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6 बीएसपी और एक भाजपा विधायक सपा में शामिल, अखिलेश बोले जल्द बदलेगा भाजपा का नारा - harendra malik

उत्तर प्रदेश में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है, सभी राजनीतिक दल चुनावी वायदे, दावे और रैलियां तो कर ही रहे हैं, वहीं, जोड़ तोड़ की राजनीति भी तेज हो गई है. सूत्रों की माने तो 6 बीएसपी और भाजपा के एक विधायाक समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं.

6 बीएसपी और एक भाजपा के विधायक सपा में शामिल
6 बीएसपी और एक भाजपा के विधायक सपा में शामिल
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Published : Oct 30, 2021, 1:10 PM IST

Updated : Oct 30, 2021, 4:41 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है, सभी राजनीतिक दल चुनावी वायदे, दावे और रैलियां तो कर ही रहे हैं, वहीं, जोड़ तोड़ की राजनीति भी तेज हो गई है. सूत्रों की माने तो 6 बीएसपी और भाजपा के एक विधायाक समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने शिवपाल सिंह के सवाल पर कहा कि चाचा का सम्मान रखा जाएगा.

बता दें कि बीसपी के विधायक असलम अली, सुषमा पटेल, असलम राईनी, मुज्तबा सिद्दीकी, हरगोविंद भार्गव और हाकिम लाल बिंद समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. इसके अलावा बीजेपी विधायक राकेश राठौर ने भी समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया.

6 बीएसपी और एक भाजपा विधायक सपा में शामिल
6 बीएसपी और एक भाजपा विधायक सपा में शामिल

इस मौके पर समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि मेरा परिवार भाजपा परिवार की जगह, अब मेरा परिवार भागता परिवार हो गया है. जनता में बहुत आक्रोश है. बहुत सारे लोग समाजवादी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं.

6 बीएसपी और एक भाजपा विधायक सपा में शामिल
6 बीएसपी और एक भाजपा विधायक सपा में शामिल

प्रेसवार्ता में अखिलेश यादव ने कहा कि सभी माननीय विधायकों का समाजवादी पार्टी में बहुत-बहुत स्वागत है. आने वाले समय में हमारी सरकार बनने जा रही है. उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने 2017 में अपना लोक कल्याण संकल्प पत्र बनाया और सरकार बनने के बाद उसे कूड़ेदान में फेंक दिया. वादा किया गया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए निश्चित रोडमैप तैयार किया जाएगा मगर ये वादा आज तक अधूरा है. किसान का धान तैयार है बिकने के लिए, लेकिन भाजपा सरकार में जो कीमत तय की गई थी वह किसान को नहीं मिल रही है.

अखिलेश यादव ने कहा कि मंडियों को बनाने का वादा किया गया था, लेकिन जो मंडिया चल रही थी उन्हें बंदकर दिया गया और नई मंडिया किसानों के लिए बनाई नहीं गई. लैपटॉप वितरण पर अखिलेश ने कहा कि लैपटॉप देने के वादे पर मैं क्या बोलूं, भाजपा सरकार साढ़े 4 साल से न जाने कौन सी "टेबलेट" दे रही है, जो अब टैबलेट देने का वादा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षा संस्थानों को चौपट कर दिया गया है. सभी तीर्थ स्थलों को फोरलेन मार्ग से जोड़ा जाएगा जो बजट में हेड खोला गया था सरकार ने वो हेड खत्म कर दिया है, सरकार ने कहा था इससे तीर्थ स्थलों को फोरलेन मार्ग से जोड़ा जाएगा, उन्होंने योगी सरकार से सवाल करते हुए कहा कि भाजपा बताए किस जिला मुख्यालय को किस फोरलेन से जोड़ा गया है.

