ETV Bharat / state

सपा अध्यक्ष ने 2022 विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का किया एलान, कार्यकर्ताों में खुशी - लखनऊ समाचार

उपचुनाव के नतीजों के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2022 विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा की है. सपा अध्यक्ष के इस निर्णय से कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है.

2022 विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी सपा.
author img

By

Published : Oct 25, 2019, 11:58 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के नतीजे समाजवादी पार्टी में जोश भरने वाले साबित हुए हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा ने बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन कर लिया था. चुनाव बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन तोड़कर सपा को जोरदार झटका दिया. अब उत्तर प्रदेश उपचुनाव में सपा ने जलालपुर सीट को बसपा से छीन लिया है. जोश से भरे अखिलेश अब 2022 यूपी विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करने का एलान कर चुके हैं.

2022 विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी सपा.

विधानसभा चुनाव में सपा अकेले मैदान में उतरेगी
उन्होंने साफ तौर पर कह दिया है कि अब पार्टी अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी और जीतेगी. इस उपचुनाव में अखिलेश ने जहां भारतीय जनता पार्टी को जैदपुर सीट पर बुरी तरह पराजित कर सत्तासीन पार्टी को आइना दिखाया. वहीं जलालपुर सीट जीतकर मायावती के कैडर को भी हिला दिया.

पार्टी अपने काम से बनाएगी सरकार
समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2022 में अकेले दम पर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. उनका कहना है कि पार्टी अपने काम और जनता के लिए किए जा रहे संघर्ष के बल पर चुनाव मैदान में उतरेगी और जनादेश प्राप्त कर अगली सरकार बनाएगी.

उपचुनाव के नतीजों से कार्यकर्ताओं में जोश
ऐसे में सपा कार्यकर्ताओं में भी जोश का संचार हुआ है. 11 विधानसभा सीटों पर जहां 2017 में समाजवादी पार्टी के पास सिर्फ रामपुर की विधानसभा सीट थी. वहीं 2019 में हुए उपचुनाव में पार्टी ने बीजेपी से जैदपुर सीट और बसपा से जलालपुर सीट छीन ली है.

समाजवादी पार्टी के जितने भी ग्रास रूट के नौजवान साथी हैं. हम लोगों का प्रयास है कि समाजवादी पार्टी को ग्रासरूट पर स्थापित किया जाए और उसी दिशा में हमारी पार्टी काम कर रही है. निश्चित तौर पर आने वाले परिणाम भी आपको उसी दिशा में देखने को मिलेंगे. समाजवादी पार्टी 2022 में मजबूती से ग्रास रूट पर अपना काम कर रही है. उपचुनाव में अभी हमने शानदार प्रदर्शन किया है. हम लोग का पूरा फोकस बूथ स्तर पर है.
- ब्रजेश सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष, समाजवादी युवजन सभा

अखिलेश यादव का 2022 विधानसभा चुनाव चुनाव अकेले लड़ने का निर्णय अति उत्साहवर्धन करने वाला है. इससे कार्यकर्ताओं में एक नई ऊर्जा का संचार होगा. 2019 लोकसभा में बसपा के साथ गठबंधन हमारी एक भूल थी. उपचुनाव में सपा ने 11 सीटों में से 3 सीटें हासिल की हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष का यह निर्णय के बाद हम लोग सोशल इंजीनियरिंग, माइक्रो सोशल इंजीनियरिंग करके चुनाव लड़ेंगे और 300 से ज्यादा सीटें जीतकर अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार बनाएंगे.
-लौटन राम निषाद, राष्ट्रीय सचिव, राष्ट्रीय निषाद संघ

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के नतीजे समाजवादी पार्टी में जोश भरने वाले साबित हुए हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा ने बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन कर लिया था. चुनाव बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने गठबंधन तोड़कर सपा को जोरदार झटका दिया. अब उत्तर प्रदेश उपचुनाव में सपा ने जलालपुर सीट को बसपा से छीन लिया है. जोश से भरे अखिलेश अब 2022 यूपी विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करने का एलान कर चुके हैं.

