लखनऊ : समाजवादी पार्टी के विधायक और पूर्वांचल के बाहुबली नेता अभय सिंह के साले संदीप सिंह को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. आरोप है कि विधायक के साले ने नागालैंड से जारी हुए शस्त्र लाइसेंस के आधार पर अवैध रूप से यूपी में असलहा रख रखा था. संदीप सिंह के खिलाफ 2021 से जांच की जा रही है.
एसटीएफ एसपी विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक, संदीप सिंह पर आरोप है कि 18 वर्ष पहले नागालैंड में शस्त्र लाइसेंस बनवाया था, जिसके बाद नियम विरुद्ध शस्त्र लाइसेंस को यूपी में लखनऊ के पते पर स्थानांतरित कर लिया गया था. जिसके बाद से ही वह अवैध रूप से नागालैंड का असलहा लेकर चल रह था. यूपी एसटीएफ को इसकी सूचना वर्ष 2021 में मिली थी, जिसके बाद से ही एजेंसी इस पूरे मामले की जांच कर रही है. शुक्रवार शाम यूपी एसटीएफ की एक टीम ने राजधानी के सरोजनीनगर क्षेत्र स्थित एक होटल से सपा विधायक के साले संदीप सिंह काे गिरफ्तार किया है और उससे एसटीएफ ऑफिस में लाकर पूछताछ की जा रही है. एसटीएफ को संदीप के पास से नागालैंड से लिया गया असलहा भी बरामद हुआ है.
जेलर की हुई थी हत्या : अभय सिंह का नाम उस वक्त यूपी में चर्चा में आया जब, लखनऊ के जेलर आरके तिवारी हत्याकांड हुआ. कहा ये जाता है कि जेलर आरके तिवारी ने लखनऊ जेल में बंद अभय सिंह को चश्मा उतारने के लिए कहा था, जिसके बाद दोनों में विवाद हुआ था, इसके बाद राजभवन के सामने आरके तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड में अभय सिंह पर साजिश रचने का आरोप लगा. इतना ही नहीं उनका नाम एफआईआर में भी सामने आया, हालांकि बाद में अभय सिंह का नाम इस मामले से हट गया.
वायरल हुआ था ऑडियो : अभय सिंह उस वक्त भी चर्चा में आए, जब बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड से जुड़ी एक ऑडियो वायरल हुई थी. इस ऑडियो में कथित तौर पर एक आवाज मुख्तार अंसारी और दूसरी अभय सिंह की बताई गई थी. ऑडियो में अभय सिंह और मुख्तार अंसारी उस दौरान बात कर रहे थे, जब बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या की जा रही थी, इसमें मुख्तार अभय सिंह को हत्या की सूचना देते हुए कह रहा था कि मुन्ना बजरंगी ने कृष्णानंद राय की चोटी काट ली. इस ऑडियो के वायरल होने के बाद यूपी एसटीएफ ने अभय सिंह से पूछताछ की थी.
सुरेंद्र कालिया पर हुआ था जानलेवा हमला : 13 जुलाई 2020 को लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र के अजंता हॉस्पिटल के बाहर देर शाम सुरेंद्र कालिया पर जानलेवा हमला हुआ था. सुरेंद्र कालिया ने बताया था कि 'दो लोगों ने उस पर कई राउंड फायरिंग कर उस पर जानलेवा हमला किया था. सुरेंद्र ने इसके पीछे पूर्व सांसद धनंजय सिंह का हाथ होना बताया था. एसटीएफ जांच में सामने आया था कि सुरेंद्र कालिया अभय सिंह का गुर्गा है और दोनों ने धनंजय सिंह को फंसाने के लिए खुद के लोगों से ही फायरिंग करवाई थी. एसटीएफ ने अभय सिंह से इस मामले में पूछताछ भी की थी.'