लखनऊ: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जेएनयू हिंसा पर बयान दिया है. स्मृति ईरानी ने कहा कि जेएनयू हिंसा की जांच शुरू हो गई है. इसलिए अब इस पर बोलना सही नहीं होगा. विश्वविद्यालयों को राजनीति के केंद्र में नहीं रखा जाना चाहिए और न ही छात्रों को राजनीतिक मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू परिसर में छात्रसंघ के प्रदर्शन के बीच रविवार शाम नकाबपोश लोगों ने छात्रों पर हमला बोल दिया. हथियारों से लैस नाकाबपोश जेएनयू कैंपस में घुस गए और करीब चार घंटे तक परिसर में बवाल मचाते रहे. अज्ञात नकाबपोशों ने साबरमती हॉस्टल, साबरमती टी-पॉइंट सहित कई हॉस्टल में जमकर तोड़फोड़ की.
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जेएनयू के छात्रों ने आरोप लगाया है कि साबरमती टी-पॉइंट के पास जब नकाबपोशों ने हमला किया, तब वहां दिल्ली पुलिस के जवान मौजूद थे. मगर पुलिसकर्मियों ने छात्रों को बचाने की जहमत नहीं उठाई. बताया जा रहा है कि हमलावरों ने शिक्षकों को भी नहीं बख्शा और हथियारों से लैस होकर तांडव मचाते रहे. इसके बाद जेएनयू के छात्रों ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय का घेराव किया और जमकर हंगामा किया.