लखनऊ: जमशेदपुर समेत कुछ जगहों पर सड़क पर नमाज पढ़ने के विरोध में विशेष समुदाय के लोगों ने मंगलवार को सड़क पर हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया. विरोध करने वालों का कहना है कि आने वाले दिनों में और ज्यादा भीड़ जुटा कर हनुमान चालीसा पढ़ा जाएगा. इस मामले पर शिया-सुन्नी उलेमा ने हिन्दू-मुस्लिम से इत्तेहाद कायम रखने की अपील की है.
- दरअसल मस्जिदों में नमाज के दौरान जगह भर जाने पर कुछ लोग नमाज मस्जिद के बाहर भी अदा करते हैं.
- इसको लेकर कुछ हिंदू संस्थाओं ने एतराज जताते हुए मंदिरों के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर दिया.
- मामले पर मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली और शिया आलिम मौलाना सैफ अब्बास ने लोगों से इत्तेहाद कायम रखने की अपील की है.
- ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंबर और मुस्लिम रहनुमा मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि दोनों धर्मों के लोगों को समझना चाहिए.
- इससे दोनों मजहब के लोगों के बीच गलतफहमियां पैदा हो रही हैं.
आमतौर पर नमाज मस्जिदों के अंदर ही होती है, लेकिन कुछ जगहों पर जुम्मे की नमाज के दौरान जब मस्जिद भर जाती है तो मजबूरन लोगों को अपनी नमाज मस्जिदों के बाहर अदा करना होती है. वैसे ही दूसरे धर्मों की इबादत गाहों में जब जगह भर जाती हैं तो लोग इबादत गाह के बाहर भी इबादत करते हैं. लिहाजा इसको कोई मुद्दा नहीं बनाना चाहिए. मेरी अपील है कि इस नेक काम को किसी भी सियासत के तहत इस्तेमाल न होने दिया जाए, जो हमारे मुल्क में हिंदू-मुस्लिम इत्तेहाद बरसों से चला रहा है, उसको बरकरार रखें.
-मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली, मेंबर, एआईएमपीएलबी
इस तरीके की हिंदू-मुस्लिम के बीच में बातें करना यह नफरत फैलाने वाली बात है. लिहाजा ऐसी बातें करके अपने मुल्क के भाईचारे को खराब नहीं करना चाहिए और मुल्क में प्यार मोहब्बत और अमन चैन से रहना चाहिए, जिससे हमारी बरसों की गंगा-जमुनी विरासत की शान में कोई गुस्ताखी न होने पाए.
-मौलाना सैफ अब्बास, शिया धर्मगुरु