लखनऊ : राजधानी में कोरोना महामारी के बीच तमाम प्रशासनिक गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है. इसके बाद हर साल होने वाली स्टेट बोर्ड को भी इस महामारी में निस्तारित करने का काम किया जा रहा है. लेकिन स्टेट बोर्ड को निस्तारित करने के चक्कर में लखनऊ का सीएमओ दफ्तर ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भूल गया. सीएमओ कार्यालय में अन्य शहरों से आए कई दर्जन सुपर कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए पाए गए. इस दौरान किसी भी उच्च अधिकारी ने इस मामले का संज्ञान नहीं लिया.
सीएमओ दफ्तर में स्टेट बोर्ड कराने के लिए प्रदेश के अन्य शहरों से तमाम कर्मचारी आए थे. जिसके बाद बोर्ड कराने के लिए कई दर्जनों की संख्या में लोग सीएमओ दफ्तर पहुंचे. लेकिन बोर्ड कराने की इन कर्मचारियों को इतनी जल्दी थी कि सरकार द्वारा दिए गए शासनादेशों को ताक पर रख दिया गया. जिसके बाद सीएमओ दफ्तर के ग्राउंड फ्लोर पर सोशल डिस्टेंसिंग को नजरअंदाज करते हुए लोगों ने जमावड़ा लगा लिया और काफी भीड़ इकट्ठा कर ली.
भीड़ इकट्ठा होने पर अधिकारियों ने भी नहीं लिया संज्ञान
जब बोर्ड के लिए भीड़ इकट्ठा हुई तो अधिकारियों ने भी इस बात का संज्ञान नहीं लिया. सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकॉल को फॉलो करते करते सीएमओ दफ्तर के अधिकारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन इन कर्मचारियों से नहीं करवा पाए. जिसका नतीजा यह हुआ कि 1 गज क्या एक मिली मीटर की भी दूरी इन कर्मचारियों के बीच नहीं दिखाई दी.
प्रमुख सचिव गृह के आदेशों को भी किया अनसुना
बीते कुछ दिनों पहले जब प्रमुख सचिव गृह सीएमओ कार्यालय में दौरे के दौरे के लिए पहुंचे थे. उस दिन भी उन्हें दफ्तर में ऐसी ही भीड़ देखने को मिली थी. जिसके बाद प्रमुख सचिव गृह ने जिला अधिकारी को हर महीने होने वाली इस बोर्ड को पुरानी तहसील में शिफ्ट करने की बात कही थी.
लखनऊ : सीएमओ कार्यालय में खूब उड़ाई गई सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां - cm yogi adityanath
यूपी के राजधानी लखनऊ स्थित सीएमओ कार्यालय में स्टेट बोर्ड के निस्तारण के दौरान उच्चाधिकारियों समेत कर्मचारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपान नहीं किया. एक ही स्थान पर भारी संख्या में कर्मचारियों का जमावड़ा देखने को मिला.
लखनऊ : राजधानी में कोरोना महामारी के बीच तमाम प्रशासनिक गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है. इसके बाद हर साल होने वाली स्टेट बोर्ड को भी इस महामारी में निस्तारित करने का काम किया जा रहा है. लेकिन स्टेट बोर्ड को निस्तारित करने के चक्कर में लखनऊ का सीएमओ दफ्तर ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भूल गया. सीएमओ कार्यालय में अन्य शहरों से आए कई दर्जन सुपर कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए पाए गए. इस दौरान किसी भी उच्च अधिकारी ने इस मामले का संज्ञान नहीं लिया.
सीएमओ दफ्तर में स्टेट बोर्ड कराने के लिए प्रदेश के अन्य शहरों से तमाम कर्मचारी आए थे. जिसके बाद बोर्ड कराने के लिए कई दर्जनों की संख्या में लोग सीएमओ दफ्तर पहुंचे. लेकिन बोर्ड कराने की इन कर्मचारियों को इतनी जल्दी थी कि सरकार द्वारा दिए गए शासनादेशों को ताक पर रख दिया गया. जिसके बाद सीएमओ दफ्तर के ग्राउंड फ्लोर पर सोशल डिस्टेंसिंग को नजरअंदाज करते हुए लोगों ने जमावड़ा लगा लिया और काफी भीड़ इकट्ठा कर ली.
भीड़ इकट्ठा होने पर अधिकारियों ने भी नहीं लिया संज्ञान
जब बोर्ड के लिए भीड़ इकट्ठा हुई तो अधिकारियों ने भी इस बात का संज्ञान नहीं लिया. सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकॉल को फॉलो करते करते सीएमओ दफ्तर के अधिकारी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन इन कर्मचारियों से नहीं करवा पाए. जिसका नतीजा यह हुआ कि 1 गज क्या एक मिली मीटर की भी दूरी इन कर्मचारियों के बीच नहीं दिखाई दी.
प्रमुख सचिव गृह के आदेशों को भी किया अनसुना
बीते कुछ दिनों पहले जब प्रमुख सचिव गृह सीएमओ कार्यालय में दौरे के दौरे के लिए पहुंचे थे. उस दिन भी उन्हें दफ्तर में ऐसी ही भीड़ देखने को मिली थी. जिसके बाद प्रमुख सचिव गृह ने जिला अधिकारी को हर महीने होने वाली इस बोर्ड को पुरानी तहसील में शिफ्ट करने की बात कही थी.