वाराणसी/आजमगढ़: पूरी दुनिया सहित उत्तर प्रदेश में इन दिनों कोरोना का खौफ है. इस खतरनाक वायरस से बचाव के लिए कोई भी दवा अभी तक नहीं बन पाई है. जिसके बाद लोग इससे बचने के लिए भगवान की शरण में आ गए हैं.
काशी को कोरोना से बचाने के लिए किया जा रहा है हवन-पूजन
मामला प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के छीत्तूपुर में स्थित जगतशिस्य वेद मंदिर का है. यहां वैदिक एजुकेशनल रिसर्च सोसायटी के तत्वाधान में पिछले 4 दिनों से कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा है. इस मंदिर पर 51 ब्राह्मणों द्वारा हवन पूजन भी किया जा रहा है.
सात दिवसीय अनुष्ठान के चौथे दिन मंगलवार को भगवान शिव का सामूहिक रुद्राभिषेक किया गया. इस मौके पर 51 ब्राह्मणों ने वेद मंत्रों के बीच भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया. वैदिक मंत्रों के बीच इस आयोजन को किया जा रहा है. जगतगुरु रामानुजाचार्य, पंडित शिवपूजन शास्त्री के नेतृत्व में चल रहे इस अनुष्ठान की पूर्णाहुति 20 मार्च को होगी.
आजमगढ़ में समाजसेवियों ने लिया भगवान का सहारा
आजमगढ़ में पूरी दुनिया में आतंक का पर्याय बने कोरोना वायरस के सफाए के लिए समाजसेवियों ने भगवान का सहारा लिया है. इस वायरस से बचाव के लिए समाजसेवियों ने यज्ञ किया. इस यज्ञ का मुख्य मकसद यह है कि देश प्रदेश और दुनिया से इस खतरनाक बीमारी का सफाया भगवान करें.