लखनऊ : होली पर्व के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव के साथ प्रदेश के दौरे पर एक साथ निकलेंगे. इसके साथ ही निकाय चुनाव व लोकसभा चुनाव की तैयारियों को जिलों में रफ्तार देने का काम करेंगे. अखिलेश और चाचा शिवपाल सिंह यादव समाजवादी पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे. चाचा-भतीजे एक साथ समाजवादी पार्टी के पुराने नेताओं को एकजुट करेंगे और जिलों में संगठन निर्माण से पहले सपाइयों में उत्साह भरने का काम करेंगे.
समाजवादी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि 'होली के बाद अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी पूरी तरह से चुनावी मोड में नजर आने लगेगी. अखिलेश यादव खुद जिलों में दौरा करते हुए संगठनात्मक अभियान को आगे बढ़ाएंगे, इसके अलावा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव पश्चिम से पूर्वांचल और अवध से लेकर बुंदेलखंड के जिलों का दौरा करेंगे.' इस दौरान समाजवादी पार्टी के बहुप्रतीक्षित प्रदेश संगठन में नेताओं को जिम्मेदारी देने को लेकर जिला स्तरीय नेता और वरिष्ठ नेताओं से राय मशविरा और फीडबैक लेने का काम किया जाएगा. अप्रैल से मई महीने तक प्रस्तावित नगर निकाय चुनाव को रफ्तार देने का काम होगा. साथ ही किन प्रमुख नगर निगम वाली सीटों पर समाजवादी पार्टी कितने मजबूती के साथ चुनाव लड़ सकती है, कौन प्रत्याशी ज्यादा अच्छे रहेंगे, उसको लेकर भी पार्टी के वरिष्ठ और स्थानीय नेताओं से बातचीत की जाएगी और उन नेताओं का फीडबैक लिया जाएगा, जो बेहतर चुनाव लड़ सकता है. उन्हें चुनाव मैदान में उतारा जाएगा. इसके अलावा लोकसभा चुनाव को देखते हुए समाजवादी पार्टी क्षेत्रों के प्रभारी बनाने का भी काम आने वाले समय में करेगी. साथ ही लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अखिलेश अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव जिलों में संगठन निर्माण से पहले सपाइयों में उत्साह भरने का काम करेंगे. दरअसल, समाजवादी पार्टी ने पूरी ताकत के साथ आगामी कार्यक्रमों और चुनाव की तैयारियों को जिला स्तर तक ले जाकर कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने का काम करने की रणनीति तैयार की है. इसके अलावा सबसे खास बात यह है कि अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव भी पूरी तरह से समाजवादी पार्टी के साथ आ चुके हैं और उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है. शिवपाल सिंह यादव ने यूपी के कई जिलों में चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाने कार्यकर्ताओं में जोश भरने की रूपरेखा तैयार की है. उन्होंने इस बारे में अखिलेश यादव से भी विस्तार से चर्चा की है. इसके साथ ही अखिलेश यादव की 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों को आगे बढ़ाने और आगामी दिनों में प्रस्तावित नगर निकाय चुनाव को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट करने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने को लेकर जिले जिले के दौरे पर निकलने का पूरा मास्टर प्लान तैयार करने का काम किया है.
समाजवादी पार्टी ने एक रणनीति बनाने का काम किया है कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के कई नेताओं ने सपा का साथ छोड़ने का काम किया था. इन नेताओं का समायोजन अगर ठीक ढंग से नहीं हो पाया है और वह समाजवादी पार्टी में वापसी करना चाहते हैं तो ऐसे लोगों को पार्टी में वापस लाने का काम शिवपाल सिंह यादव को दिया गया है. वह तीनों जिलों में जाकर इस काम को शुरू करने की पूरी प्लानिंग तैयार कर चुके हैं.
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक बाजपेयी ने कहा कि 'समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव निकाय चुनाव व लोकसभा चुनाव की तैयारियों को होली के बाद आगे बढ़ाते हुए नजर आएंगे. होली के बाद समाजवादी पार्टी नए तेवर और नए कलेवर के साथ जनता के बीच पहुंचेगी. जनता के मुद्दों को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे. संगठन को मजबूत करने का काम करेंगे. जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर जनता के बीच संघर्ष करेंगे और भारतीय जनता पार्टी सरकार की नाकामी उन्हें बताने का काम करेंगे. होली के बाद समाजवादी पार्टी पूरी ताकत के साथ चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाती हुई जिलों में नजर आएगी.'
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