदोई: ओडीएफ अभियान की पोल खोल रहे जिले में बने शौचालय

गरीबों को दिया जा रहा है आवास
गरीबी उन्मूलन पर बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार का यह सबसे पहला लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए सरकार आवास योजना के तहत गरीबों को आवास दे रही है. आदिवासी गावों पर ज्यादा फोकस किया गया है. उन्होंने कहा कि 2025 तक प्रदेश को टीवी रोग से मुक्त कराने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं इस बैठक में 77 सदस्यों के भाषण न होने पर उन्होंने कहा कि उनका भाषण लिखित रूप में जमा किया गया है और इसका एक दस्तावेज बनाने की बात कही.

Intro:लखनऊ: योगी सरकार ने 36.42 घंटे तक विधानसभा चलाकर रचा इतिहास

लखनऊ। योगी सरकार द्वारा बुलाया गया विशेष सत्र दो अक्टूबर की सुबह 11 बजे वंदे मातरम के साथ शुरू हुआ और तीन अक्टूबर की रात 11:42 बजे राष्ट्र गान के साथ अनिश्चित काल के लिए स्थगित हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समापन भाषण के दौरान कहा कि सदन में अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर हिस्सा लेने वाले विपक्षी दलों के सदस्यों शिवपाल यादव, आदिति सिंह, अनिल सिंह, राकेश सिंह, असलम राइनी समेत विपक्ष के जिन सदस्यों ने सदन में हिस्सा लिए उनके प्रति धन्यवाद एवं कृतज्ञता ज्ञापित करता हूँ।Body:मै धन्यवाद उन सभी संस्थाओं को देना चाहूंगा जिनका इसमे सहयोग रहा। मीडिया इस विशेष सत्र को हाथो हाथ लिया। विपक्ष के नकारात्मक भाव के चलते कटघरे में खड़ा किया। अध्यक्ष जी चर्चा परिचर्चा जरूरी है। संवाद विकास का अहम हिस्सा है। इस दौरान चर्चा में बहुत मूल्यवान बातें आईं। आईं भी। हम चाहते थे कि अभी सदस्य बोलें। सर्वदलीय बैठक के दौरान हमने 48 घंटे सदन की बात की तो विपक्ष ने इतना लंबा समय बैठने में असमर्थता जताई थी। लेकिन मै मानता हूं कि विपक्षी 48 घंटे क्या एक मिनट भी नहीं सकारात्मक चर्चा के लिए सदन में नहीं बैठ सकते।

सदन चलने के दौरान विपक्ष कहता था कि सदन में गरीबी उन्मूलन पर चर्चा होनी चाहिए। शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य सुविधाओं पर चर्चा होनी चाहिए। लेकिन जब हमने चर्चा के लिए सदन बुलाया तो विपक्ष के लोग नौ दो ग्यारह हो गए। बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री व राशि देने में उनकी मंशा दिखती थी। लंबा समय लगता था। लोकतंत्र का मतलब जिनके लिए परिवार ही है। वे सदन में बहस करने से बहिनभाग लिए।

देश के अंदर एक परिवार ऐसा भी है जिसके अलावा दूसरे की तारीफ नहीं कर सकता। वह परिवार केवल अपना महिमा मंडन कराना जानता है। भ्रष्टाचार, लूट खसोट, जमीन पर कब्जा ही कांग्रेस का गांधी दर्शन हो गया था।

बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि 2022 में भी भाजपा जीतने जा रही है। उन्होंने सही कहा है। वह भविष्य देख रही हैं। उन्हें जनता का मूड समझ में आ गया है। 2014, 2017 और अब 2019 के जनता के फैसले को देख कर कोई भी यही कहेगा।