दीवाली पर घर करा लें साफ

अखिलेश यादव ने कहा कि सपा से लगातार लोग जुड़ रहे हैं. सरकार बदलनी तय है. साथ ही सीएम योगी पर कटाक्ष किया कि दीवाली पर घर साफ करा लें. दीवारों पर धुएं के दाग साफ करा दें ताकि नई सरकार आने पर वहां कुछ न मिले. वहीं, अखिलेश यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री के मंच पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के मौजूद होने पर लखीमपुर हिंसा में न्याय पर सवाल उठाए.

सपा में लगातार दूसरे दल के नेता आ रहे हैं, ऐसे में पार्टी में लंबे समय संघर्ष कर रहे नेताओं को टिकट को लेकर असमंजस बढ़ रहा है. ऐसे में चुनाव के वक्त सपाइयों को कैसे एडजस्ट करेंगें. कहीं खुद की पार्टी में ही भगदड़ न मच जाए, इसको लेकर ईटीवी भारत ने अखिलेश यादव से सवाल किया तो जवाब में उन्होंने कहा कि सभी सपाई एकजुट हैं. किसी में रोष नहीं है. सबका लक्ष्य भाजपा को हराना है.

यह नेता कल हुए थे शामिल

बता दें कि इस दौरान कांग्रेस नेता व पूर्व राज्यसभा सदस्य हरेंद्र मलिक मुजफ्फरनगर व इनके पुत्र पूर्व विधायक पंकज मलिक सपा में शामिल हुए थे. वहीं, बसपा से विधानसभा प्रत्याशी रहे जिल्ले हैदर और विधायक रहे रामसागर अकेला ने भी सपा का दामन थाम लिया था. वहीं, सर्व समाज एकता दल के जयपाल कश्यप ने सपा के समर्थन का दावा किया है.

अखिलेश बोले- चाचा का रखा जाएगा सम्मान

पत्रकार वार्ता में अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल सिंह के सवाल पर नरम दिखे. उन्होंने कहा कि चाचा का सम्मान रखा जाएगा. वहीं शिवपाल हर बार अखिलेश से समय न मिलने की बात कहते थे. ऐसे में आगामी चुनाव में अखिलेश व शिवपाल की सियासत किस करवट बैठेगी, इसको लेकर असमंजस बरकरार है. इस दौरान भीम सेना ने भी सपा के साथ होने का दावा किया.

इसे भी पढ़ें- बनारसी दीदी की चुनावी चौपाल : जिन्हें पड़े थे पुलिस के लट्ठ, अब कैसा है उनका दर्द

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है, सभी राजनीतिक दल चुनावी वायदे, दावे और रैलियां तो कर ही रहे हैं, वहीं, जोड़ तोड़ की राजनीति भी तेज हो गई है. सूत्रों की माने तो 6 बीएसपी और भाजपा के एक विधायाक समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने शिवपाल सिंह के सवाल पर कहा कि चाचा का सम्मान रखा जाएगा.

बता दें कि बीसपी के विधायक असलम अली, सुषमा पटेल, असलम राईनी, मुज्तबा सिद्दीकी, हरगोविंद भार्गव और हाकिम लाल बिंद समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. इसके अलावा बीजेपी विधायक राकेश राठौर ने भी समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया.

6 बीएसपी और एक भाजपा विधायक सपा में शामिल
6 बीएसपी और एक भाजपा विधायक सपा में शामिल

इस मौके पर समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि मेरा परिवार भाजपा परिवार की जगह, अब मेरा परिवार भागता परिवार हो गया है. जनता में बहुत आक्रोश है. बहुत सारे लोग समाजवादी पार्टी में शामिल होना चाहते हैं.

6 बीएसपी और एक भाजपा विधायक सपा में शामिल
6 बीएसपी और एक भाजपा विधायक सपा में शामिल

प्रेसवार्ता में अखिलेश यादव ने कहा कि सभी माननीय विधायकों का समाजवादी पार्टी में बहुत-बहुत स्वागत है. आने वाले समय में हमारी सरकार बनने जा रही है. उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने 2017 में अपना लोक कल्याण संकल्प पत्र बनाया और सरकार बनने के बाद उसे कूड़ेदान में फेंक दिया. वादा किया गया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए निश्चित रोडमैप तैयार किया जाएगा मगर ये वादा आज तक अधूरा है. किसान का धान तैयार है बिकने के लिए, लेकिन भाजपा सरकार में जो कीमत तय की गई थी वह किसान को नहीं मिल रही है.