2022 विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी सपा.

विधानसभा चुनाव में सपा अकेले मैदान में उतरेगी
उन्होंने साफ तौर पर कह दिया है कि अब पार्टी अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी और जीतेगी. इस उपचुनाव में अखिलेश ने जहां भारतीय जनता पार्टी को जैदपुर सीट पर बुरी तरह पराजित कर सत्तासीन पार्टी को आइना दिखाया. वहीं जलालपुर सीट जीतकर मायावती के कैडर को भी हिला दिया.

पार्टी अपने काम से बनाएगी सरकार
समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2022 में अकेले दम पर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. उनका कहना है कि पार्टी अपने काम और जनता के लिए किए जा रहे संघर्ष के बल पर चुनाव मैदान में उतरेगी और जनादेश प्राप्त कर अगली सरकार बनाएगी.

उपचुनाव के नतीजों से कार्यकर्ताओं में जोश
ऐसे में सपा कार्यकर्ताओं में भी जोश का संचार हुआ है. 11 विधानसभा सीटों पर जहां 2017 में समाजवादी पार्टी के पास सिर्फ रामपुर की विधानसभा सीट थी. वहीं 2019 में हुए उपचुनाव में पार्टी ने बीजेपी से जैदपुर सीट और बसपा से जलालपुर सीट छीन ली है.

समाजवादी पार्टी के जितने भी ग्रास रूट के नौजवान साथी हैं. हम लोगों का प्रयास है कि समाजवादी पार्टी को ग्रासरूट पर स्थापित किया जाए और उसी दिशा में हमारी पार्टी काम कर रही है. निश्चित तौर पर आने वाले परिणाम भी आपको उसी दिशा में देखने को मिलेंगे. समाजवादी पार्टी 2022 में मजबूती से ग्रास रूट पर अपना काम कर रही है. उपचुनाव में अभी हमने शानदार प्रदर्शन किया है. हम लोग का पूरा फोकस बूथ स्तर पर है.
- ब्रजेश सिंह यादव, प्रदेश अध्यक्ष, समाजवादी युवजन सभा

अखिलेश यादव का 2022 विधानसभा चुनाव चुनाव अकेले लड़ने का निर्णय अति उत्साहवर्धन करने वाला है. इससे कार्यकर्ताओं में एक नई ऊर्जा का संचार होगा. 2019 लोकसभा में बसपा के साथ गठबंधन हमारी एक भूल थी. उपचुनाव में सपा ने 11 सीटों में से 3 सीटें हासिल की हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष का यह निर्णय के बाद हम लोग सोशल इंजीनियरिंग, माइक्रो सोशल इंजीनियरिंग करके चुनाव लड़ेंगे और 300 से ज्यादा सीटें जीतकर अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार बनाएंगे.
-लौटन राम निषाद, राष्ट्रीय सचिव, राष्ट्रीय निषाद संघ

Intro:उपचुनाव के नतीजे से जोश में अखिलेश: 2022 विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की तैयारी, कार्यकर्ता खुश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के नतीजे समाजवादी पार्टी में जोश भरने वाले साबित हो रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन करने वाले सपा मुखिया अखिलेश यादव को जब चुनाव बाद बहन जी ने गठबंधन तोड़कर जोरदार झटका दिया तो अखिलेश यादव ने उपचुनाव में जलालपुर सीट बसपा के जबड़े से छीन उन जख्मों को भर लिया और मायावती के जख्म हरे कर दिए। जोश से भरे अखिलेश अब 2022 यूपी विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करने का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने साफ तौर पर कह दिया है कि अब पार्टी अकेले ही चुनाव मैदान में उतरेगी और जीतेगी। जाहिर सी बात है इस उपचुनाव में अखिलेश ने जहां भारतीय जनता पार्टी को जैदपुर सीट पर बुरी तरह पराजित कर सत्तासीन पार्टी को आइना दिखाया, वहीं जलालपुर सीट जीतकर मायावती के कैडर को भी हिला दिया।


