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प्रदेश के सात जिलों के 550 प्राथमिक विद्यालयों में शुरू हुई स्मार्ट क्लास - smart class in up primary schools

पूरे उत्तर प्रदेश में अब जल्द ही बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू हो जाएगी. बता दें कि अभी 7 जिलों के 550 स्कूलों को स्मार्ट क्लास की सुविधा से लैस कर दिया है.

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मयंक सिन्हा, सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर
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Published : Mar 5, 2020, 4:11 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा का चेहरा बदलने में जुटी सरकार ने 7 जिलों में 550 स्कूलों को स्मार्ट क्लास की सुविधा से लैस कर दिया है. बेसिक शिक्षा विभाग के सीएसआर कॉन्क्लेव में शिव नादर फाउंडेशन की ओर से सरकार के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी किया गया है, जिसमें प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम को डिजिटल फॉर्मेट में लाने का लक्ष्य तय किया गया है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने शिव नादर फाउंडेशन के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर मयंक सिन्हा से बातचीत की.

जानकारी देते सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर मयंक सिन्हा.
शिव नादर फाउंडेशन की ओर से सीएसआर कॉन्क्लेव आयोजन स्थल पर प्राथमिक स्कूलों की पाठ्यक्रम के डिजिटल फॉर्मेट का प्रदर्शन भी किया गया. फाउंडेशन के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर मयंक सिन्हा ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 7 जिलों में उनके प्रयास से 550 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू की गई है. फाउंडेशन की ओर से प्राथमिक शिक्षा के क्लास 1 और 2 के पाठ्यक्रम को डिजिटल फॉर्मेट में तब्दील करने का काम पूरा किया गया है. उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव ने उन्हें क्लास 3 से 5 के पाठ्यक्रम को भी जल्द से जल्द तैयार करने का निर्देश दिया है. जो उनकी तैयारी है उसके अनुसार अगले 2 साल के अंदर यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा. साथ ही उन्होंने बताया कि फाउंडेशन के सहयोग से उत्तर प्रदेश के 7 जिलों सोनभद्र, सीतापुर, श्रावस्ती , सिद्धार्थनगर, हरदोई , गौतमबुद्धनगर और बुलंदशहर के 550 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू की गई हैं.

इसे भी पढ़ें: जल निगम भर्ती घोटाले में विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई

सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर मयंक सिन्हा ने बताया कि स्मार्ट क्लास के लिए उनके फाउंडेशन को जिलाधिकारी की ओर से प्रस्ताव दिया जाता है. इसके तहत हार्डवेयर यानी कंप्यूटर सिस्टम की उपलब्धता सरकार की ओर से कराई जा रही है, जबकि पूरे डिजिटल पाठ्यक्रम को फाउंडेशन उपलब्ध कराता है. साथ ही उन्होंने बताया कि फाउंडेशन की ओर से शिक्षकों को भी इसके लिए जरूरी प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में प्राथमिक शिक्षा का चेहरा बदलने में जुटी सरकार ने 7 जिलों में 550 स्कूलों को स्मार्ट क्लास की सुविधा से लैस कर दिया है. बेसिक शिक्षा विभाग के सीएसआर कॉन्क्लेव में शिव नादर फाउंडेशन की ओर से सरकार के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी किया गया है, जिसमें प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम को डिजिटल फॉर्मेट में लाने का लक्ष्य तय किया गया है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने शिव नादर फाउंडेशन के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर मयंक सिन्हा से बातचीत की.

जानकारी देते सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर मयंक सिन्हा.
शिव नादर फाउंडेशन की ओर से सीएसआर कॉन्क्लेव आयोजन स्थल पर प्राथमिक स्कूलों की पाठ्यक्रम के डिजिटल फॉर्मेट का प्रदर्शन भी किया गया. फाउंडेशन के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर मयंक सिन्हा ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 7 जिलों में उनके प्रयास से 550 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू की गई है. फाउंडेशन की ओर से प्राथमिक शिक्षा के क्लास 1 और 2 के पाठ्यक्रम को डिजिटल फॉर्मेट में तब्दील करने का काम पूरा किया गया है. उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव ने उन्हें क्लास 3 से 5 के पाठ्यक्रम को भी जल्द से जल्द तैयार करने का निर्देश दिया है. जो उनकी तैयारी है उसके अनुसार अगले 2 साल के अंदर यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा. साथ ही उन्होंने बताया कि फाउंडेशन के सहयोग से उत्तर प्रदेश के 7 जिलों सोनभद्र, सीतापुर, श्रावस्ती , सिद्धार्थनगर, हरदोई , गौतमबुद्धनगर और बुलंदशहर के 550 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू की गई हैं.

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सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर मयंक सिन्हा ने बताया कि स्मार्ट क्लास के लिए उनके फाउंडेशन को जिलाधिकारी की ओर से प्रस्ताव दिया जाता है. इसके तहत हार्डवेयर यानी कंप्यूटर सिस्टम की उपलब्धता सरकार की ओर से कराई जा रही है, जबकि पूरे डिजिटल पाठ्यक्रम को फाउंडेशन उपलब्ध कराता है. साथ ही उन्होंने बताया कि फाउंडेशन की ओर से शिक्षकों को भी इसके लिए जरूरी प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

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