अखिलेश यादव ने कहा कि मंडियों को बनाने का वादा किया गया था, लेकिन जो मंडिया चल रही थी उन्हें बंदकर दिया गया और नई मंडिया किसानों के लिए बनाई नहीं गई. लैपटॉप वितरण पर अखिलेश ने कहा कि लैपटॉप देने के वादे पर मैं क्या बोलूं, भाजपा सरकार साढ़े 4 साल से न जाने कौन सी "टेबलेट" दे रही है, जो अब टैबलेट देने का वादा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षा संस्थानों को चौपट कर दिया गया है. सभी तीर्थ स्थलों को फोरलेन मार्ग से जोड़ा जाएगा जो बजट में हेड खोला गया था सरकार ने वो हेड खत्म कर दिया है, सरकार ने कहा था इससे तीर्थ स्थलों को फोरलेन मार्ग से जोड़ा जाएगा, उन्होंने योगी सरकार से सवाल करते हुए कहा कि भाजपा बताए किस जिला मुख्यालय को किस फोरलेन से जोड़ा गया है.

दीवाली पर घर करा लें साफ

अखिलेश यादव ने कहा कि सपा से लगातार लोग जुड़ रहे हैं. सरकार बदलनी तय है. साथ ही सीएम योगी पर कटाक्ष किया कि दीवाली पर घर साफ करा लें. दीवारों पर धुएं के दाग साफ करा दें ताकि नई सरकार आने पर वहां कुछ न मिले. वहीं, अखिलेश यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री के मंच पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के मौजूद होने पर लखीमपुर हिंसा में न्याय पर सवाल उठाए.

सपा में लगातार दूसरे दल के नेता आ रहे हैं, ऐसे में पार्टी में लंबे समय संघर्ष कर रहे नेताओं को टिकट को लेकर असमंजस बढ़ रहा है. ऐसे में चुनाव के वक्त सपाइयों को कैसे एडजस्ट करेंगें. कहीं खुद की पार्टी में ही भगदड़ न मच जाए, इसको लेकर ईटीवी भारत ने अखिलेश यादव से सवाल किया तो जवाब में उन्होंने कहा कि सभी सपाई एकजुट हैं. किसी में रोष नहीं है. सबका लक्ष्य भाजपा को हराना है.

यह नेता कल हुए थे शामिल

बता दें कि इस दौरान कांग्रेस नेता व पूर्व राज्यसभा सदस्य हरेंद्र मलिक मुजफ्फरनगर व इनके पुत्र पूर्व विधायक पंकज मलिक सपा में शामिल हुए थे. वहीं, बसपा से विधानसभा प्रत्याशी रहे जिल्ले हैदर और विधायक रहे रामसागर अकेला ने भी सपा का दामन थाम लिया था. वहीं, सर्व समाज एकता दल के जयपाल कश्यप ने सपा के समर्थन का दावा किया है.

अखिलेश बोले- चाचा का रखा जाएगा सम्मान

पत्रकार वार्ता में अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल सिंह के सवाल पर नरम दिखे. उन्होंने कहा कि चाचा का सम्मान रखा जाएगा. वहीं शिवपाल हर बार अखिलेश से समय न मिलने की बात कहते थे. ऐसे में आगामी चुनाव में अखिलेश व शिवपाल की सियासत किस करवट बैठेगी, इसको लेकर असमंजस बरकरार है. इस दौरान भीम सेना ने भी सपा के साथ होने का दावा किया.

इसे भी पढ़ें- बनारसी दीदी की चुनावी चौपाल : जिन्हें पड़े थे पुलिस के लट्ठ, अब कैसा है उनका दर्द

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Last Updated : Oct 30, 2021, 4:41 PM IST
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