Body:समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2022 में अकेले दम पर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। उन्होंने साफ तौर पर कह दिया है कि किसी भी अन्य दल से अब कोई गठबंधन नहीं होगा। अपने काम और जनता के लिए किए जा रहे संघर्ष के बल पर समाजवादी पार्टी चुनाव मैदान में उतरेगी और जनादेश प्राप्त कर अगली सरकार बनाएगी। भाजपा को जनता 2022 में सत्ता से बेदखल करने का मन बना चुकी है। जाहिर सी बात है अखिलेश यादव का जोश विधानसभा उपचुनाव में मिली जीत से बढ़ा है। कार्यकर्ताओं में भी जोश का संचार हुआ है। 11 विधानसभा सीटों पर जहां 2017 में समाजवादी पार्टी के पास सिर्फ रामपुर की विधानसभा सीट थी, वहीं 2019 में हुए उपचुनाव में पार्टी ने जैदपुर सीट भारतीय जनता पार्टी से छीनी तो अंबेडकरनगर की जलालपुर सीट बहुजन समाज पार्टी से। इसका असर ये हो रहा है कि बसपा की बहन मायावती से टूटे गठबंधन से सपा मुखिया अखिलेश यादव के पुराने जख्म भर रहे हैं और 2022 के लिए पार्टी मजबूत हो रही है।


Conclusion:बाइट: ब्रजेश सिंह यादव : प्रदेश अध्यक्ष, समाजवादी युवजन सभा

समाजवादी पार्टी के जितने भी ग्रासरूट के नौजवान साथी हैं हम लोगों का प्रयास है कि समाजवादी पार्टी को ग्रास रूट पर स्थापित किया जाए और उसी दिशा में हमारी पार्टी काम कर रही है। निश्चित तौर पर आने वाले परिणाम भी आपको उसी दिशा में देखने को मिलेंगे। समाजवादी पार्टी 2022 में मजबूती से ग्रास रूट पर अपना काम कर रही है। उपचुनाव में अभी हमने शानदार प्रदर्शन किया है हम लोग का पूरा फोकस बूथ स्तर पर है।

बाइट: लौटन राम निषाद: राष्ट्रीय सचिव, राष्ट्रीय निषाद संघ


समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कल जो बयान दिया है कि विधानसभा चुनाव 2022 का हम अकेले दमखम से लड़ेंगे उनका यह निर्णय अति उत्साहवर्धन करने वाला है। इससे कार्यकर्ताओं में एक नई ऊर्जा का संचार होगा। निश्चित रूप से अखिलेश ने जो निर्णय लिया है यह सब के लिए खुशखबरी का संदेश है। हम लोगों ने 2019 में बहन मायावती जी के साथ गठबंधन करके एक भूल की थी और बहन मायावती ने अखिलेश पर झूठा दोषारोपण करते हुए गठबंधन को तोड़ने का काम किया। वर्तमान परिवेश में अभी जो चुनाव हुआ है 11 सीटों में से 3 सीटों पर सपा ने चुनाव जीता है। 5 सीटों पर रनर अप रही है। निश्चित रूप से जनता का रुझान अब अखिलेश यादव द्वारा जो उनके कार्यकाल में जनहित कार्य कार्य किए गए हैं उससे भाजपा से बदलकर समाजवादी पार्टी की तरफ हो रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष का यह निर्णय के बाद हम लोग सोशल इंजीनियरिंग, माइक्रो सोशल इंजीनियरिंग करके चुनाव लड़ेंगे और 300 से ज्यादा सीटें जीतकर अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार बनाएंगे।


अखिल पांडेय, लखनऊ, 9336864096

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.