लखनऊ: कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने क्वारंटाइन सेंटर्स में डॉक्टर्स की ड्यूटी 3 शिफ्ट में लगाए जाने की बात कही गयी थी. वहीं राजधानी लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर्स में डॉक्टर की कमी देखने को मिल रही है. इस वजह से डॉक्टर्स की ड्यूटी 3 शिफ्टों में नहीं लग पा रही है.
'कोविड-19 से निपटने के लिए सरकारी मशीनरी सक्रिय'
कोविड-19 कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए शासन और प्रशासन के साथ-साथ तमाम सरकारी मशीनरी सक्रिय है. ऐसे में बाहर से आए लोगों और कोरोना वायरस संदिग्ध लोगों के लिए जगह-जगह क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं.
'ग्रामीण क्षेत्रों के क्वारंटाइन सेंटर्स पर डॉक्टर्स की कमी'
कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की थी कि सभी क्वारंटाइन सेंटर्स पर डॉक्टर्स की ड्यूटी तीन शिफ्टों में लगाई जाए. इसके बावजूद राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर्स में डॉक्टर्स की ड्यूटी तीन शिफ्टों में नहीं लग रही है. इसका कारण यहां डाक्टर्स की कमी है.
क्या बोले जिम्मेदार
ईटीवी भारत ने इस बारे में मोहनलालगंज की सीएचसी अधीक्षक डॉ. ज्योति कामले से बात की. उन्होंने बताया कि मोहनलालगंज में बड़ी संख्या में क्वारंटाइन सेंटर्स बनाए गए हैं. इसकी वजह से डॉक्टर्स की कमी हो रही है. ऐसे में 3 शिफ्टों में डॉक्टर की ड्यूटी लगा पाना संभव नहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि इसकी जानकारी जिला स्तर पर उच्च अधिकारियों को भी दे दी गई है.
'मोहनलालगंज तहसील में बने हैं कुल 33 क्वारंटाइन सेंटर्स'
मोहनलालगंज तहसील के अंतर्गत कुल 33 क्वारंटाइन सेंटर्स बनाए गए हैं. इसके अलावा दो क्वारंटाइन सेंटर जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए हैं. जिसमें सबसे बड़ा क्वारंटाइन सेंटर मोहनलालगंज में स्थित राधा स्वामी सत्संग व्यास में 2000 बेड बनाया गया है. 11 अप्रैल 2020 को अलीगढ़ से बिहार की ओर जा रहे 109 मजदूरों को पुलिस चेकिंग के दौरान रोकने के बाद इसी राधा स्वामी सत्संग व्यास में क्वारंटाइन किया गया था.
डॉक्टर्स की शिफ्ट परमानेंट लगाए जाने के लिए सीएचसी अधीक्षक को निर्देशित किया गया था, लेकिन उनकी तरफ से डॉक्टर की कमी बताई गई. इसके बाद तहसील प्रशासन की तरफ से मामले का संज्ञान लेते हुए लखनऊ के जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखा गया है.
-पल्लवी मिश्रा,उप जिलाधिकारी , मोहनलालगंज