लखनऊः CAA को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रदेश व्यापी बंद के मद्देनजर विपक्ष के नेताओं को पुलिस की ओर से नोटिस जारी किया गया था. इसको लेकर गुरुवार को विधान परिषद में नाराज विपक्ष ने हंगामा किया. इसकी वजह से सदन में प्रश्नकाल नहीं चल सका. वहीं पूरे दिन में कई बार सदन की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी. साथ हंगामे के बीच सत्ता पक्ष छह विधेयक ही पारित करा सकी.
इन विधेयकों को पटल पर रखा गया
विधान परिषद की कार्यवाही तीन बार के कार्य स्थगन के बाद दोपहर 1:30 बजे शुरू हुई. प्रमुख सचिव विधान परिषद ने विधानसभा से पारित छह विधेयकों को पटल पर रखा. इन सभी विधेयकों को ध्वनि मत से पारित किया गया.
- उत्तर प्रदेश विनियोग ( 2019- 2020 का द्वितीय अनुपूरक) विधेयक 2019.
- उत्तर प्रदेश दंड विधि (अपराधों का शमन और विचारणो का उपशमन ) (संशोधन) विधेयक 2019.
- उत्तर प्रदेश दुकान और वाणिज्य अधिष्ठान( संशोधन )विधेयक 2019.
- उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग विधेयक 2019.
- उत्तर प्रदेश मंत्री (वेतन भत्ता और प्रकीर्ण उपबंध )(संशोधन) विधेयक 2019.
- उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय( तृतीय संशोधन) विधेयक 2019.
कई बार रोकनी पड़ी सदन की कर्यावाही
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के नेताओं ने नोटिस को लेकर हंगामा शुरू किया. पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने धारा 144 संबंधी मिली नोटिस की जानकारी दी. उन्होंने सदन में बताया कि उनके इलाके के दारोगा ने उन्हें यह नोटिस थमाया है. उनसे कहा गया है कि किसी धरना प्रदर्शन में शामिल नहीं हों. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं को सरकार के इशारे पर गिरफ्तार किया जा रहा है. सदन पहले 12ः00 बजे, फिर 1ः30 बजे तक स्थगित की गई.