लखनऊ: बेहतर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी अस्पतालों में आधुनिक उपकरणों को लगाने का आदेश दिया गया था. लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग के इस नेक इरादे पर ग्रहण लग गया है, क्योंकि अस्पतालों में उपकरणों की खरीद-फरोख्त के मामले में धांधली हुई. जिसकी जांच अब एसआईटी को दे दी गई.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी अस्पतालों में उपकरणों की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन इन तमाम व्यवस्थाओं पर अब तमाम सवाल भी खड़े हो गए. ऐसा इसलिए क्योंकि बीते कई दिनों से प्रदेश के कई जिलों के सरकारी अस्पतालों में उपकरणों की खरीद-फरोख्त में शिकायतें मिली. इसके बाद मामले में अब गंभीरता दिखाते हुए मामले की जांच एसआईटी को दे दी गई है.
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दरअसल, शासन ने प्रदेश के पांच जिलों में सरकारी अस्पतालों में अनियमितता की जांच एसआईटी को सौंपी है. इसमें बलरामपुर, गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती और सिद्धार्थनगर जिले शामिल हैं. शासन को इन जिलों में वित्तीय अनियमितता को शिकायत मिली थी. इसके शुरुआती जांच में पता चला कि अस्पतालों के अनुरक्षण में उपकरणों की खरीद फरोख्त में जमकर धांधली बाजी हुई है.
मामले की विस्तृत जांच के लिए शासन ने एसआईटी को निर्देश दिए हैं. इसके बाद यह कहा जा रहा है कि इन उपकरणों की खरीदारी में हुई जालसाजी और धांधली बाजी करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी.