लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (SP President Akhilesh Yadav) ने कहा है कि भारत जैसा सामाजिक भेदभाव दुनिया में कहीं नहीं है. यहां धर्म बदल जाता है, जाति नहीं. बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर (Babasaheb Bhimrao Ambedkar) और डॉ. राम मनोहर लोहिया (Dr. Ram Manohar Lohia) जैसे विचारकों ने जाति तोड़ो अभियान चलाया पर जाति नहीं टूटी. पिछड़ों, दलितों, वंचितों को उनका हक और सम्मान दिलाने की यह लड़ाई लम्बी और कठिन जरूर है, पर उम्मीद है कि हम यह लड़ाई जीतेंगे.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लड़ाई बहुत लंबी है, क्योंकि वे (भाजपा) बहुत ताकतवर लोग हैं. उनके पास सभी जांच एजेंसियां हैं. मुख्यमंत्री झूठ न बोलें, इसलिए दो डिप्टी सीएम झूठ बोलने के लिए ही रखे गए हैं. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जिस तरीके से ट्विन टावर था, वैसे ही दोनों डिप्टी सीएम हैं और यह दोनों ट्विन टावर की तरह निकल कर बाहर आते हैं. कहा कि 2024 में ट्विन टावर की तरह भाजपा सरकार भी चली जाएगी.
सपा कार्यकर्ताओं को मेहनत करनी है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव आज समाजवादी पार्टी प्रदेश मुख्यालय में कमल किशोर कठेरिया द्वारा लिखित ‘भागीदारी का संघर्ष‘ पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे. इस अवसर पर राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी, विधायक बृजेश कठेरिया, रमेश चंचल, ए.एच. हाशमी तथा भंते महेन्द्र और अन्य समाजवादी नेता उपस्थित थे. यादव ने कहा कि हमें साथ मिलकर सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़नी होगी क्योंकि हमारी लड़ाई जिनसे है, वे बहुत ताकतवर हैं और हर जगह हर संस्थान में उनका कब्जा है. समाजवादी पार्टी ने अपने चुनाव घोषणापत्र में सरकार बनने पर तीन महीने के अन्दर जातीय जनगणना कराने का वादा किया था.
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (SP President Akhilesh Yadav) ने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में हम जब आजादी की खुशी मना रहे थे तब पड़ोसी राज्य से यह दुःखद खबर आई कि एक टीचर ने एक बच्चे को ऐसा पीटा कि उसकी मौत हो गई. उसकी गलती यह थी कि उसने उनके मटके से पानी पी लिया था. इस भेदभाव से समाज में बहुत दूरी बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि जातीय भेदभाव सामाजिक जनजागरूकता से मिट सकता है. इसके लिए समाज को जागरूक करना होगा. वस्तुस्थिति की सही जानकारी लोगों तक पहुंचनी चाहिए. सत्ता दल तो सच को झूठ बनाने में माहिर है.
अखिलेश यादव ने ‘भागीदारी का संघर्ष‘ पुस्तक के लेखक कमल किशोर कठेरिया को बधाई दी. कमल किशोर कठेरिया (पूर्व राजस्व सेवा अधिकारी) ने कहा देश में 4 हजार वर्षों से दो विचारधाराएं चल रही हैं. एक नफरत की और दूसरी सद्भाव की. उन्होंने कहा बहुसंख्यक विभाजित है. आरक्षण को लेकर सबसे ज्यादा भ्रम और विवाद है. पुस्तक का उद्देश्य सही जानकारी देना है ताकि आरक्षण पर सार्थक बहस हो सके. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व को मजबूत करेंगे तभी संविधान बचेगा. अखिलेश का नेतृत्व ही उत्तर प्रदेश में विकल्प है. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर 2 सितम्बर को 9 सदस्यीय समाजवादी पार्टी प्रतिनिधिमंडल गौतमबुद्धनगर आएगा. प्रतिनिधिमंडल अन्नू त्यागी और इंगिला त्यागी से मुलाकात कर पुलिस हिरासत में उनसे हुए दुर्व्यवहार और उत्पीड़न की जानकारी लेने पहुंचेगा.