लखनऊ : पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कानपुर में हुए सिख दंगों की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एसआईटी का गठन किया है. यूपी के पूर्व डीजीपी अतुल की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय एसआईटी टीम कानपुर के सिख दंगों की जांच करेगी.
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 में कानपुर के बजरिया और नजीराबाद थाना क्षेत्र में हुए दंगों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी अतुल एसआईटी के अध्यक्ष बनाए गए हैं. अतुल के अलावा एसआईटी में पूर्व न्यायाधीश एससी अग्रवाल, रिटायर्ड एडीजी प्रॉसीक्यूशन योगेश्वर कृष्ण श्रीवास्तव समेत चार सदस्य एसआईटी की टीम में रखे गए हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सिख दंगों की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी 6 महीने में अपनी रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौपेगी.
इतना ही नहीं गठित की गई एसआईटी सिख दंगों में दर्ज एफआईआर में अंतिम रिपोर्ट लगने वाले मामलों का भी परीक्षण करेगी और दोबारा जांच करेगी. इसके साथ ही यदि किसी मामले में अभियुक्त दोष मुक्त किए गए हैं. ऐसे मामलों का भी एसआईटी द्वारा परीक्षण किया जाएगा.