लखनऊ: सपा प्रवक्ता जूही सिंह ने बिहार की राजनीति को लेकर चल रही उठापटक के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ और नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार चुनाव के बीच सीए और एनआरसी के मुद्दे को उठाया है, जिसके बाद यह मुद्दा बिहार की राजनीति में गरमाया हुआ है. इसी बीच हिंदुत्व का चेहरा माने जाने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए एनडीए की सरकार बनने पर घुसपैठियों को बाहर का रास्ता दिखाने का एलान किया था. वहीं दूसरी रैली में नीतीश कुमार ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि देश से किसी को बाहर निकालने का दम किसी में नहीं है. गठबंधन के बावजूद दोनों नेताओं के बयानों में विरोधाभास को लेकर विपक्ष बिहार के इस गठबंधन को घेरने का काम कर रहा है.
जूही सिंह ने कहा मौकापरस्त हैं नीतीश कुमार
सपा प्रवक्ता जूही सिंह ने बयान जारी करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार के बारे में सभी जानते हैं कि वह सुविधा अनुसार पाला बदल लेते हैं. नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी रहे हैं. उनके साथ कदम से कदम मिलाकर काम किया है. अब यह कहना कि वह सीएए और एनआरसी का विरोध करते हैं और किसी को बिहार से बाहर नहीं जाने देंगे के दावे में छलावा प्रतीत होता है. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के बारे में सभी जानते हैं अब भाजपा सरकार बेनकाब हो गई है. बिहार में नीतीश कुमार की सरकार नहीं बनने वाली है. बिहार में बदलाव के बाद वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश में भी बदलाव होने जा रहा है.
दोनों नेताओं ने दिया विरोधाभासी बयान
बताते चलें कि बुधवार को हिंदुत्व का चेहरा माने जाने वाले योगी आदित्यनाथ ने कटिहार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि एनडीए के सत्ता में आने के बाद घुसपैठियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. वही सीमांचल के किशनगंज जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि हिंदुस्तान से किसी को बाहर करने का दम किसी में नहीं है. यह दोनों बयान सीए एनआरसी के मुद्दे पर दिए गए. बताते चलें बिहार की राजनीति के बीच एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने सीए व एनआरसी का मुद्दा उठाया है, जिसको लेकर बिहार की राजनीति गरमाई हुई है. इसी बीच घुसपैठियों को बाहर का रास्ता दिखाने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान और घुसपैठियों को बाहर भेजने में किसी में दम न होने के नीतीश कुमार के बयान के बाद दोनों पार्टियों के नेताओ में सीएए और एनआरसी को लेकर मतभेद महसूस किया जा रहा है. ऐसे में जब दोनों पार्टी साथ में मिलकर चुनाव लड़ रही हैं, तो इस तरह के विरोधाभासी बयान पर उत्तर प्रदेश में विपक्षी पार्टी भी भाजपा और नीतीश कुमार के गठबंधन पर सवाल करने से नहीं चूक रहे हैं.