समाज में गरीबी है। कुप्रथा है। तो वह समाज विकसित नहीं हो सकता है। अगर हमारे शरीर का कोई अंग कमजोर हो जाए तो हम उसे दिव्यांग कहते हैं। हम उसे अलग नहीं करते। अगर समाज का कोई वर्ग, कोई हिस्सा गरीबी बदहाली में है। तो पूरे समाज का दायित्व है। उसको भी हाथों हाथ लिया जाए। उसका विकास किया जाए। जो बदहाल है उसके भी जीवन में खुशहाली लाने का काम किया जाए। जो अशिक्षित है उसे भी शिक्षित करने का प्रयास किया जाए। साधन विहीन लोगों को साधन युक्त बनाने का काम करने की जरूरत होती है। संयुक्त राष्ट्र ने जो सतत विकास का लक्ष्य निर्धारित किया है, उसे सकारात्मक सोच के साथ हासिल किया जा सकता है।

भारत के स्वच्छ भारत मिशन अभियान में सबसे बड़ा बाधक उत्तर प्रदेश था। हमारी सरकार के दौरान स्वच्छ भारत मिशन के तहत युद्ध स्तर पर काम किया गया। स्वच्छता में उत्तर प्रदेश को पुरस्कार मिला है। उत्तर प्रदेश को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है। आज हम कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने में तेजी से बढ़े हैं।

यदि किसी को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने के लक्ष्य को हासिल किया तो उसका स्वास्थ्य भी ठीक होगा। शिक्षा भी ठीक होगी। एक लक्ष्य हासिल करने से दूसरा लक्ष्य वैसे ही हासिल होगा। इसके लिए विभागों के बीच सामंजस्य बिठाकर काम किया जाए तो हम सतत विकास के लक्ष्य को जल्दी ही हासिल करेंगे।

सीएम योगी ने कहा कि हमे पर्यावरण की समस्याओं से भी निपटना होगा। इस दृष्टि से पूरी दुनिया यूपी की तरफ देखा रहा है। अगर दुनिया का छठा व्यक्ति भारत का है तो भारत का प्रत्येक छठा व्यक्ति यूपी का है। सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए हमने पहले से ही कई कमेटियों का गठन किया गया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी इसकी निगरानी कर रही है।

गरीबी उन्मूलन को सबसे पहला लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए सरकार आवास योजना के तहत गरीबों को आवास दे रही है। आदिवासी गावों पर ज्यादा फोकस किया गया है। शतप्रतिशत निराश्रित महिलाओं को लाभान्वित कराना, निर्धन परिवारों की आय में वृद्धि करने का लक्ष्य प्राप्त किया जा रहा है। ग्राम्य विकास विभाग को गरीबी उन्मूलन की जिम्मेदारी दी गयी है।

2025 तक टीवी रोग समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया। क्वालिटी एजुकेशन की तरफ निरन्तर आगे बढ़ रहे हैं। बेसिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक हमारी सरकार चिंता कर रही है। माध्यमिक शिक्षा में बेहतर पाठ्यक्रम बनाने का काम किया गया। नकल विहीन परीक्षा आयोजित की गई। निजी विश्वविद्यालय को बढ़ावा दिया गया। इसी तरह से मुख्यमंत्री योगी ने सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में सदन को जानकारी दी।

सीएम योगी ने कहा कि यह पहला विधान मंडल होगा जहां सदन के सदस्यों ने सतत विकास के लक्ष्य हासिल करने पर सकारात्मक चर्चा की। इसके बाद अपने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को विस्तार से उठाया। वह सभी धन्यवाद के पात्र हैं। रात के दो बजे यहां सदन में 77 सदस्य चर्चा के लिए बैठे थे। जो इस विशेष सत्र में अपना भाषण नहीं कर सके। उनका लिखित भाषण जमा हुआ है। सीएम योगी ने सभी सदस्यों के भाषण का एक दस्तावेज बनाने का आग्रह किया।

नोट- इस खबर का वीडियो पैकेज मोजो से up_luc_08_vidhansabha_speaker_byte_7203790Conclusion:
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